रीवा, मध्य प्रदेश। बीते कुछ समय तक हम ऐसा समझते थे कि, भारत में हर किसी को अपनी बात खुलकर रखने और अपनी भावनाएं व्यक्त करने का पूरा अधिकार है। खासकर अपने पर्सनल सोशल मीडिया अकाउंट से किस तरह का भी पोस्ट करके की जाती है। हालांकि, वह किसी की धार्मिक या जाती भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला न हो, लेकिन अब हमारी सोच कुछ बदल सी गई है क्योंकि, राजस्थान के कन्हैयालाल और दक्षिण कन्नड़ में BJYM के नेता प्रवीण नेत्तारू की हत्या के बाद अब ऐसा लगने लगा है कि, कल को हमने भी किसी मामले में खुलकर अपने विचार प्रकट किये तो कहीं हम भी मार न दिए जाएं। इसी तरह का एक मामला मध्य प्रदेश के रीवा से सामने आया है। इस मामले में मोबाइल में लगे स्टेटस के चलते हत्या कर दी गई है।
मोबाइल में लगे स्टेटस के चलते छात्र की गई हत्या :
दरअसल, मध्य प्रदेश के रीवा जिले से हैरान करने वाला एक मामला सामने आया है। क्योंकि, इस मामले के तहत एक छात्र की हत्या सिर्फ उसके मोबाइल पर लगे स्टेटस के चलते कर दी गई है। हालांकि, यह मामला आपसी लड़ाई का है। यह छात्र 10वीं का बताया जा रहा है। इस छात्र की जान लगभग आधा दर्जन युवकों ने मिलकर चाकू से हमलाकर ले ली। खबरों की मानें तो ये विवाद सिर्फ एक मोबाइल में लगे स्टेटस के चलते शुरू हुआ था। मामला बढ़ते हुए बड़ा मुद्दा बनता चला गया और युवकों ने छात्र को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
क्या है मामला ?
रीवा जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र से सामने आई घटना के मुताबिक, गोविंद विश्वकर्मा नाम के एक 10वीं के छात्र की हत्या की वजह मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया पर लगा एक स्टेटस बताया जा रहा है। नेबुहा निवासी गोविंद विश्वकर्मा हर दिन की तरह ही अपने साथी छात्रों के साथ स्कूल जा रहा था। उसी समय उसकेे मोबाइल पर लगे स्टेटस को देखकर आरोपी हंसने लगे जिस पर मृतक ने कहा कि, 'हंस क्यों रहे हो?', इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और इतना ज्यादा बढ़ गया कि, दूसरे गुट के छात्र हाथ में डंडा व रॉड लेकर आए और सबने मिलकर गोविंद को मरना शुरू कर दिया इतना ही नहीं उस पर चाकू से हमला करते हुए गोविंद के सीने और पेट में चाकू मार दिये। घायल हुये गोविंद को जब अस्पताल लेकर पहुंचे वहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की तरफ से पुलिस को दी गई जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों की तलाश शुरू की।
संजय गांधी अस्तपाल किया गया रेफर :
जानकारी के मुताबिक, गोविंद जमीन पर लहूलुहान हालत में पड़ा था, उसको देखकर छात्रों ने शोर मचाया और उसे लेकर अस्पताल पहुंचें, लेकिन बैकुण्ठपुर अस्पताल के चिकित्सकों ने छात्र की हालत को गंभीर देख संजय गांधी अस्तपाल रेफर कर दिया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मर्चुरी में शिफ्ट करा दिया है।
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