इंदौर, मध्यप्रदेश। प्रदेश में भ्रष्टाचार के बढ़ते हुए कदम रुकने का नाम नहीं ले रहे है, हाल फिलहाल में एक और रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है जो इंदौर के नगर निगम का है। इंदौर के नगर निगम में कार्यरत सोनू वेंडवाज,प्रभारी दरोगा के खिलाफ कार्यवाही की जाने की मांग उठ रही है। रिश्वतखोरी का यह कोई पहला मामला नही है इससे पहले भी ढेरो मामले सामने आए हैं, ज्यादातर मामले लाखो की रिश्वत के होते हैं।
जूनियर इंजनीयर, डॉक्टर, टीचर किसी सरकारी नौकरी के लिये लोगो का रिश्वत मांगना और देना आम बात लगती हैं यहां तक की अगर आपको अपने ही काम कराने हैं या अपने ही हक़ के पैसे निकलवाने हैं तब भी आपको सरकारी दफ्तर में कुछ चढ़ावा चढ़ाना पड़ता हैं ऐसे कई मामले देखने को मिल सकते हैं।
10,000 की रिश्वत लेते हुए दरोगा : ज़ोन क्रमांक 12, नगर पालिक निगम इंदौर के प्रभारी दरोगा सोनू वेंडवाज ने अपने वेतन निकलवाने के लिए देने वाले आवेदक अर्जुन ऊंटवाल (60 वर्ष) निवासी-हरिजन कॉलोनी, जूनी इंदौर से 10,000 की रिश्वत लेते हुए रेंज हाथो ट्रैप किया गया ,जिसके बाद मौके ही पर धारा 7 के अंतर्गत कार्यवाही जारी है।
पीड़ित सफाई कर्मचारी :
यह घटना इंदौर के नगर निगम के सफाई कर्मचारी के साथ घटित हुई हैं , आवेदक अर्जुन ऊंटवाल (60 वर्ष) के अनुसार, माह अक्टूबर का दिनांक 1.10.22 से दिनांक 5.10.22 तक की अवधि का ड्यूटी से अनुपस्थित का वेतन तथा उसके पहले का तीन माह का वेतन आरोपी द्वारा निकलवाने के एवज में रिश्वत राशि 25,000की मांग की गई, जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की गई। सत्यापन उपरांत शिकायत सही पाए जाने पर आज दिनांक 9.12.22 को आरोपी दरोगा को आवेदक से रिश्वत राशि 10,000 लेते हुए ट्रैप किया गया। आवेदक अर्जुन ऊंटवाल (60 वर्ष) इंदौर नगर निगम ज़ोन क्रमांक 12 (हरसिद्धि ज़ोन) में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत है।
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