हाइलाइट्स :
पुलिस ने आसपास के 532 से अधिक सीसीटीव्ही फुटेज को चैक किया था।
पुलिस ने किया लूट की वारदात का खुलासा।
71 अधिकारी, कर्मचारियों की टीम जुटी तो 24 घण्टे में खुलासा।
400 में से 137 ग्राम गहने किए बरामद।
मास्टर मांइड ने की प्लानिंग, ग्वालियर, करैरा तथा झांसी के बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम।
वारदात में प्रयुक्त कट्टा, कारतूस व मोबाइल बरामद।
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। प्रोफेसर के घर पर लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद जब बदमाश भाग रहे थे, तभी एक कैमरे में कान्हा नाम के बदमाश का चेहरा कैद हो गया। साथ ही वह ऑटो का नम्बर भी फुटेज में सुरक्षित हो गया। जिससे बदमाश भाग रहे थे। बस यही पुलिस को बदमाशों तक पहुंचने का सबसे पहला क्लू मिला था। पुलिस ने बदमाश कान्हा की पहचान कराई, जिसको क्षेत्र के लोगों ने पहचान लिया। बस इसके बाद पुलिस ने बदमाशों को लिफ्ट करना शुरु कर दिया और एक- एक कर अब तक 6 आरोपियों को पुलिस दबोच चुकी है। वहीं शेष 4 आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 137 ग्राम सोने के जेवर बरामद कर लिए हैं। साथ ही मोबाइल, कट्टा आदि भी बरामद कर लिया है।
थाना गोले का मन्दिर क्षेत्रान्तर्गत पंचशील नगर में स्थित प्रोफेसर शिशिर दीक्षित के घर में घुसकर उनके परिवार को बंधक बनाकर हथियार की नोक पर छ: अज्ञात बदमाशों द्वारा सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। बदमाश इस वारदात में 400 ग्राम बजनी सोने के जेवर व 60 हजार रुपए नगद लूट कर ले गए थे। सूचना मिलते ही आईजी डी श्रीनिवास वर्मा, एससपी अमित सांघी व एएसपी राजेश दण्डोतिया मौके पर पहुंचे थे। अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की 11 टीम बनाईं गईं, जो वारदात का खुलासा करने के लिए जुट गईं।
532 सीसीटीव्ही फुटेज देखे तब मिला क्लू :
वारदात का खुलासा करने के लिए 11 टीम इस काम में जुट गईं थीं। जिनमें से कुछ टीमों ने आसपास के कैमरों के फुटेज खंगाले। पुलिस टीमों ने आसपास के कुल 532 से अधिक कैमरों को एकत्रित किया। इसके बाद पुलिस ने जब इन फुटेज को बारीकी से देखा तो एक क्लू हाथ लगा। जिसमें वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हुए बदमाशों के साथ एक ऑटो भी जाती दिखाई दी। बस उसी ऑटो के नम्बर से पुलिस बदमाशों तक पहुंच गई।
डीएसपी अन्नोटिया ने तैयार की 76 ऑटो की सूची :
जांच के दौरान सीसीटीव्ही देखने पर पुलिस टीम को ज्ञात हुआ कि डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए दो मोटर सायकिल पर आए 6 बदमाशों के अलावा कुछ और बदमाश भी घटना में सम्मलित हैं, क्योंकि घटना के समय पर एमआईटीएस कॉलेज के पास एक ऑटो खड़ी दिखी। घटना के बाद वापस जाते समय दो मोटर सायकिल के अलावा इनके पीछे वह ऑटो भी जाती देखी गई थी। फुटेज में दिखे ऑटों के अस्पष्ट नम्बरों के आधार पर डीएसपी यातायात नरेश बाबू अन्नोटिया ने 76 ऑटो की सूची तैयार की। जिनसे एक- एक कर पूछताछ की गई। उसके आधार पर फुटेज में देखी गई ऑटो की तस्दीक करते हुए पुलिस टीम द्वारा ऑटो चालक को उसके घर से पकड़कर उससे घटना के संबंध में पूछताछ की तो उसके द्वारा डकैती की संपूर्ण घटना का मास्टर माइंड प्रोफेसर के घर पर काम करने वाले को बताया गया।
10 वर्ष से जो कर रहा था गाड़ी साफ, उसी ने करवाया था घर साफ :
पुलिस टीम को जांच के दौरान आए तथ्यों व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि प्रोफेसर के घर में इन्द्रानगर में रहने वाला चेतन 8-10 साल से गाड़ी साफ करने आ रहा है, उक्त व्यक्ति पर प्रोफेसर का परिवार काफी विश्वास करता था। घटना के दिन भी वह सुबह प्रोफेसर के घर गाड़ी साफ करने आया था। पुलिस टीम द्वारा गाड़ी साफ करने वाले व्यक्ति को उसके घर से पकड़कर पूछताछ की गई साथ ही उसके संबंध में जानकारी एकत्रित की गई तो उसकी बदमाशों से दोस्ती होने की बात सामने आई। जिस पर से पुलिस टीम द्वारा उससे घटना के संबंध में तकनीकी साक्ष्यों को आधार बनाकर पुन: पूछताछ की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त सनसनीखेज डकैती की घटना कारित करने के लिए चेतन ने ही शहर के एक बदमाश से संपर्क किया था। उसने शहर में रहने वाले अपने दो अन्य साथियों को भी डकैती की योजना में शामिल कर लिया। पहचाने जाने के डर से उक्त बदमाशों ने डकैती की घटना को स्वयं अंजाम न देकर करैरा व झांसी के 5 बदमाशों को अपनी योजना में शामिल कर लिया।
मोटर साइकल से पहुंचे थे करैरा, झांसी के बदमाश :
करैरा व झांसी के बदमाश दो मोटर सायकिल पर सवार होकर ग्वालियर आये और चेतन अपने साथियों के साथ ऑटो में आया। एक स्थानीय बदमाश द्वारा इनको कट्टे व कारतूस उपलब्ध कराए गए थे। पूरी वारदात में 10 बदमाशों के शामिल होने की बात संज्ञान में आई है। जिसमें से पुलिस टीम द्वारा ग्वालियर के 6 बदमाशों को उनके घर से धरदबोचा है।
400 में से 137 ग्राम सोना बरामद, 6 को दबोचा :
पुलिस अब तक इस मामले में अजय उर्फ टोपी निवासी झांसी, कृष्णा उर्फ कान्हा निवासी किलागेट, संजू बाबा निवासी किलागेट, चेतन व प्रवेश निवासी पंचशील नगर व गट्टा यादव निवासी खोड को गिरफ्तार कर चुकी है।
पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस टीम द्वारा लूटे गए सोने के आभूषणों में से लगभग 137 ग्राम सोने के आभूषणों व कुछ चांदी के आभूषण भी बरामद किए है। डकैती की घटना में प्रयुक्त एक कट्टा मय राउण्ड तथा एक मोबाइल भी जप्त किया गया है। हिरासत में लिए गए बदमाशों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी प्राप्त हुई कि घटना में लगभग 400 ग्राम सोने के आभूषण बदमाशों द्वारा प्रोफेसर के घर से लूटे गए थे। जिसमें से लगभग 137 ग्राम सोने के आभूषण कीमती लगभग 6 लाख 86 हजार रुपए के पुलिस टीम द्वारा बरामद कर लिए गए हैं। डकैती की घटना में शामिल इनके अन्य साथियों, हथियारों व लूटे गए शेष माल के संबंध में पुलिस टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार फरार बदमाशों के छिपने के ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
यह था मामला :
6 जून को दोपहर में थाना गोले का मन्दिर क्षेत्र के पंचशील नगर निवासी एमआईटीएस कॉलेज के प्रोफेसर शिशिर दीक्षित के घर दो मोटर सायकिल सवार अज्ञात छ: हथियारबंद बदमाशों द्वारा उनकी मां, पत्नि व बेटी को बंधक बनाकर सोने-चांदी के आभूषणों व नगदी की लूट की थी।
इनकी रही सराहनीय भूमिका :
वारदात के खुलासे में थाना प्रभारी गोले का मन्दिर निरीक्षक मिर्जा आसिफ वेग, थाना प्रभारी क्राईम निरीक्षक डॉ. संतोष यादव, थाना प्रभारी जनकगंज निरीक्षक आलोक परिहार, थाना प्रभारी हजीरा निरीक्षक मनीष धाकड़ , क्राईम ब्रांच टीम- उप निरीक्षक नरेन्द्र सिसोदिया, सतीश यादव, शैलेन्द्र शर्मा, राहुल अहिरवार, अमित शर्मा, रजनी रघुवंशी, सहायक उप निरीक्षक राजीव सोलंकी, प्रधान आरक्षक रामबाबू, जितेन्द्र तोमर, मुकेश चौहान, अनिल गुप्ता, मनीष चौहान, महिला प्रधान आरक्षक अर्चना कंसाना, प्रधान आरक्षक विकास बाबू, भगवती सोलंकी आरक्षक गौरव आर्य, आशीष शर्मा, अरूण पवैया, रणवीर शर्मा, राहुल यादव, जितेन्द्र तुरैले, अभिषेक तोमर, देवबृत तोमर, सोनू परिहार, योगेन्द्र तोमर, सुमित शर्मा, राजीव शुक्ला, रोहित, राघवेन्द्र भदौरिया, प्रदीप यादव, रूपेश शर्मा, जैनेन्द्र गुर्जर, कपिल पाठक, राजकुमार जाट, नरवीर राणा थाना गोले का मन्दिर टीम- उनि बृजमोहन शर्मा, शिवेन्द्र कुमार, दीपेन्द्र राजावत, आरक्षक शशिकांत, भानु सिकरवार, सत्येन्द्र, गिर्राज थाना हजीरा टीम- उप निरी नरेन्द्र छिकारा, आरक्षक लवकुश, सुरेन्द्र कुशवाह थाना महाराजपुरा टीम- आरक्षक कुलदीप तोमर, विजय बघेल थाना जनकगंज टीम- प्रधान आरक्षक सतीश परिहार, बृजेन्द्र जाट की सराहनीय भूमिका रही।
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