गुड़गांव : देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लागू हुए लॉकडाउन से ही कई तरह की सुविधाओं के साथ ही OYO रूम्स के होटल भी बंद थे, परंतु सरकार द्वारा देश को अनलॉक करने के बाद कई सर्विसेस फिर से शुरू हो गईं। इनमें ही OYO रूम्स के होटल भी शामिल हैं। लेकिन इसी बीच कई बेईमान लोग ठगी, फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी जैसी वारदातों को भी अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गुड़गांव से सामने आया है, जिसमे होटल खुलवाने व OYO रूम्स से लीज एग्रीमेंट कराने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर ठगी को अंजाम दिया गया है।
क्या है मामला :
दरअसल, लॉकडाउन के बाद जबसे OYO रूम्स खुलने की शुरुआत हुई है। हर जगह लोगों ने अपने होटल्स लीज एग्रीमेंट कराने की शुरुआत कर दी है। ऐसे ही गुड़गांव में हिसार निवासी सुरेंद्र मलिक के साथ होटल खुलवाने व OYO से लीज एग्रीमेंट कराने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर 20 लाख रुपये की चपत लगा दी है। इस मामले में ठगों ने पीड़ित व्यक्ति को OYO की साझेदारी वाले फर्जी दस्तावेज तैयार करके दिए और इस बहाने व्यक्ति से करीब 20 लाख रुपये ठग लिए।
20 लाख का फर्जीवाड़ा करने के साथ ही वसूला किराया :
यह जालसाज इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने 20 लाख रकम का फर्जीवाड़ा किया ही साथ ही होटल के लिए किराए पर ली गई बिल्डिंग को खुद की बताकर उसके रूम्स से किराया भी वसूला। पीड़ित व्यक्ति द्वारा पूरी जानकारी सदर थाना पुलिस को बताने के बाद पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर मामले पर कार्यवाही शुरू कर दी है।
पीड़ित की शिकायत :
बताते चलें, इस मामले में पीड़ित हिसार हांसी के आर्य नगर निवासी सुरेंद्र मलिक द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत में उन्होंने कहा है कि, "कुछ महीने पहले उनकी मुलाकात बस स्टैंड के पास रजवाड़ा होटल चलाने वाले पवन बजाज से हुई थी। उन्होंने सुरेंद्र मलिक को OYO कंपनी से आमदनी की बात बताते हुए साझेदारी करवाने का भी दावा किया। सुरेंद्र ने उसकी बात मान कर जुलाई 2019 में पवन बजाजा से सेक्टर-38 में प्लॉट नंबर 76 पर बनी बिल्डिंग लीज ले ली।
खबरों के अनुसार यहां, पहले से ही आरएस रॉयल होम स्टे (RS Royal Home Stay) नाम से होटल चल रहा था। 20 जुलाई को पवन ने सुरेंद्र को सुभाष वर्मा नाम के एक व्यक्ति को प्रॉपर्टी का मालिक बताते हुए मिलवाया और सुरेंद्र के साथ बिल्डिंग के किराए पर लीज के लिए डक्यूमेंटेशन करवा दिया और 1 अगस्त को होटल का चार्ज ले कर 'द चेयरमैन' नाम से होटल का संचालन शुरू कर दिया। इसके अलावा OYO के नाम से कई बार एग्रीमेंट भी कराए गए।
OYO ने की पुष्टि :
नवंबर महीने में पीड़ित को पता चला कि बिल्डिंग मालिक सुभाष वर्मा नहीं बल्कि कोई और है और OYO के सभी दस्तावेज भी फर्जी पाए गए। OYO कंपनी से पता करने पर यह बात सामने आई कि, उनकी साइट पर अभी भी ये प्रॉपर्टी आरएस रॉयल होम स्टे के नाम से चल रही थी। OYO द्वारा पुष्टि कर बताया गया कि, यह एग्रीमेंट फर्जी है।
आरोपी ने दी धमकी :
मामले का खुलासा होने के बाद सुरेंद्र मलिक ने जब आरोपी से अपने 20 लाख रुपये वापस मांगे तो आरोपी ने धमकी देना शुरू कर दिया। तब परेशान होने के बाद पीड़ित सुरेंद्र मलिक ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की। हालांकि, पुलिस की जांच इस मामले पर जारी है।
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