मंदसौर, मध्यप्रदेश। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मंगलवार दोपहर मंदसौर आयकर कार्यालय परिसर से आयकर अधिकारी रामगोपाल प्रजापति को पांच लाख रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र की एक इलेक्ट्रिक स्विच बनाने वाली कंपनी के आयकर का फेसलेस कर निर्धारण करने के मामले में आयकर अधिकारी प्रजापति ने कंपनी प्रबंधन से दस लाख रूपए रिश्वत की मांग की थी। इस पर प्रबंधन ने सीबीआई को मामले की जानकारी दी। सीबीआई ने जाल बिछाया और एक योजना बनाकर आठ सदस्यीय सीबीआई अधिकारियों की टीम मंदसौर पहुंची और निर्धारित प्लान के तहत महाराष्ट्र के बिजली कंपनी प्रबंधन के व्यक्ति से पांच लाख रिश्वत लेते आयकर अधिकारी को पकड़ लिया। सीबीआई टीम ने आयकर अधिकारी प्रजापति के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी को आज बुधवार को इंदौर में सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा।
मंदसौर आयकर कार्यालय में मंगलवार को भोपाल सीबीआई टीम ने छापामार कार्रवाई की है। कार्रवाई में आयकर अधिकारी प्रजापति को 5 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सीबीआई भोपाल एडिशनल एसपी अतुल हजेला ने बताया कि महाराष्ट्र में बिजली स्विच बनाने वाली फर्म द्वारा शिकायत की गई थी की उसकी फर्म में बिजली स्विच बनाए जाते है । जिसका आयकर फेसलेस असेसमेंट करने के लिए आयकर के उ'च अधिकारियों ने मंदसौर आयकर अधिकारी को प्रकरण भेजा थाा। इस असेसमेंट को आयकर अधिकारी मंदसौर द्वारा निर्धारण करना था। फरियादी ने आरोप लगाते हुए सीबीआई भोपाल में शिकायत दर्ज की थी की मंदसौर जिला आयकर अधिकारी ने 10 लाख की रिश्वत मांग की है। सीबीआई द्वारा की गई जांच मे शिकायत सही पाए जाने पर टीम ने ट्रैप प्लान किया।
रिश्वत नहीं देने पर आयकर अधिकारी ने भारी जुर्माने लगाने की कही थी बात :
शिकायतकर्ता का ऐसा आरोप था कि आईटीओ मंदसौर ने 10 लाख रूपए की रिश्वत की मांग की और यदि मांगी गई रिश्वत का भुगतान नहीं किया गया, तो उस पर आयकर विभाग द्वारा भारी जुर्माना लगाया जाएगा और फर्म पर आईटी का छापा मारा जाएगा।
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