भंवरकुआं डकैती फालोअप Syed Dabeer Hussain - RE
क्राइम एक्सप्रेस

Indore Robbery Case : डकैतों को आसरा देने वाला हो सकता है मास्टर माइंड!

इंदौर, मध्यप्रदेश : पुलिस के सामने आरोपियों की पहचान उजागर होने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही डकैती का पर्दाफाश होगा और डकैत सलाखों के पीछे।

Pradeep Chauhan

इंदौर, मध्यप्रदेश। भोलाराम उस्ताद मार्ग पर हुई ज्योतिष जय प्रकाश वैष्णव के घर हुई सशस्त्र डकैती को लेकर ये संभावना है कि डकैती का राज खजराना से ही उजागर होगा। वहां से पकड़े गए डकैतों को आसरा देने वाले आरोपी को पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है। उससे रिमांड पर डकैतों का सुराग मिलने की उम्मीद है। इस आरोपी ने जिस तरह से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी उससे ये भी आशंका है कि कहीं यही तो डकैती का मास्टर माइंड नहीं है..? वैसे उसके बयान के आधार पर पुलिस टीम ने राजस्थान में डेरा डाल लिया है। पुलिस के सामने आरोपियों की पहचान उजागर होने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही डकैती का पर्दाफाश होगा और डकैत सलाखों के पीछे।

एक हजार सीसीटीवी फुजेट, दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ :

अभी तक की इनवेस्टीगेशन में करीब 1000 सीसीटीवी फुटेज के साथ ही दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ हो चुकी है। राजस्थान में भी कई संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। भंवरकुआ इलाके में हुई ये सनसनीखेज डकैती पुलिस के सामने चुनौती बन गई है। 10 से ज्यादा टीमें इसकी छानबीन में लगी हुई है। इसमें कई बड़े अफसर और इनफारमर्स की टीम भी सक्रिय है। टीआई संतोष दूधी के मुताबिक आरोपी जाकिर पिता उमेद सिंह, निवासी दरगाह के पीछे खजराना को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इसने अपने भतीजे सगीर की मदद से मुख्य आरोपियों संयोग, गौतम, आकाश, योगेश आदि को राजस्थान से बुलवाकर डकैती के पहले अपने घर पर आसरा दिया गया था आरोपी जाकिर को षड्यंत्र में शामिल होने के कारण गिरफ्तार किया गया।

जाकिर का भतीजा भी शामिल षड़यंत्र में :

जाकिर ने जिस तरह से पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की और अपने भतीजे का सहारा लिया था उससे ये भी आशंका हो रही है कि कहीं ये ही तो डकैती का मास्टर माइंड नहीं है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ये भी पता लगा रही है कि कहीं जाकिर को ही तो ये पता नहीं लगा था कि ज्योतिष के घर पर 9 करोड़ रुपए हैं। उसे ऐसी जानकारी कहां से मिली थी..? इसके बारे में भी पूछताछ हो सकती है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में ये बताया था कि वह वारदात के दौरान राजस्थान में विवाह समारोह में शामिल था। उसके लिए उसने राजस्थान के बिल आदि भी पुलिस को दिखाए थे। फिल्म दृश्यम की तर्ज पर इसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन पुलिस इसकी इस चाल को भांप गई। सख्ती से हुई पूछताछ में इसने ये स्वीकार किया कि डकैती के आरोपियों को इसने अपने घर में आसरा दिया था।

राजस्थान के टोंक में हो सकते हैं डकैत :

बताते हैं कि पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला है कि आरोपी राजस्थान के टोंक में हो सकते हैं। जाकिर के कुछ रिश्तेदार भी वहां रहते हैं इसीलिए पुलिस टीम राजस्थान के टोंक में उनकी तलाश कर रही है। राजस्थान में कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इससे उम्मीद है कि डकैतों का जल्दी ही पता लग जाएगा। ये भी पता चला है कि इंदौर पुलिस इस मामले में राजस्थान पुलिस की भी मदद ले रही है। जिन आरोपियों के नाम पता चले हैं उनकी आपराधिक कुंडली भी खंगाली जा रही है।

उल्लेखनीय है कि डकैतों की तलाश में जुटी पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की थी और डकैतों के बारे में पता चला था कि वे राजस्थान के हैं और फरार हो चुके हैं। डकैतों को फुटेज भी पुलिस को मिल गए थे। उसके बाद जांच में इस बात के सुराग मिले कि ये डकैत खजराना में किस घर में रुके थे। उसके बाद पुलिस खजराना में जाकिर के घर तक पहुंची थी और उसे हिरासत में लिया था। भोलाराम उस्ताद मार्ग पर 18 नवंबर की दिन दहाड़े ज्योतिष जयप्रकाश वैष्णव के घर 6 सशस्त्र बदमाशों ने डकैती की थी। एक बदमाश के पास पिस्टल थी बाकी के पास चाकू थे। पिस्टल की नोक पर आरोपियों ने वैष्णव की पत्नी, दो बेटियों, किराएदार छात्रा और दो नौकरानियों को बंधक बनाकर यहां से 1.50 लाख रुपए की डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। इन डकैतों ने वहां पहुंचते ही परिजनों से पूछा था कि 9 करोड़ रुपए कहां हैं..? माना जा रहा है कि इस सूचना के बाद ही ज्योतिष के घर दिन दहाड़े डकैती की वारदात की गई थी। जांच में ये भी एक अहम बिन्दु है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT