1.33 करोड़ का ऑनलाइन सट्टा पकड़ाया Social Media
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इंदौर : 1.33 करोड़ का ऑनलाइन सट्टा पकड़ाया, 9 लोग गिरफ्तार

इंदौर, मध्य प्रदेश : महू के गुर्जरखेड़ा स्थित एक मकान पर छापामार कार्रवाई कर पुलिस ने 1 करोड़ 33 लाख 66 हजार का ऑनलाइन सट्टा पकड़ा।

Author : राज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • बैंकों में डेढ़ करोड़ रुपए का संदिग्ध लेन-देन मिला, खाते फ्रीज

  • ऑनलाइन सॉफ्टवेयर गेम के से किया जा रहा था सट्टे का कारोबार

  • गेम बनाने वाला साफ्टवेयर इंजीनियर भी पकड़ाया

इंदौर, मध्य प्रदेश। महू के गुर्जरखेड़ा स्थित एक मकान पर छापामार कार्रवाई कर पुलिस ने 1 करोड़ 33 लाख 66 हजार का ऑनलाइन सट्टा पकड़ा। मामले में पुलिस ने नौ लोगों को पकड़ा है, इनमें साफ्टवेयर बनाने वाला साफ्टवेयर इंजीनियर भी शामिल हैं।

डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि गुजरखेड़ा स्थित राजू वर्मा के मकान में ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा है। सूचना पर महू पुलिस ने दबिश देकर यहां से विकास पिता मनोहर सिंह यादव (25) निवासी खण्डवा, जितेन्द्र पिता नारायण लोवंशी (24) नि. सिवनी मालवा गोलगाँव, हेमंत पिता अनिल गुप्ता (23) नि. बरमकेला छत्तीसगढ और सोनू पिता संतोष गुप्ता (20) नि. बरमकेला छत्तीसगढ को पकड़ा। पुलिस ने यहां से 3 लेपटॉप व मोबाइल जब्त किए हैं।

डीआईजी के अनुसार पकड़े गए युवकों से पूछताछ में पता चला है कि राजा उर्फ लोकेश पिता राजू वर्मा निवासी गुजरखेड़ा द्वारा उक्त चारों युवकों को को नौकरी पर रखा गया था, जो ऑनलाईन सट्टा खिलाते थे। इसके अलावा पलाश अभिचंदानी व शुभम कलमें भी ऑनलाईन सट्टे के व्यापार में सम्मिलित होना पता चला। पुलिस ने यहां से विकास यादव, जितेन्द्र लोवंशी, हेमंत गुप्ता, सोनू गुप्ता, लोकेश उर्फ राजा वर्मा, पलाश अभिचंदानी, शुभम कलमें, मुकेश अभिचंदानी, मनोज मालवीय को गिरफ्तार कर लिया।

लोन दिलवाने के नाम पर खुलवाते था बैंक खाता :

पुलिस ने बताया कि राजा वर्मा मुख्य आरोपी है। वह महू व इंदौर के मजदूरों को दुकान खुलवाने के लिए लोन दिलवाने के नाम पर उनके आधार कार्ड, पेन कार्ड मंगवाकर गुमास्ता बनवाता था। उसके बाद अलग-अलग बैंकों में गरीब मजदूरों के नाम से व्यापारी फर्म बनाकर करन्ट एकाऊण्ट खुलवाता था। इनम अकाउंट में ऑनलाईन सट्टे के बड़ी राशि जमा होती थी। ऐसे 13 बैंक खाते प्रारम्भिक विवेचना में सामने आए। जिनमें पिछले छ: माह में लगभग 53 करोड़ 23 लाख 70 हजार 417 रुपए का ट्रांजेक्शन होना पाया गया। पुलिस ने बताया कि राजा वर्मा ने इंदौर के सॉफ्टवेयर इन्जीनियर मनोज उर्फ मोंटी पिता कैलाश मालवीय निवासी पालदा से धन गेम नाम का सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन एंड्रायड प्लेट फार्म 4 पर तैयार करवाया था।

छह करोड़ की प्रापर्टी खरीद ली :

पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन सट्टा के कारोबार से राजा वर्मा ने करोड़ों रुपए कमाए हैं। उसने दो साल में महू व इंदौर में करोड़ों की महंगी प्रापर्टी खरीदी है। कुछ प्रापर्टी परिवार वालों के नाम से भी खरीदी। प्रारंभिक जांच में 6 करोड़ रुपए की संपत्ति खरीदने की बात सामने आ रही है। वहीं सट्टेबाजों से एक करोड़ 31 लाख 66 हजार 623 रुपए नकद जब्त किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि 1.5 करोड़ रुपए मूल्य की राशि अलग-अलग बैंक के खातों में फ्रीज की गई है। मामले में और पूछताछ की जा रही है।

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