हाइलाइट्स :
कैफे संचालक निकला गिरोह का सरगना, चार गिरफ्तार।
दोस्त के नाम से ली सीम, नौकर के खाते में डलवाता था रुपए।
मोबाइल एप के माध्यम से आवाज बदलकर बात करता था।
इंदौर, मध्यप्रदेश। कोरोना काल में अत्यावश्यक हुए मास्क के नाम पर कैफे संचालक ने कई लोगों को ऑनलाईन लाखों का चूना लगा दिया। आरोपी ने अपने परिचितों के नाम से मोबाइल सिम लेकर लोगों से नौकर के खाते में रुपए जमा करवा लिए। जब ठगाए लोग फोन करते थे, तब आरोपी वाइस कनवरटर एप के माध्यम से लड़की की आवाज में बहाने बना लेता था। क्राइम ब्रांच ने जांच की तो कैफे संचालक गिरोह का सरगना निकला। उसके सहित चार लोगों को पुलिस ने फिलहाल गिरफ्तार किया है।
एएसपी क्राइम गुरूप्रसाद पाराशर के अनुसार फरियादी शुभम पिता मनीष बोहरा नि. हुकुमचंद्र मार्ग थाना मल्हारगंज द्वारा शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था। कारोबारी शुभम ने बताया कि कोरोना काल में बेचने के लिए मास्क की जरूरत थी। इसी बीच उसके मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति ने संपर्क कर स्वयं को जबलपुर स्थित योगेन्द्र हर्बल्स नामक संस्थान से जुड़ा बताते हुए एन-95 मास्क उपलब्ध कराने की बात की। आरोपी ने वाट्सअप पर मास्क के फोटो भी भेजे, जिनकी कीमत भी कम थी। शुभम उसकी बातों में आ गया और दोनों के बीच 69 हजार रुपए में मास्क का सौदा तय हो गया। आरोपी ने 60 हजार रुपए एक खाते में डालने की बात कही, जिस पर शुभम ने जमा कर दिए। इसके कई दिनों तक आवेदक को मास्क मिले तो उसने मोबाइलधारक से संपर्क कर राशि लौटाने को कहा। इस पर आरोपी बहानेबाजी करने लगा। रुपए नहीं मिलने पर शुभम ने कंट्रोलरूम पहुंचकर मामले की शिकायत की, जिस पर क्राइमब्रांच ने धारा 420, 406, 34 भादवि के तहत केस दर्ज कर विवेचना शुरू की।
जांच के दौरान फरियादी द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर की डिटेल निकालते हुए सुनील पिता कन्हैयालाल सैनी नि. देवकीनगर एमआर9 और बैंक खाताधारक मोहित पिता रमाशंकर दुबे नि. विजयनगर स्थायी निवास टीलाबुजुर्ग जिला सागर को पकड़ा। पूछताछ में सुनील ने बताया कि सुमित सालुंके निवासी खजराना नाम के दोस्त ने उसे 500 रूपये प्रति सिम के हिसाब से पैसा देकर उसके आधार कार्ड पर 5 सिम खरीदी थीं। इन सिमों का उपयोग सुमित सालंकुे और उसका दोस्त हिमांशु पटेल करते हैं। सुनील के बयान से यह पता लगा कि मामले में धोखाधड़ी करने वाले हिमांशु व सुमित हैं, जो सिम कार्ड व मोहित के खाते का दुरूपयोग कर लोगों को शिकार बना रहे हैं।
मोहित दुबे ने पूछताछ में बताया कि वह विजयनगर में 24 कैफे पर वेटर की नौकरी करता था, जिसका मालिक हिमांशु पटेल है। हिमांशु पटेल ने मोहित से ऑनलाईन वेतन जमा कराने के लिए महिन्द्रा कोटक बैंक में ऑनलाईन खाता खुलवाने के लिये दस्तावेजों की मांग की थी। उस खाते का नम्बर व समस्त जानकारी हिमांशु पटेल को थी जोकि वेतन जमा करने के साथ ही कई जगहों के पेमेण्ट मोहित के खाते में जमा कराता था, बाद में मोहित दुबे से पैसे निकलवा कर खुद ले लेता था। कुछ दिनों बदा मोहित को पता चला कि यह राशि अवैध तरीके से उसके खाते में आ रही है, तो उसने हिमांशु से इसके बदले कमीशन लेना शुरू कर दिया। पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने सुमित उर्फ बल्लू पिता रामदाय सालुंके (25) नि. विश्वनाथ धाम एमआर 09 खजराना और हिमांशु पिता सुरेश पटेल (24) नि. श्याम नगर सुखलिया को गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी क्राइम ब्रांच के अनुसार जांच में पता चला कि हिमांशु इस गिरोह का असल सरगना है, जिसने परिचितों के नाम से कई सिम कार्ड प्राप्त की व अपने कैफे में काम करने वाले वेटर के नाम से खाता खुलावाकर उसकी जानकारी ली। उसके बाद शातिर आरोपी ने गूगल से एम-95 मास्क के कुछ फोटो डाउनलोड किए। इसके बाद हिमांशु ने जस्ट डायल पर सर्च कर कपड़ा, मेडिकल तथा मास्क की दुकान वाले व्यवसायियों के नम्बर हासिल किए तथा उन्हें फोन कर एन-95 मास्क उपलब्ध कराने का कहकर आर्डर बुक किए। आरोपी ने इंदौर, मुंबई, पुणे सहित कई शहरों के व्यापारियों से ऑनलाईन पैसे अपने यहां काम करने वाले वेटर के खाते में जमा करवाये। बाद ना किसी को भी ना तो मास्क की डिलीवरी पहुंचाई और ना ही पैसे वापस किये। ठगाए लोगों ने उसे फोन करना शुरू किया तो आरोपी ने गूगल प्ले स्टोर से वाइस कनवरटर एप डाउनलोड कर लिया और खुद उस एप्प के जरिये लड़की की आवाज में लोगों जबाब देना शुरू किया कि वह कंपनी की मैनेजर बात कर रही है। ट्रांसपोर्ट की समस्या के चलते माल नहीं भेजा जा सका, जो कि शीघ्र ही उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस प्रकार कई दिनों तक लोगों को गुमराह कर आरोपी ने कई लोगों से लाखों रुपए ठग लिए।
पुलिस के अनुसार फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें आरोपी सुनील कार ड्राईवर है तथा आरोपी मोहित चॉकलेट बनाने वाली कंपनी में काम करता है। सुमित बी कॉम पास है जो कि स्टाम्प पेपर बनाने का काम नंदानगर में करता है वहीं आरोपी हिमांशु कैफे संचालक है। चारों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
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