दो पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला सांकेतिक चित्र
क्राइम एक्सप्रेस

दो पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला: हमीदिया अस्पताल पार्किंग में दिया वारदात को अंजाम

भोपाल, मध्यप्रदेश : गृहमंत्री ने गंभीरता से लिया मामला, एक्शन में भोपाल पुलिस आरोपियों के तोड़े गए मकान। पांचों आरोपियों का पुलिस ने निकाला जुलुस।

Author : Faraz Sheikh

भोपाल, मध्यप्रदेश। हमीदिया अस्पताल पार्किंग में गुरुवार देर रात नशे में धुत हुड़दंगी उत्पात मचा रहे थे। सूचना पर कोहेफिजा थाने के दो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। संदिग्धों को देखकर पूछताछ की गई। आरोपियों ने पुलिस से बदसलूकी कर दी। बदमाशों को थाने चलने के लिए कहा गया तो आरोपियों ने चाकू से एक प्रधान आरक्षक की पीठ पर पहला वार किया। इसके बाद प्रधान आरक्षक के हाथ, पांव गंभीर वार किए गए। हमले के कारण घायल जवान की हालत नाजुक बनी हुई थी। जबकि आरक्ष को मामूली चोट आई हैं। शुक्रवार शाम तक गंभीर घायल की हालत खतरे से बाहर बताई गई। वहीं शुक्रवार सुबह गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बयान जारी किया। हमलावरों से सख्ती से निपटा जाएगा, सभी के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। तत्काल पुलिस ने सभी हमलावरों को हिरासत में ले लिया है। शुक्रवार दोपहर तक आरोपियों के मकानात को जमींदोज कर दिया गया।

क्या है मामला :

एएसपी रामस्नेही मिश्रा के अनुसार प्रधान आरक्षक विजय यादव और आरक्षक विजय बहादुर कोहेफि जा थाने में पदस्थ हैं। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात दोनों की ड्यूटी पर चार्ली पर थी। इस दौरान वह हमीदिया अस्पताल की पार्किं ग के पास पहुंचे, जहां उन्हें कुछ युवकों द्वारा हुड़दंग मचाने की जानकारी मिली। आगे देखने पर पुलिसकर्मियों को कुछ बदमाश संदिग्ध अवस्था में खड़े हुए दिखाई दिए। जब दोनों पुलिसकर्मियों में आधी रात को उनके खड़े होने का कारण पूछा तो वह बिफ र गए। इतना ही नहीं आरोपियों ने दोनों पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने अपने पास रखे चाकू से हवलदार विजय यादव की कमर, हाथ और पांव पर हमला कर उसे लहुलूहान कर दिया और फ रार हो गए। घायल हवलदार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर अब उसकी हालत खतरे से बाहर होना बताई जा रही है। पुलिसकर्मियों की चाकूबाजी की खबर लगते ही पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए थे।

नशा उतरा तो पहले गिड़गिड़ाए :

हवलदार विजय यादव पर जानलेवा हमला होने के बाद एक्शन में आई पुलिस ने बदमाशों को देर रात ही दबोच लिया। सुबह नशा उतरा तो आरोपी गिड़गिड़ाने लगे। बदमाशों का शाम को जुलूस निकाला। रात को पुलिसकर्मी को दौड़ाने वाले बदमाश जुलूस में लंगड़ाते नजर आए। पुलिस ने इसके साथ ही उनकी दुकानों से लेकर मकान तक जमीदोज कर दिए। इसके साथ ही आरोपियों के पुराने रिकॉर्ड और अपराध भी खोले जा रहे हैं। पुलिस ने रात से ही आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। दोपहर तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही उनके मकान और दुकानों को गिराने की कार्रवाई की गई। पुलिस ने नगर निगम के साथ घटना के मुख्य आरोपी अशिर उर्फ आशु, हैदर हसन के नारियल खेड़ा गौतम नगर के मकान को गिरा दिया गया। इसके अलावा उमर उर्फ पन्नी, जैद अनवर खान, अली भाई पिता शाहिद के अवैध कब्जों पर कार्रवाई की गई। पीजीबीटी कॉलेज रोड निवासी अर्सलान के मकान को नगर निगम व पुलिस टीम द्वारा जमींदोज कर दिया है।

इनका जुलूस निकला :

  1. 21 साल का अशिर शाह उर्फ आशु पिता आमुस ग्लोरियंस एडवोकेट कॉलोनी ईदगाह हिल्स में रहता है।

  2. 22 साल का सैय्यद अर्सलान उर्फ शनि पिता सैय्यद सलीमुद्दीन पीजीबीटी कॉलेज रोड कृष्णा कॉलोनी गौतम नगर में रहता है।

  3. 26 साल का हैदर हसन पिता रईस हसन शारदा नगर गौतम नगर में रहता है।

  4. 21 साल का जैद अनवर खान पिता स्व. मोहम्मद खान निवासी नीलकंठ कॉलोनी ईदगाह हिल्स का रहने वाला है।

  5. 23 साल का उमर उर्फ पन्नी पिता शेख रईस साजिदा नगर करबला रोड पर रहता है।

तमाशमीन बने रहे लोग :

जानकारी के अनुसार, कोहेफिजा थाने से 200 मीटर दूर हमीदिया अस्पताल के पास पार्किंग के पास ड्यूटी पर थे। इस दौरान पार्किंग के पास दुकानों पर आरोपी देर रात तक बैठे थे। विजय ने उन सभी से वहां से जाने के लिए कहा था, लेकिन बार-बार कहने पर भी आरोपी वहां से नहीं गए। इसके बाद हवलदार और आरोपियों के बीच कहासुनी हो गई। फिर आरोपियों ने विजय के पीठ पर चाकू से हमला कर दिया। जब विजय पर हमला किया, तो मौके पर मौजूद लोगों में से किसी ने उसकी मदद तक नहीं की। इस कारण भी पुलिस ने आसपास के दुकानों पर कार्रवाई की।

पुलिस पर तीन महीने में तीसरा हमला :

कोहेफिजा पुलिस पर तीन महीने में दूसरी बार और भोपाल पुलिस पर यह तीसरा हमला है। इससे पहले खानूगांव में जिप्सी में राइफ ल के साथ बैठे 6 युवकों ने पुलिस का वायरलेस सेट तोड़ा मारपीट की थी। आरोपी देर रात जिप्सी में बैठे मस्ती कर रहे थे। इससे एक सप्ताह पहले भी हनुमानगंज थाना क्षेत्र में देर रात चाय की दुकान बंद कराने को लेकर पुलिस पर खौलती चाय फेंकते हुए पथराव कर दिया था। इसमें तीन से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

इन पर भी हुआ था हमला :

अशोका गार्डन स्थित अस्सी फीट रोड पर करीब 6 माह पूर्व में एसएएफ के एक जवान पर पेट्रोल टैंक के बाहर हमला हुआ था। उसकी पत्नी और बहन को भी बेरहमी से पीटा गया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। प्रभावी कार्रवाई के लिए उनके अवैध निर्माण तोड़ने का प्रतिवेदन तैयार किया गया था। पुलिस पर हुए हमले के बाद एक बार फिर शहर के बदमाशों के खिलाफ तोड़फोड़ मुहिम शुरु हो सकती है।

सिविल ड्रेस में थे दोनों जवान :

हमीदिया अस्पताल परिसर में पुलिस पर हुए हमले के दौरान प्रधान आरक्षक विजय यादव और आरक्षक विजय बहादुर दोनों सिविल ड्रेस में थे। उनके पास वायरलेस और डंडा भी नहीं था जिससे यह साफ हो सके की वह पुलिसकर्मी हैं। यही कारण है कि आरोपियों ने उन पर बेरहमी से हमला किया। इन्हीं कारणों को देखते हुए तत्कालीन डीआईजी रमन सिंह सिकरवार ने शहर के सभी थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों पर सिविल ड्रेस में नौकरी करने पर सख्ती से पाबंदी लगाई थी।

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