भोपाल, मध्यप्रदेश। एमपी नगर थाना पुलिस ने इसी साल मार्च में हुई पीईबी द्वारा आयोजित ऑन लाइन प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल हुए पांच परीक्षार्थियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। आरोपियों ने ऑनलाइन परीक्षा में फर्जी तरीके से सभी प्रश्नों के उत्तर सही दे दिए, जबकि ऑनलाइन परीक्षा के दौरान दो घंटे तक उनके कम्प्यूटर की स्क्रीन ऑफ रही थी। पुलिस का कहना है कि फिलहाल पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
एसआई रंजीत मिश्रा ने बताया कि पीईबी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. धर्मेन्द्र कुमार अग्रवाल ने सोमवार को एक शिकायती आवेदन दिया था। जिसकी जांच के बाद पुलिस ने परत सिंह रावत, भुवनेश्वर शर्मा, नीलम केमोर, निशा सोलंकी और मनोज पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी व परीक्षा अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। एक आरोपी सागर और शेष चार ग्वालियर के रहने वाले हैं।
क्या है आवेदन में :
शिकायत में डॉ. अग्रवाल ने बताया कि पीईबी ने मार्च 2022 में ऑनलाइन प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें प्रदेश भर के परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था। इस परीक्षा में पांचों आरोपी भी शामिल हुए थे। ऑनलाइन आयोजित परीक्षा के दौरान आरोपियों ने कम्प्यूटर की स्क्रीन ऑफ कर पूछे गए सभी प्रश्नों के उत्तर फर्जी तरीके से सही दिए और परीक्षा में पूरे अंक प्राप्त किए। एक परीक्षा सागर के ज्ञानवीर कालेज और शेष चार उम्मीदवार ग्वालियर के सर्वधर्म एग्जाम सेंटर से परीक्षा दे रहे थे। ज्ञानवीर कालेज प्रदेश के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का है। व्यापमं द्वारा ऑनलाइन परीक्षा के दौरान करीब दो घंटे तक संबंधित परीक्षार्थियों की कम्प्यूटर स्क्रीन ऑफ होने के मामले की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने गलत तरीके से सभी प्रश्नों के सही उत्तर देकर पूर्ण अंक प्राप्त किए हैं। आरोपी मनोज पटेल के पेपर का स्क्रीन शॉट वायरल भी हुआ था। इस दौरान जांच कमेटी ने बताया कि मनोज की तरह ग्वालियर के सर्वधर्म सेंटर से चार उम्मीदवारों ने और नकल की है। इसी रिपोर्ट के आधार पर एमपी नगर थाना में केस दर्ज कराया गया है।
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