भोपाल। भोपाल गुनगा इलाके में रहने वाले एक मानसिक विक्षिप्त युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना कल सुबह की है। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर पड़ताल शुरु कर दी है। थाना प्रभारी सुनील भदौरिया के अनुसार ग्राम कोटरा चौपड़ा में रहने वाला 27 वर्षीय संजय अहिरवार पिता चैन सिंह कोई काम नहीं करता था। उसका मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था। कल सुबह उसने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पीएम के लिए भेजा था। पोस्टमार्टम के बाद में शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है। मामले में मर्ग कायम कर पड़ताल की जा रही है। वहीं श्यामला हिल्स इलाके में रहने वाली उर्मिला बाई पति राकेश कुमार (30) गंगा नगर की निवासी थी और गृहणी थी। बीती 8 तारीख को वह घर में खाना बनाते समय झुलस गई थी। उपचार के दौरान कल दोपहर के उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। पुलिस का कहना है कि हादसे की पड़ताल की जा रही है।
भोपाल। ट्रेन में चाय बेचने को लेकर चल रहे पुराने विवाद में बीती रात दो बदमाशों ने दो युवकों को चाकू से गोद डाला। हमले में एक युवक की हालत नाजुक बनी हुई है। जबकि एक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वारदात के बाद से दोनों आरोपी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है, जल्द दोनों हमलावरों को दबोच लिया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक-
कैंची छोला निवासी निम्मा उर्फ निर्मल लोधी पिता मतवा (28) ट्रेनों में चाय बेचने का काम करता है। बीती रात करीब पौने ग्यारह बजे वह अपने दोस्त राहुल मराठा के साथ घर के पास खड़ा हुआ था। तभी सलमान व सेफू आ गए और दोनों लोगों के साथ गाली गलौच करने लगे। जब दोनों ने आरोपियों को गाली देने से मना किया तो उन पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर फरार हो गए। हमले में घायल दोनों लोगों को पुलिस ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर राहुल की हालत नाजुक होना बताई जा रही है। पुलिस का कहना है जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बताया जाता है कि दोनों पक्षों के बीच ट्रेन में चाय बेचने को लेकर इससे पहले भी मारपीट हो चुकी है, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया था, फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
भोपाल। नजीराबाद इलाके में स्थित ग्राम मजीदगढ़ में डेम के निर्माण को लेकर बवाल हो गया। गुस्साए ग्रामीणों ने सरकारी अमले पर हमला दिया। इस दौरान लाठी डंडो से लैस गांव वालों ने अमले पर पथ्राव कर दिया। शासकीय गाडिय़ों में तोड़फोड़ कर दी और फरार हो गए। दो दिन बाद थाने पहुंचे अमले ने आरोपियों पर मामला दर्ज कराया। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों की शिनख्त कर ली गई है। जल्द आरोपियों को दबोच लिया जाएगा।
थाना प्रभारी बीपी सिंह के मुताबिक-
ग्राम खेड़ली मजीदगढ़ में डेम का निर्माण कार्य होना है। जिस जगह डेम बनना है, वहां पहले से लोग रहते हैं। अब पुलिस को उस सरकारी जमीन को खाली कराकर डेम का काम शुरू करना है। बीते 7 अक्टूबर को जल संसाधन विभाग के अफ सर डेम बनाने को लेकर सर्वे करने पहुंचे थे। जहां पहले से मौजूद ग्रामीणों ने डेम का विरोध करते हुए कहा कि उन्हें पहले मुआवजा दिया जाए और वह मिलने के बाद भी काम शुरू हो। इसको लेकर सरकारी अमले और अफ सरों के बीच तनातनी शुरू हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने पथराव कर दिया और गाडिय़ों में तोड़फोड़ कर दी। हालांकि विवाद में कोई भी कर्मचारी घायल नहीं हुआ। पुलिस ने इस मामले में जल संसाधन विभाग के अधिकारी रामप्रसाद शर्मा की शिकायत पर शिवराज मीणा, तूफान मीणा, हरि सिंह, भगवान सिंह और अजब सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फि लहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
भोपाल। जिंकालाजिस्टिक साल्युशन कंपनी का 17 लाख रूपए का माल बीते दिनों एक ट्रक में लोड कर इंदौर के लिए रवाना किया। इसी कंपनी में कार्यरत रहे दो कर्मचारियों ने ट्रक को मिसरोद में रोका और एक स्थान पर माल खाली करा लिया। ट्रक ड्रायवर इस बात से अंजान था कि दोनों आरोपी अब कंपनी के कर्मचारी नहीं रहे। बाद में आरोपियों ने मांग की कि उनकी बकाया राशि का भुग्तान किया जाए नहीं तो माल वापस नहीं लौटाया जाएगा। जिसके बाद में कंपनी के एक कर्मचारी ने मामले की शिकायत मिसरोद थाने में की और पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी फिलहाल नहीं की जा सकी है। जल्द उन्हें दबोच लिया जाएगा।
मिसरोद थाना प्रभारी निरंजन शर्मा ने बताया-
अश्विनी कुमार विश्वकर्मा पुत्र शिवप्रसाद विश्वकर्मा (38) स्कीम नंबर 54 विजय नगर इंदौर में रहते हैं। वे जिंकालाजिस्टिक साल्युशन कंपनी में प्रिक्योरमेंट ऑफीसर के पद पर हैं। उनकी कंपनी देश भर में लाखों करोड़ो रुपए के ट्रांसपोर्टेशन का काम करती है तथा कंपनी का ज्यादतर काम ऑनलाइन ही होता है। उक्त कंपनी के लिए गत 11 जुलाई को एक ट्रक छिंदवाड़ा से इंदौर के लिए निकला था। ट्रक में करीब 17 लाख रुपए सर्फ वाशिंग पाउडर और साबुन लोड थे। ट्रक को इंदौर की यूनिलीवर कंपनी पहुंचना था लेकिन जब नियत तारीख को ट्रक वहां पर नहीं पहुंचा तो अश्विनी कुमार ने ट्रक की तलाश की। चूंकि ट्रक की लोकेशन ाी ऑनलाइन रहती थी इसलिए तुरंत ही पता चल गया कि ट्रक को भोपाल के मिसरोद थानांतर्गत श्रीराम नगर में रोका गया है। आगे की तस्दीक में पता चला कि ओम प्रकाश मिश्रा और शोभित पोरवाल ने ट्रक के माल को यहां पर उतरवारा लिया। दोनों जिंकालाजिस्टक कंपनी के पूर्व अधिकारी हैं। कंपनी में काम करने के दौरान उन्हें भोपाल व आसपास से मिलने वाले काम का जिम्मा दिया गया था।
गड़बड़ी की शिकायत के बाद हटाए गए थे दोनों आरोपी
कुछ गड़बड़ी होने पर उन्हें कंपनी से निकाल दिया गया था। कंपनी में ट्रांसर्पोटेशन कैसे किया जाता है तथा ट्रक को ऑनलाइन कैसे ट्रैक किया जाता है इसकी पूरी जानकारी ओमप्रकाश और शोभित को थी। उन्होंने ट्रक के ड्राइवर आसिम से संपर्क किया तथा उसे भोपाल बुलवा लिया। यहां पर दोनों ने कहा कि कंपनी का कहना है कि ट्रक के माल को भोपाल में ही उतार लिया जाए। ड्राइवर को यह पता ही नहीं था कि दोनों अब कंपनी के कर्मचारी नहीं है इसलिए उसने वैसा ही किया जैसा दोनों ने कहा। इधर माल उतरवाने के बाद दोनों कंपनी पर दबाव डालने लगे कि पहले उनके पैसे का हिसाब-किताब पूरा करो तभी वे माल वापस करेंगे। कंपनी की ओर से इस मामले की शिकायत पुलिस को की गई थी। पुलिस ने जांच करने के बाद ओमप्रकाश मिश्रा तथा शोभित पोरवाल के खिलाफ अमानत में ख्यानत तथा आपराधिक साजिश रचने का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
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