जिले में घटित होने वाले अपराधों पर तीव्र गति से रोकथाम व अंधी हत्या जैसे मामलो में महज 12 घंटे के अंदर खुलासा कर देना पुलिस की बड़ी सफलता है, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के नेतृत्व में कार्य करने वाली कोतवाली टीम ने एक बार फिर अंधी हत्या का खुलासा कर यह साबित कर दिया कि हर अपराधों तक पहुंचने के लिये पुलिस तत्पर है।
अनूपपुर, मध्यप्रदेश। सोमवार को थाना कोतवाली अनूपपुर में सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम खांड़ा में राजकुमार साहू के निमार्णाधीन मकान के पास रोड के किनारे खेत में विकास उर्फ मोनू सिंह पिता स्व. रणमत सिंह उम्र 30 वर्ष निवासी वार्ड नं. 05 बरबसपुर का शव पड़ा है। प्रकरण हत्या से संबंधित होने के कारण अत्यंत गंभीर एवं संवेदनशील प्रतीत हो रहा था। जिसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देश देते हुए एसडीओपी अनूपपुर एवं थाना प्रभारी कोतवाली को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिये। घटनास्थल के निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ कि मृतक के सिर व चहरे पर धारदार हथियार चोट पहुंचाया गया है जिससे अत्यधिक रक्तस्त्राव से मृतक की मृत्यु हो गई है।
यह था मामला :
पुलिस के द्वारा अनुसंधान प्रारंभ करते हुए घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ प्रारंभ की गई एवं वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर यह ज्ञात किया गया कि मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह पिता स्व0 रणमत सिंह का मन्नू केवट के साथ पूर्व विवाद हुआ था। मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह को घटना 21 फरवरी को संजय के घर शादी में बुलाया था। मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह शराब पीकर भी लोगों के साथ गाली-गलौज व मारपीट करता था। घटना 21 फरवरी की रात्रि में भी मृतक शराब के नशे में संतोष कुशवाहा व दिलीप केवट के साथ विवाद हुआ था। जिसके कारण मन्नू उर्फ नीलमन केवट उम्र 25 वर्ष, संतोष कुशवाहा पिता दादूराम कुशवाहा उम्र 30 वर्ष एवं दिलीप पिता समारु केवट उम्र 25 वर्ष तीनों निवासी ग्राम खांडा के द्वारा योजना बनाकर दिलीप के द्वारा घटना 21 फरवरी की रात्रि में मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह को उसी के दोपहिया गाडी में घर छोड़ने के बहाने मृतक को राजकुमार साहू के निमार्णाधीन मकान ग्राम खांडा में ले जाकर सेन्ट्रिक की लकडी से सिर व चहरे में प्रहार किया गया। जिससे अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह पिता स्व. रणमत सिंह की मृत्यु हो गई।
न्यायालय के समक्ष किया प्रस्तुत :
उक्त तीनों आरोपियों को कोतवाली पुलिस की गठित विशेष टीम के द्वारा गिरफ्तार किया गया। मन्नू उर्फ नीलमन केवट उम्र 25 वर्ष, संतोष कुशवाहा पित दादूराम कुशवाहा उम्र 30 वर्ष एवं दिलीप पिता समारु केवट उम्र 25 वर्ष तीनों आरोपियों के द्वारा सम्पूर्ण घटनाक्रम बताते हुए अपना जुर्म स्वीकार कर लिया गया है, तथा घटना में प्रयुक्त सेन्ट्रिक की लकड़ी पुलिस के द्वारा जप्त कर लिया गया है। उक्त घटनाक्रम में थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्र. 93/22 धारा 302, भा.द.वि. का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।
इनका रहा योगदान :
अन्धी हत्या की इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देश पर अति. पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, एसडीओपी अनूपपुर कीर्ति बघेल, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक अमर वर्मा, एसआई प्रवीण साहू, एसआई सोनम सोनी, प्रधान आरक्षक आरएन तिवारी, मुंशी विनोद पटेल, आरक्षक राम खेलावन यादव, पूर्णानंद मिश्रा, महिला आरक्षक प्रज्ञा गौतम, दिनेश बधैया, अनूप एवं सायबर सेल के आर. पंकज मिश्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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