इंदौर, मध्यप्रदेश। शहर में एक बार फिर कोरोना की आहट शुरू हो गई है। एक-दो मामले से बढ़कर 166 तक प्रतिदिन कोरोना संक्रमित निकलना शुरू हो गए हैं। इसी बीच शहर में ओमिक्रॉन के दो नए मामले भी सामने आए हैं। इसकी पुष्टि एक निजी लैब में हुई है। वहीं एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा जांच के लिए भेजे गए सेंपल की अब तक रिपोर्ट ही नहीं आई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन विश्वस्तर पर जो ओमिक्रॉन के मामले इस तरह के आए हैं, उनसे जानकारी मिलती है कि यह तेजी से फैलता है। यह सर्दी-खांसी के साथ शुरू होता है। लोग सर्दी-खांसी को भी हल्के में न लें और इलाज करें और अपने आपको आइसोलेटेड कर लें। ज्यादातर मरीज घरों मे ही स्वस्थ हो रहे हैं।
यह दो वैरिएंट मिले मरीजों में :
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित के मुताबिक पिछले दिनों करीब 200 सेंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए एम्स, भोपाल की लैब में जांच के लिए भेजे थे, इनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। वहीं अरविंदो मेडिकल कॉलेज में स्थित लैब में पिछले दिनों हुए टेस्ट में दो ओमिक्रॉन के दो नए वैरिएंट की मिले हैं। इसकी पुष्टि डायरेक्टर डॉ. विनोद भंडारी ने की है। ओमिक्रॉन के जो दो नए वैरिएंट मिले हैं वो बीए-2.73, बीए-2.3 हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को हुई मीटिंग में इस वैरिएंट को लेकर चर्चा की गई थी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। यही कारण है कि डॉ. संजय दीक्षित के साथ ही मीटिंग में मौजूद कॉलेज के विशेषज्ञों ने चर्चा में इस बात से इनकार कर दिया। जानकारी के मुताबिक चार मरीजों में बीए-2.73 मिलने की पुष्टि हुई है। इसमें एक मरीज की उम्र 70 वर्ष तो अन्य तीन मरीजों की 40-45 वर्ष के बीच है। चारों मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर में 21 मरीजों में ओमिक्रान वैरिएंट बीए-2 मिला था, जिसने लोगों को परेशान कर दिया था। वैसे अन्य देशों में ओमिक्रान के नए म्यूटेड वायरस लोगों को परेशान किए हुए हैं।
घर में शांति से बैठें, कराएं इलाज :
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के चेस्ट एंड टीबी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. सलिल भार्गव ने चर्चा में बताया कि हमें नए वैरिएंट के बारे में मीटिंग मे जानकारी नहीं दी गई थी। पर दुनिया में ओमिक्रॉन के वैरिएंट बीए-3.4, बीए-3.5 चल रहे हैं। इसमें दिक्कत यह है कि यह तेजी से फैलता है। इसमें म्यूटेशन हुआ है। सर्दी खांसी से भी बात आगे बढ़कर ब्रोंकाइटिस तक पहुंच सकती है। इसलिए सर्दी-खांसी होने पर शांति से रहें और बिना इलाज के ही न रहें। इसका इलाज कराएं। लक्षणों के आधार पर इलाज आसानी से किया जाता है, पर इलाज जरूरी है।
122 सेंपल में हुई कोरोना की पुष्टि :
गुरुवार रात को जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक कुल 751 लोगों के सेंपल की जांच में 122 लोगों में कोविड पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। वहीं 10 लोगों की रिपीट पॉजिटिव रिपोर्ट रही है। वहीं गुरुवार को 102 लोगों कोरोना से स्वस्थ हुए। वर्तमान में 756 एक्टिव केस हैं। इनमें से ज्यादातर मरीजों का इलाज घर पर ही चल रहा है।
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