इंदौर, मध्यप्रदेश। शहर में एक बार फिर लगातार कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं। आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण और बढ़ सकता है, इसको लेकर पहले ही विशेषज्ञ चेतावनी दे चुके हैं। इसके बाद भी लोग कोविड वैक्सीन का प्रिकाशन यानि बूस्टर डोज लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। वर्तमान में करीब सवा लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोविड के दोनों वैक्सीन लगा लिए हैं और उन्हें 9 माह पूरे हो गए हैं, लेकिन वो बूस्टर डोज नहीं लगवा रहे हैं।
गुरुवार रात को जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक 323 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट में से 40 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बुधवार को चुनाव के कारण कम लोगोंं की सेंपलिंग हुई थी, इस कारण कोरोना का आंंकड़ा भी 50 से कम आया है। गुरुवार को 598 लोगों के सेंपल जांच के लिए लिए गए हैं, इसलिए माना जा सकता है कि शुक्रवार को कोरना संक्रमितों की संख्या फिर बढ़ जाएगी। बुलेटिन के मुताबिक 323 टेस्ट में से 280 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 34 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इस प्रकार वर्तमान में 346 एक्टिव केस शहर में हैं।
फ्री होने के इंतजार में भी नहीं लगवा रहे डोज :
गुरुवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर प्रिकाशन डोज की मियाद 9 माह से घटाकर 6 माह कर दी गई है। इससे प्रिकाशन डोज ड्यू होने वालों की संख्या 2 लाख के आसपास पहुंच गई है। प्रिकाशन डोज को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इसलिए सख्ती नहीं कर पा रहा है, क्योंकि यह 60 वर्ष के ऊपर के लोगों के लिए तो फ्री है, लेकिन इससे कम उम्र के लोग जो हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर नहीं हैं, उन्हें करीब 385 रुपए इसके लिए खर्च करना होंगे और उन्हें प्रियावेट सेंटर में इसे लगाना होगा, जिनकी संख्या शहर में कम है। ऐसे में लोग बूस्टर डोज के फ्री में होने का इंतजार कर रहे हैं, इस कारण वो वैक्सीन नहीं लगा रहे हैं। कोविड वैक्सीन के दोनों डोज फ्री में लगाए गए थे, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में केंद्र सरकार नहीं तो चुनाव को देखते हुए मप्र सरकार बूस्टर डोज भी फ्री में लगाने का ऐलान कर दे।
बुजुर्ग फ्री में भी नहीं लगवा रहे प्रिकाशन डोज :
एक ओर जहां 60 वर्ष से कम उम्र के लोगों को रुपए खर्च कर बूस्टर लगाना पड़ रहा है, वहीं इससे अधिक उम्र के लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाया जा रहा है, इसके बाद भी बहुत कम संख्या में बुजुर्ग वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं। इसके पीछ दो कारण सामने आ रहे हैं। एक पहले जैसे लोगों के घरों के आसपास या चलित मोबाइल वैन में वैक्सीन नहीं लग रहे हैं। बुजुर्गों को सेंटर ढूंढने में परेशानी हो रही है। वहीं दूसरा कारण पहले और दूसरे डोज में वैक्सीन लगाने के बाद जो साइड इफेक्ट हुए थे, उससे लोग डरे हुए हैं। वहीं वर्तमान में यह बात लोगों में आम हो गई है कि कोरोना खत्म हो गया है और अब कोई लहर नहीं आएगी। इसके कारण लोग सुकून से बैठे हुए हैं, लेकिन वर्तमान में कोविड पॉजिटिव केस बढ़ने के बाद वैक्सीन लगाने वालों की रफ्तार बढ़ेगी, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी प्रयास तेज कर रहा है।
यह कहना है इनका :
वर्तमान में जो कोविड के केस बढ़े हैं, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को समझाइश दी जा रही है कि जिन लोगों का प्रिकॉशन डोज ड्यू वो उसे लगाएं। साथ ही कोविड की बढ़ते मामलों पर विभाग नजर रखे हुए हैं। कोविड प्रोटोकाल को लेकर लोगों को एक बार फिर जागरुक किया जाएगा, ताकि लोग संक्रमित होने से बचें।डॉ. बीएस सैत्या, सीएमएचओ, इंदौर
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