राज एक्सप्रेस। देश की प्राइवेट सेक्टर की HDFC Bank और HDFC Limited का विलय हो रहा है, जिसे हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मंजूरी दी है। HDFC ने बीते 4 अप्रैल को इस विलय के बारे में घोषणा की थी। इस खबर के सामने आने के बाद से ही HDFC के ग्राहकों में यह चर्चा होने लगी है कि इस विलय का उन पर क्या असर होने वाला है। यह विलय इंडियन बैंकिंग इंडस्ट्री का सबसे बड़ा विलय माना जा रहा है। जिसके साल 2024 की दूसरी या तीसरी तीमाही तक पूरे होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
कैसे होगा इंडियन बैंकिंग इंडस्ट्री का सबसे बड़ा विलय?
HDFC Bank में होने वाले HDFC Limited के इस विलय की योजना का एलान 4 अप्रैल को हुआ था। जिसके बाद बीते 2 जुलाई को इस विलय को NSE और BSE से हरी झंडी मिल गई। इस मंजूरी के बाद 4 जुलाई को रिजर्व बैंक ऑफ इंड़िया यानि RBI ने भी नो ऑब्जेक्शन लेटर इस विलय के सारे रास्ते साफ़ कर दिए हैं। अब जल्द ही HDFC Bank में HDFC Limited का विलय हो जाएगा। इसे भारत के बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा विलय इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इस विलय की कुल वैल्यू करीब 40 बिलियन डॉलर है।
ग्राहकों पर असर :
इस विलय के बाद ग्राहकों के साथ ही HDFC के शेयर होल्डर्स को काफी प्रॉफिट होने वाला है। इस विलय से HDFC Limited के शेयर होल्डर्स को 25 शेयर के बदले HDFC बैंक के 42 शेयर मिलेंगे। फ़िलहाल HDFC Bank में शेयर होल्डर्स का करीब 41 प्रतिशत हिस्सा है, जबकि विलय के बाद HDFC Bank का पूरा अधिकार शेयर होल्डर्स को मिल जाएगा।
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