Budget लागू होने से पहले जाने क्या है 'Budget' और कैसे होता है पेश ? Syed Dabeer Hussain -RE
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Budget लागू होने से पहले जानें, क्या है 'Budget ' और कैसे होता है पेश?

Budget को बहुत आसान शब्दों में समझा जाये तो, इन्हे हम आय व्यय पत्र का नाम दे सकते हैं, लेकिन सही मायने में समझने के लिए इसके बारे में जानना जरूरी है तो, जान लें क्या है Budget...

Author : Kavita Singh Rathore

What is Budget ? : Budget को बहुत आसान शब्दों में समझा जाये तो, इन्हे हम आय व्यय पत्र का नाम दे सकते हैं, लेकिन सही मायने में समझने के लिए इसके बारे में जानना जरूरी है तो, जान लें Budget एक फ्रैंच वर्ड "Bougette" से निकला है, जिसका अर्थ होता है एक छोटा चमड़े का थैला। इंग्लैंड के प्रथम प्रधान मंत्री सर रोबोट बालपोल (1721-1742) अपने सारे वित्तीय प्रस्ताव के डॉक्यूमेंट को एक चमड़े के थैले में रख कर लाये थे। जब उन्होंने संसद में अपने वित्त प्रस्तावों को प्रस्तुत किया था तो, वहां बैठे सभी लोग "ये Budgetee लेकर आया है और Budgetee खोला गया" बोलकर उनका मजाक उड़ाते हुए हंसने लगे। उस दिन से ही वार्षिक आय-व्यय के प्रस्तावों के लिए Budget शब्द का प्रयोग होने लगा और इसे नाम दिया गया "Budget"

भारत में Budget की शुरुआत:

अगर हम भारत में Budget प्रणाली की शुरुआत को देखें तो इसका सीधा श्रेय वायसराय केनिन को जाता है। 7 अप्रेल 1860 में पहली बार Budget सर जेम्स विल्सन ने ही पेश किया था। इसलिए भारत में Budget प्रणाली का संस्थापक जेम्स विल्सन को माना जाता है।

क्या होता है Budget:

संविधान के अनुछेद 112 के अंतर्गत प्रत्येक वित्तीय वर्ष (1 अप्रेल से 31 मार्च तक माना जाता है) के लिए, लागू किया जाता है। केंद्र सरकार की अनुमानित प्राप्तियों तथा व्ययों का एक विवरण पार्ल्यामेंट के सामने रखना आवश्यक होता है। इस "वार्षिक वित्तीय विवरण" को केंद्र सरकार का Budget कहा जाता है। राज्य सरकारों के Budget संबंध में व्यवस्था अनुछेद 202 में दी गई है। केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद इसे 1 फरवरी से लागू किया जाने लगा है।

कैसे पेश होता है Budget:

यह राष्ट्रपति द्वारा तय की गई की अंतिम तारीख (1 फरवरी) को लोकसभा में पेश किया जाता है। प्रारम्भ में रेल Budget और आम Budget एक साथ पेश किया जाता था, लेकिन 1921 में ऑकवर्ड कमिटी के सिफारिश करने पर 1924 में यह निर्णय लिया गया रेल बजट और आम बजट दोनों को अलग-अलग पेश किया जाये। इसके बाद 1925 में रेल बजट को अलग पेश किया गया। इसके बाद से यह दोनों ही अलग पेश किये जाने लगे। स्वतंत्र भारत का पहला Budget 26 नवंबर 1947 में पहले वित्त मंत्री आर.के. षणमुखम शेट्टी द्वारा पेश किया गया था। यह बजट 15 अगस्त 1947 से 31 मार्च 1948 तक सादे 7 माह की अवधि के लिए पेश किया गया था।

मंत्री निर्मला सीता रमण ने थी तोड़ी 159 साल पुरानी परंपरा :

हमारे भारत में बजट को लेकर 159 साल पुरानी परंपरा रही है, बजट के दस्तावेज को एक चमड़े की अटैची में लाने की, लेकिन साल 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने इस परंपरा को तोड़ती हुई बजट के सारे दस्ताबेज अशोक स्तंभ चिन्ह बने हुए एक लाल कलर के कपड़े में लेकर पहुंची थी। साल 2019 में इतने सालों में ऐसा पहली बार होने के कारण इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम द्वारा पश्चिमी विचारों की गुलामी से निकलने का प्रतीक बताया गया था।

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