समिति में दो स्वतंत्र निदेशक उत्तम प्रकाश अग्रवाल और पीवीआर मूर्ति भी होंगे
गलत सूचना और अफवाहों ने कंपनी के बारे में नकारात्मक जनमत बनाया
इन अफवाहों के बाद से इस साल कंपनी के शेयरों में देखने को मिली 40% गिरावट
राज एक्सप्रेस । ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा है कि उसके बोर्ड ने कंपनी के बारे में कथित रूप से व्यापक रूप से फैलाई जा रही गलत सूचना, बाजार की अफवाहों और अटकलों की समीक्षा के लिए एक स्वतंत्र सलाहकार समिति का गठन किया है। शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार, इस समिति का गठन हाल के दिनों में निवेशकों की संपत्ति में होने वाली गिरावट को रोकने के लिए किया गया है। इस समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सतीश चंद्र करेंगे। इस समिति में दो स्वतंत्र निदेशक उत्तम प्रकाश अग्रवाल और पीवीआर मूर्ति भी शामिल होंगे।
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में, मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि बाजार नियामक सेबी ने कंपनी के खातों में वित्तीय विसंगतियां पाई हैं। यह खबर सामने आने के बाद जी इंटरटेनमेंट हालांकि जोरदार शब्दों में इसका खंडन करते हुए कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स में किए जाने वाले दावे पूरी तरह से निराधार हैं। ज़ी ने अपने बयान में कहा है कि गलत सूचना और बाजार की अफवाहों ने कंपनी के बारे में नकारात्मक जनमत बनाया गया है।
जी इंटरटेनमेंट ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप निवेशकों की पूंजी का क्षरण हुआ है। बयान में कहा गया है कि समिति स्वतंत्र रूप से उन उपायों और भविष्य की कार्रवाई के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करेगी जो बोर्ड को कंपनी में सभी हितधारकों के हितों की रक्षा के लिए लेने की आवश्यकता है। बोर्ड ऐसे मामलों में समिति के विशेषज्ञ मार्गदर्शन की मांग करेगा। यह कदम सुभाष चंद्रा द्वारा स्थापित कंपनी के लिए परेशान करने वाली खबरों की एक श्रृंखला के बीच आया है, जिसके कारण 2024 की शुरुआत से ही शेयरों में लगभग 40% की गिरावट देखने को मिली है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) अगले महीने ज़ी को फंड डायवर्जन मामले में कारण बताओ नोटिस जारी कर सकता है। मामले से जुड़े लोगों के अनुसार पूंजी बाजार नियामक वर्तमान में धन के गबन के दावों की गहन जांच के लिए निदेशकों को बुला रहा है और अप्रैल तक जांच प्रक्रिया को बंद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अपनी जांच के तहत, नियामक ने 2,000 करोड़ रुपये के संभावित फंड डायवर्जन का पता लगाया है। इससे पहले इस महीने, सेबी ने एक अंतरिम आदेश में ज़ी बिजनेस के कई अतिथि विशेषज्ञों को एक फरवरी, 2022 से 31 दिसंबर, 2022 तक अपनी ऑन-एयर सलाह के विपरीत स्थिति लेने से कथित रूप से किए गए 7.41 करोड़ रुपये के गैरकानूनी लाभ को चुकाने के लिए कहा था।
जांच विशेषज्ञों के ट्रेडिंग गतिविधियों और शेयरों की सिफारिशों के बीच संबंध पर केंद्रित थी। बाद में, ज़ी ने स्पष्ट किया कि ये नोटिसकर्ता बाहरी और स्वतंत्र अतिथि हैं जिनके साथ कंपनी का ज़ी बिजनेस चैनल पर उनकी टीवी उपस्थिति के अलावा कोई संबंध नहीं है। मीडिया रिपोर्टों में यह भी संकेत दिया गया है कि मीडिया कंपनी सोनी समूह के साथ 10 बिलियन डॉलर के विलय वार्ता की समीक्षा कर रही है।
22 जनवरी को, ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी ग्रुप की भारतीय इकाई, कलवर मैक्स एंटरटेनमेंट के बीच विलय को रद्द कर दिया गया, जिससे पूर्व के शेयर कीमत में उल्लेखनीय गिरावट आई। घोषणा से पहले शुक्रवार को ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के शेयर 3.15% बढ़कर 173.45 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए, जबकि बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स में 0.02% की गिरावट दर्ज की गई।
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