राज एक्सप्रेस । ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण रेल दुर्घटना ने देश-दुनिया में सभी लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इस रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1091 लोग घायल हैं। घायलों में 56 लोगों की हालत नाजुक है। हादसे में मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। राहत और बचाव का काम अब खत्म हो चुका है। अब अब यहां ट्रैक को दुरुस्त करके किसी तरह इस मार्ग पर ट्रेन यातायात को फिर से शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हादके बाद पहले लोगों को रेस्क्यू किया गया और अब पटरियों पर से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
इस दुर्घटना के बाद मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, घायलों को 2 लाख रुपये और मामूली घायलों को 50,000 रुपये देने का ऐलान किया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईआरसीटीसी के जरिए टिकट बुक करते समय भी यात्री को ट्रैवेल इंश्योरेंस मिलता है? इस तरह की घटनाओं को देखते हुए इंश्योरेंस की अहमियत बढ़ जाती है। बहुत कम प्रीमियम पर दिया जाने वाला इंश्योरेंस अक्सर लोगों को एक बोझ की तरह लगता है। लेकिन लोग इस पर कोई आपत्ति नहीं करते, क्योंकि इसकी राशि बहुत कम होती है। कोई हादसा होने की स्थिति में इस बीमा का क्या महत्व है, यह साफ समझ में आ जाता है।
जब ट्रेन का टिकट लेते हैं तो टिकट बुकिंग से पहले ट्रैवल इंश्योरेंस का विकल्प मिलता है। यात्री सिर्फ 35 पैसे चुकाकर 10 लाख रुपए का इंश्योरेंस हासिल कर सकते हैं। हालांकि, यह ट्रेन ट्रैवल इंश्योरेंस रेलवे नहीं बल्कि बीमा कंपनियां मुहैया कराती है। यह सुविधा ऑनलाइन टिकट बुक कराने पर मिलती है और वैकल्पिक होती है। कहने का मतलब यह हुआ कि आप चाहें तो ट्रैवल इंश्योरेंस ले सकते हैं और अगर न चाहें तो इस विकल्प को छोड़ भी सकते हैं। अगर आप ट्रेन में ट्रैवल इंश्योरेंस लेना चाहते हैं, तो इसके लिए टिकट लेते वक्त ही अप्लाई करना होता है। जब ऑनलाइन आईआरसीटीसी से रेलवे टिकट खरीदा जाता है, तो उसमें ट्रैवल इंश्योरेंस का ऑप्शन आता है। अगर आप इसे सेलेक्ट करते हैं, तो इसके लिए आपको सिर्फ 35 पैसे देने होते हैं।
बीमा लेने के बदले आईआरसीटीसी आपको 10 लाख रुपये तक का कवर देती है। इस लिए जब कभी यात्रा पर जाएं, तो टिकट खरीदते समय 35 पैसे देकर यह इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए। अगर कोई दुर्घटना होती है, तो यह इंश्योरेंस बेहद उपयोगी हो जाता है और अगर यात्रा सुरक्षित ढ़ंग से पूरी हो जाए, तो इस पर खर्च होने वाली राशि भूलने लायक है। जब आप 35 पैसे देकर बीमा ले लेते हैं तो टिकट बुक होते ही ईमेल और मैसेज के एक डॉक्यूमेंट भेजा जाता है। इसे खोलकर फौरन नॉमिनी की डिटेल्स भर देनी चाहिए। नहीं तो, ईश्वर न करे, दुर्घटना की स्थिति में नामिनी को क्लेम पाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इस बीमा के तहत यात्रियों को ट्रेन यात्रा के दौरान कीमती सामान और अन्य किसी भी नुकसान की भरपाई की जाती है। दुर्घटना की स्थिति में इलाज का खर्च और मृत्यु की स्थिति में बीमाधारक के नॉमिनी को मुआवजा मुहैया कराया जाता है। अगर किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है या वह स्थाई रूप से विकलांग हो जाता है। तो 10 लाख रुपये मिलते हैं। वहीं आंशिक रूप से विकलांग होने पर 7.5 लाख रुपये मिलते हैं। गंभीर चोट लगने की स्थिति में 2 लाख रुपये और मामूली चोट लगने पर 10,000 रुपये मिलते हैं। रेल दुर्घटना होने के 4 महीने के भीतर इस क्लेम कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले इंश्योरेंस देने वाली बीमा कंपनी के नजदीकी ऑफिस में जाएं और अपने जरूरी दस्तावेज देकर अपना क्लेम करें। ट्रैवल इंश्योरेंस की यह सुविधा सिर्फ कंफर्म या फिर आरएसी के लिए है।
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