सकारात्मक वैश्विक व घरेलू स्थितियों की वजह से जारी रह सकती है तेजी।
फेड की नरमी, FII की खरीदारी, मजबूत आर्थिक संकेत देंगे तेजी को प्रोत्साहन।
विशेषज्ञों के अनुसार अगले हफ्ते तेजी बरकरार रख सकते हैं सेंसेक्स और निफ्टी।
राज एक्सप्रेस। भारतीय बाजारों में लगातार सात सप्ताह तक तेजी देखने को मिलीहै। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिक गई हैं कि क्या यह तेजी अगले सप्ताहों में भी जारी रहेगी। विशेषज्ञों के अनुसार सकारात्मक वैश्विक और घरेलू स्थितियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि तेजी का यह क्रम आगे भी जारी रहने वाला है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का नरम रुख, एफआईआई द्वारा जमकर की जा रही खरीदारी, अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बेहतर नतीजे तेजी की धारणा को प्रोत्साहित करते दिखाई देते हैं। यही वजह रही कि बीते सप्ताह बीएसई के सेंसेक्स में 2.37 प्रतिशत बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 71,605 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर जा पहुंचा। निफ्टी ने भी 21,492.30 अंक का नया रिकॉर्ड हाई बनाया।
आइए समझने का प्रयास करें कि कल सोमवार 18 दिसंबर से शुरू होने वाले नए सप्ताह में कौन से कारक शेयर बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। बीता सप्ताह मुख्य रूप से अमेरिकी फेडरल रिजर्व के पॉलिसी रेट्स पर रुख से प्रभावित दिखाई दिया था। विशेषज्ञों का मानना है कि अब निवेशकों का ध्यान 19 दिसंबर को बैंक ऑफ जापान के नीतिगत फैसले पर रहने वाला है। विशेषज्ञों के अनुसार यह विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि जापानी येन मजबूत हो रहा है। बैंक ऑफ जापान की ओर से किसी भी तरह की सख्ती से येन कैरी ट्रेड खत्म होने का जोखिम पैदा हो सकता है। हालांकि, अनेक अर्थशास्त्रियों का मानना है कि जापानी केंद्रीय बैंक का रुख नरम रह सकता है।
कमजोर खपत जैसे कारणों की वजह से बैंक ऑफ जापान अपनी नरम मौद्रिक नीति बरकरार रख सकता है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 22 दिसंबर को मानीटरी पालिसी कमेटी के मिनट्स जारी करेगा। 8 दिसंबर को हुई एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया था। मीटिंग के मिनट्स जारी होने के बाद आरबीआई के रुख को और भी स्पष्ट रूप से समझा जा सकेगा। पिछले सप्ताह प्राइमरी मार्केट में काफी हलचल देखने को मिली थी। इस दौरान कई प्रमुख कंपनियों के आईपीओ जारी किए गए थे। सोमवार 18 दिसंबर यानी कल से शुरू हो रहे नए सप्ताह में मेनबोर्ड सेगमेंट की डीओएमएस इंडस्ट्रीज, इंडिया शेल्टर फाइनेंस और आईनॉक्स इंडिया शेयर बाजार में लिस्ट हो सकती हैं।
डोम्स और इंडिया शेल्टर फाइनेंस के आईपीओ क्लोज हो चुके हैं, जबकि आईनॉक्स इंडिया का आईपीओ 18 दिसंबर को बंद होने वाला है। ये सभी कंपनियां टी+3 लिस्टिंग मानदंडों के अनुसार शेयर बाजार में सूचीबद्ध होंगी, यानि कि आईपीओ क्लोज होने के 3 दिन बाद। पिछले सप्ताह क्लोज हुए प्रेस्टोनिक इंजीनियरिंग, एसजे लॉजिस्टिक्स, बेंचमार्क कंप्यूटर सॉल्यूशंस, सियाराम रिसाइक्लिंग, श्री ओएसएफएम ई-मोबिलिटी कंपनियों के आईपीओ इस नए सप्ताह में शेयर बाजारों में अपनी शुरुआत करेंगे। नए सप्ताह के पहले दिन 18 दिसंबर को सूरज एस्टेट डेवलपर्स, मोतीसंस ज्वैलर्स, मुथूट माइक्रोफिन के आईपीओ ओपन होने वाले हैं। जबकि, 19 दिसंबर को हैप्पी फोर्जिंग्स, आरबीजेड ज्वैलर्स, मुफ्ती मेन्सवियर के आईपीओ खुलेंगे।
आजाद इंजीनियरिंग का आईपीओ 20 दिसंबर को और इनोवा कैपटैब 21 दिसंबर को खुलेगा। ये सभी मेनबोर्ड सेगमेंट के इश्यू हैं। एसएमई सेगमेंट में सहारा मैरीटाइम, शांति स्पिनटेक्स, इलेक्ट्रो फोर्स और ट्राइडेंट टेकलैब्स को खरीदने का विचार किया जा सकता है। बता दें लघु और मध्यम उद्यम (एसएमई) अर्थव्यवस्था के विकास में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। विदेशी निवेशकों ने हाल के दिनों में जोरदार वापसी की है। पिछले तीन माह में लगभग 75,000 करोड़ रुपये की इक्विटी बेचने के बाद, एफआईआई या विदेशी संस्थागत निवेशकों ने दिसंबर में अब तक 29,700 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है। अमेरिकी बॉन्ड की यील्ड में गिरावट आने, तीन राज्यों में हाल ही में हुए चुनाव में भाजपा की जीत की वजह से आर्थिक स्थिरता बने रहने की संभावना और आर्थिक विकास दर उम्मीद से बेहतर रहने की वजह से विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में जमकर निवेश कर रहे हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।