दुनिया और भारत में कब हुई इंटरनेट की शुरुआत Social Media
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दुनिया और भारत में कब हुई इंटरनेट की शुरुआत, कैसे हुआ इंटरनेट का इस्तेमाल और सरल

आज इंटरनेट का इस्तेमाल करना बहुत आम और आसान बात हो चुकी है, लेकिन कभी आपने यह सोचा कि, इंटरनेट का बर्थडे कब आता है या यह कहे की इंटरनेट की शुरुआत कब और कैसे हुई?

Author : Kavita Singh Rathore

Internet Start : आप अगर आज दुनिया के किसी भी कोने में जाकर देखेंगे तो आपको वहां इंटरनेट का इस्तेमाल होता नजर आएगा, क्योंकि आज इंटरनेट लोगो की जरूरत ही नहीं आदत बन चुका है। अगर किसी घर में 4 लोग है तो, उनमे से 3 इंटरनेट का इस्तेमाल जरूर करते होंगे। बल्कि, कोरोना काल के बाद से तो बच्चे भी घर में रह कर इंटरनेट का इस्तेमाल करने लगे हैं। इसका कारण यह है कि, आज इंटरनेट का इस्तेमाल करना बहुत आम और आसान बात हो चुकी है, लेकिन कभी आपने यह सोचा की इंटरनेट का बर्थडे कब आता है या यह कहे की इंटरनेट का जन्म कब और कैसे हुआ? चलिए तो हम आपको इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराते है।

इंटरनेट की शुरुआत:

इंटरनेट की शुरुआत साल 1969 में हुई थी। यह बात है करीब-करीब 53 साल पहले की है जब अमेरिकी रक्षा विभाग के एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी ने चार यूनिवर्सिटीज के कंप्यूटरों को नेटवर्किंग के जरिए जोड़कर 'इंटरनेट' के जन्म को संभव किया और इसे "अप्रानेट" (ARPANET - Advanced Research Projects Agency Network) नाम दिया गया। अमेरिका में रिचर्स और एजुकेशन को बढ़ावा देने के उदेश्य से "अप्रानेट" को जन्म दिया गया था। उस समय इंटरनेट का इस्तेमाल सिर्फ अमेरिकी मिलिट्री ही कर पाती थी।

कैसे मिला इंटरनेट नाम :

"अप्रानेट" के निर्माण या कहे "अप्रानेट" के जन्म के बाद इसे साल 1974 में कमर्शियल तौर पर पेश किया गया। बता दें, "अप्रानेट" का इस्तेमाल पहली बार टेलनेट कंपनी ने किया था। इस कंपनी के इस्तेमाल के बाद ही इसे इंटरनेट नाम दिया गया।

इंटरनेट द्वारा सूचनाओं का आदान प्रदान :

जब "अप्रानेट" की शुरुआत इंटरनेट के नाम से हुई तब इंटरनेट के द्वारा सूचनाओं के आदान-प्रदान में TCP (Transmission Control Protocol) का उपयोग किया जाता था। कुछ समय बाद टिम बर्न्स ली (कम्प्यूटर साइंटिस्ट) द्वारा इंटरनेट पर पहला सफल कम्युनिकेशन किया गया। उन्होंने साल 1991 में वर्ल्ड वाइट वेब (WWW) का निर्माण किया। जिसके द्वारा इंटनेट का इस्तेमाल और भी आसान हो गया। टिम बर्न्स ली ने मार्च 1989 में इन्फोर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम का एक प्रपोजल तैयार किया था। जिससे पहली बार इंटरनेट पर HTTP (हाईपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल) क्लाइंट का निर्माण हुआ और इंटनेट के इस्तेमाल में और मदद मिली। टिम बर्न्स ली ने ही कंप्यूटर प्रोग्राम- HTML, URL और HTTP का भी निर्माण किया।

इंटरनेट को सरल बनाने की दिशा में कार्य:

धीरे-धीरे इंटरनेट सरल बने इस दिशा में अन्य लोगो ने अपना योगदान देना शुरू कर दिया। इसी सूची में एक नाम 'Google' का भी है। टॉमलिंसन ने साल 1972 में e-mail (इलेक्ट्रॉनिक मेल) की शुरुआत की। इसके बाद अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन (NSF) ने साल 1985 में "NSFNET" का निर्माण किया। "अप्रानेट" की तुलना में (National Science Foundation (NSF) NET कई गुना बड़ा नेटवर्क था। अगर Google का योगदान देखे तो साल 1998 में Google के लांच होने के बाद तो जैसे मानो इंटरनेट का कल्याण ही हो गया।

क्या है Google :

Google एक सर्च इंजन है। इसने दुनिया भर के लोगो को बहुत ही तीव्रता से इंटरनेट से जोड़ा है, इसलिए हम कह सकते है कि, इंटरनेट को सरल बनाने में Google का बहुत बड़ा योगदान है। Google के द्वारा आप दुनिया भर के किसी भी कोने की कोई भी जानकारी आप बस एक क्लीक में एक पल में जान सकते है।

भारत में इंटरनेट की शुरुआत :

अब अगर हम भारत में इंटरनेट की शुरुआत पर बात करे तो, भारत में इंटरनेट की शुरुआत विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) कंपनी द्वारा इंटरनेट के जन्म के 26 साल बाद 15 अगस्त 1995 में की गई। VSNL कंपनी ने अपनी टेलीफोन लाइन के द्वारा पूरी दुनिया भर के कंप्यूटरों को भारत के कंप्यूटरों से जोड़ा और इस तरह भारत में इंटरनेट की शुरुआत की। इसके अलावा अन्य प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों ने भारत में इंटरनेट की शुरुआत के तीन साल बाद अर्थात 1998 से अपनी इंटरनेट सेवाएं प्रदान करना शुरू किया और आज भारत में अनेको कम्पनियां है जो इंटरनेट सेवाएं प्रदान कर रही है। आज सिर्फ भारत में देखे तो इंटरनेट यूजर्स की संख्या 45 करोड़ से ज्यादा है।

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