तेजी से बढ़ी ब्रॉडबैंड की डिमांड के बीच बढ़ रहे सिम पोर्ट के मामले Kavita Singh Rathore - RE
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देश में तेजी से बढ़ी ब्रॉडबैंड की डिमांड के बीच बढ़ रहे सिम पोर्ट के मामले

स्मार्टफोन के इस दौर में आज इंटरनेट इस्तेमाल में आने वाली एक जरूरी सुविधा बन गई है। ऐसे में जहां ब्रॉडबैंड की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है। वहीँ, सिम पोर्ट के मामलों की संख्या भी बढ़ती नजर आई।

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। स्मार्ट फोन और लैपटॉप के इस दौर में पूरी दुनिया में आज इंटरनेट इस्तेमाल में आने वाली एक ऐसी जरूरी सुविधा बन गई है, जिसके बिना रह पाना बच्चे तो छोड़ो बड़ों के लिए भी काफी मुश्किल हो गया है। वहीं यदि कभी इंटरनेट बंद हो जाता है तो लोग काफी परेशान हो जाते हैं। ऐसे में बीते सालों यानि कोरोना काल के दौरान ज्यादातर लोग अपने घर पर थे और घर से ही वर्क फ्रॉम होम करते थे। इसके अलावा भी शॉपिंग जैसे लगभग काम घर पर रहकर ही कर रहे थे। इसी के चलते जहां ब्रॉडबैंड की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है। वहीँ, सिम पोर्ट के मामलों की संख्या भी बढ़ती नजर आई।

तेजी से बढ़ रही ब्रॉडबैंड की डिमांड :

दरअसल, ब्रॉडबैंड की डिमांड बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें फास्ट स्पीड, सही कीमत और अच्छे प्लान प्रमुख तौर पर शामिल हैं। इन सब कारणों से परे आज यूजर्स में इंटरनेट मोबाईल डाटा प्लान्स से ब्रॉडबैंड में स्विच करने का भी ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। जिसके कारण देश में ब्रॉडबैंड यूजर्स की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस प्रकार भारतीय टेलीकॉम नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ा देखा जाए तो, इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या 82.53 करोड़ से घटकर 82.48 करोड़ हो गई जबकि ब्रॉडबैंड के यूजर्स की संख्या 77.8 करोड़ से बढ़कर 78.8 करोड़ हो गए। वायर लाइन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या 2.02 करोड़ से बढ़कर 2.48 करोड़ हो गई। जबकि डिएक्टिवेट हुए मोबाइल नंबर की संख्या 3.88 करोड़ है।

बढ़ रहे सिम पोर्ट के मामले :

आज ज्यादातर मोबाईल यूजर्स सिम पोर्ट करते भी नजर आ रहे हैं। जबकि आज टेलिकॉम कंपनियां अपने ग्राहकों को खास सेवा दे रही हैं। यूजर्स का सिम पोर्ट कराने का बड़ा कारण यह सामने आया है कि, मोबाइल में सिग्नल न मिलना और इंटरनेट की स्लो स्पीड। इस मामले में सामने आई भारतीय टेलीकॉम नियामक प्राधिकरण (TRAI) की तजा रिपोर्ट की मानें तो, 'बीते 12 साल में अब तक 102 करोड़ एक्टिव यूजर्स में से 78.97 करोड़ यानी करीब 77% उपभोक्ता अपना नंबर पोर्ट करा चुके हैं। बता दें, साल 2022-23 में अप्रैल से दिसंबर तक की अवधि में 9.4 करोड़ यूजर्स ने अपना नंबर पोर्ट कराया हैं। जबकि, साल 2021-22 की सामान अवधि में 11.3 करोड़ उपभोक्ताओं ने अपना नंबर पोर्ट कराया था, जो बीचे 8 साल में सर्वाधिक है।

टेलिकॉम कंपनियों के घटे इतने यूजर्स :

  • Reliance Jio के यूजर्स 42.2 करोड़ से घटकर 40.3 करोड़ होने के बाद भी कंपनी यूजर्स के मामले में टॉप पर हैं। कंपनी की भागीदारी बीते 9 महीने में 35.3%से बढ़कर 37.14% हो गई है।

  • दूसरे स्थान पर Airtel है। कंपनी के यूजर्स 35.2 करोड़ से घटकर 36 करोड़ हो गए हैं।

  • Vodafone-Idea के यूजर्स की संख्या 28.3 करोड़ से घटकर 26 करोड़ रह गई।

  • BSNL के यूजर्स 11.8 करोड़ से घटकर 11.3 करोड़ रह गए। जबकि, MTNL के 1.52% उपभोक्ता घटे हैं।

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