राज एक्सप्रेस। आजकल मार्केट में लांच हो रहे नए सभी फोन टाइप C तरह के होते है। ऐसे में हमारे पास जो स्मार्टफोन पहले से है उनका चार्जर किसी काम का नहीं रह जाता है और कई बार ऐसा होता है कि, हम नए फोन के साथ अपने पुराने फोन को भी एक्टिव रखते है। ऐसे में कहीं जाते समय दोनों फोन्स या अन्य कोई और गैजेट के साथ उसका चार्जर रखना किसी झंझट से कम नहीं है, लेकिन अब जल्द ही सरकार अलग-अलग चार्जर रखने के झंझट खत्म करने वाली है। आप सोच रहे होंगे कि, सरकार कैसे इस झंझट को खत्म करेगी तो बता दें अब यह फैसला सरकार कर सकती है।
भारत सरकार की घोषणा :
दरअसल, भारत सरकार अब नयापन लाने के लिए नई पॉलिसी को अपनाने की तरफ तेजी से ध्यान दे रही है। इसलिए अब भारत सरकार चार्जर के अलग-अलग टाइप को लेकर भी फैसला ले सकती है। इस मामले में भारत सरकार ने आधिकारिक घोषणा भी की है। सरकार की तरफ से यह घोषणा करते हुए कंज्यूमर अफेयर्स सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह ने बताया है कि, 'जल्द ही एक एक्सपर्ट्स का एक ग्रुप बनाने वाली है, जो स्मार्टफोन और पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के लिए कॉमन चार्जर अपनाने की दिशा में काम करेगा। इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स भी ई-कचरे की चिंताओं से सहमत है और कॉमन चार्जर पर शिफ्ट होने के लिए अधिक चर्चा चाहते हैं।'
भारत सरकार का विचार :
यूरोपीय संघ (EU) पॉलिसी के विपरीत, सभी मोबाइल फोन और पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम को USB टाइप-सी (Type-C) में शिफ्ट करना जरूरी समझता है। बता दें, भारत सरकार का विचार यह है कि, USB Type-C के साथ ही दो प्रकार के चार्जर में शिफ्ट होना चाहिए। हालांकि, यह सरकार का अंतिम फैसला नहीं हैं। सरकार अंतिम फैसला सभी स्टेकहोल्डर्स के विचारों पर विचार करने के बाद ही लेगी। इस मामले में ऐसे तर्क लगाए जा रहे है कि, इस फैसले के बाद स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए एक कॉमन चार्जिंग पोर्ट का फीचर लाया जा सकता है। अगर इस तरह का फैसला आता है तो, ये भारत सरकार का उपभोक्ताओं के लिए एक कॉमन चार्जिंग स्टैंडर्ड लाने को लेकर पहला कदम होगा।
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