राज एक्सप्रेस। पिछले साल योग गुरु बाबा रामदेव लगातार ही अपने विवादित बयान के चलते चर्चा में बने रहे थे। जिसके चलते पिछले दिनों इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) छत्तीसगढ़ द्वारा बाबा राम देव के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। हालांकि, हर बार बाबा रामदेव ने अपने दिए बयान वापस लिए हैं, लेकिन एलोपैथी और डॉक्टर्स पर दिए बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने ही बाबा रामदेव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्योंकि, इस मामले को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट ने ही बाबा रामदेव से सवाल किए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने किए बाबा रामदेव से किये सवाल :
दरअसल, योग गुरु बाबा रामदेव ने एलोपैथी और डॉक्टर्स को लेकर विवादित बयान दिए थे। वहीं, अब इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव से सवाल किए हैं। साथ ही उन्हें स्पष्टीकरण देने को भी कहा है। बता दें, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस मामले में मंगलवार को याचिका पर शीर्ष न्यायालय ने बाबा रामदेव की कंपनी पतंजली आयुर्वेद और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया हैं। कोर्ट ने इस नीतीश के माध्यम से एलोपैथी को बदनाम करने वाले विज्ञापन दिखाने को लेकर सफाई मांगी है।
मुख्य न्यायाधीश का कहना :
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने इस मामले पर कहा है कि, 'बाबा अपने सिस्टम को लोकप्रिय बना सकते हैं, लेकिन अन्य की आलोचना क्यों करना। हम उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने योग को लोकप्रिय बनाया है। लेकिन उन्हे अन्य व्यवस्थाओं के बारे में गलत कहने से बचना चाहिए।' बता दें, CJI की अगुवाई वाली बेंच ने सवाल किया, 'इस बात की क्या गारंटी है कि, जिसका बाबा रामदेव पालन करते हैं, वह सबकुछ ठीक कर देगा।' IMA द्वारा दयर की गई याचिका में मॉडर्न मेडिसिन के खिलाफ जारी अभियान को नियंत्रित करने की भी मांग की गई थी।
बाबा रामदेव का बयान :
बताते चलें, बाबा रामदेव ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को कोरोना होने पर इसे मेडिकल साइंस की असफलता बताते हुए कहा था कि, 'वह वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोनावायरस संक्रमण का शिकार हो गए।' इसपर पहले जस्टिलस अनूप जयराम ने कहा था, 'पहले की मैं इस बात से चिंतित हूं कि आयुर्वेद का अच्छा नाम खराब हो रहा है। मैं इसे लेकर चिंतित हूं। आयु्र्वेद प्रचीन चिकित्सा का तरीका है। आयुर्वेद का नाम खराब करने के लिए कुछ भी न करें। दूसरा यहां लोगों के नाम लिए जा रहे हैं। इसके हमारे संबंधों, देश के संबंधों से जुड़े अंतरराष्ट्रीय परिणाम हो सकते हैं... नेताओं का नाम लिया जा रहा है, जो विदेशी राष्ट्रों के साथ हमारे रिश्तों को प्रभावित कर सकते हैं।' कई डॉक्टर एसोसिएशन्स ने एलोपैथी के खिलाफ दिए गए बयानों को लेकर रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।'
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