UPI apps; फोनपे (PhonePe), गूगलपे Google Pay, पेटीएम (Paytm) यूजर्स ने यूपीआई सर्वर डाउन होने की जानकारी दी। Neelesh Singh Thakur - RE
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PM Modi ने की कैशलेस डे आउट की अपील, शाम को UPI सर्वर थमने से थमा डिजिटल लेनदेन

UPI apps फोनपे (PhonePe), गूगलपे Google Pay और पेटीएम (Paytm) से जुड़े यूजर्स ने यूपीआई सर्वर (UPI server down) ठप्प होने की जानकारी दी।

Author : Neelesh Singh Thakur

हाइलाइट्स

  • कैशलेस ट्रांजेक्शन करें : PM Modi

  • PM ने की 'कैशलेस डे आउट' की अपील

  • UPI सर्वर थमने से ट्रांजेक्शन हुआ प्रभावित

राज एक्सप्रेस (rajexpress.co)। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के नवीनतम संस्करण में श्रोताओं से भुगतान के लिए केवल डिजिटल मोड का उपयोग करके "कैशलेस डे आउट" को दैनिक लेनदेन में अमल करने को कहा। वहीं शाम के समय UPI सर्वर बंद होने से यूपीआई ऐप (UPI apps) फोनपे (PhonePe), गूगलपे (Google Pay) और पेटीएम (Paytm) धारकों को कुछ समय तक डिजिटल लेनदेन में असुविधा का सामना करना पड़ा।

पीएम मोदी (PM Modi) ने 'मन की बात' कार्यक्रम में भारत के ऑनलाइन लेनदेन (online transaction) के पदचिह्न के "अविश्वसनीय विस्तार" की सराहना की। उन्होंने भारतीय नागरिकों से नकद लेनदेन के बजाए कैशलेस ट्रांजेक्शन (cashless transaction) करने की अपील की।

रोजाना 20 हजार करोड़ -

प्रधान मंत्री ने कहा कि; देश में अब प्रतिदिन 20,000 करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन हो रहा है। पीएम ने कहा कि; यह न केवल सुविधाओं में वृद्धि कर रहा है बल्कि ईमानदारी के माहौल को भी प्रोत्साहित कर रहा है।

आपके अनुभव देश में दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकते हैं।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत, मन की बात कार्यक्रम में व्यक्त उद्गार

बिग डिजिटल इकोनॉमी -

पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि; छोटे ऑनलाइन भुगतान (small online payments) भारत (BHARAT/India) को एक बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्था (Big Digital Economy) बनाने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने रेखांकित किया कि; इसके अलावा, कई नए फिनटेक स्टार्ट-अप भी आ रहे हैं।

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस -

उन्होंने ऑनलाइन भुगतान (online payments) की बढ़ती संख्या की भी सराहना की और कहा, "अब, हमारे देश में प्रतिदिन ₹20,000 करोड़ का डिजिटल लेनदेन हो रहा है।" पीएम ने बताया, "मार्च में, यूपीआई (UPI) यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments Interface) लेनदेन भी 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।"

यूपीआई की खासियत -

याद रखें, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक इंस्टेंट रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली (instant real-time payment system) है जिसे नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India/NPCI) यानी भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने विकसित किया है। यूपीआई (UPI) इंटर-बैंक पीयर-टू-पीयर और व्यक्ति-से-व्यापारी लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है।

'मन की बात' एक मासिक रेडियो कार्यक्रम है जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रत्येक एपिसोड में नए विषयों पर बात करते हैं। यह हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे सरकारी ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन टेलीविजन चैनल पर प्रसारित होता है। मन की बात (Mann Ki Baat) को पीएम मोदी (PM Modi) के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ-साथ पीएमओ (PMO) पर भी लाइव स्ट्रीम किया जाता है।

पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा रविवार सुबह की गई अपील के बाद शाम को UPI सर्वर कुछ देर के लिए बंद होने से यूपीआई ऐप (UPI apps) फोनपे (PhonePe), गूगलपे Google Pay और पेटीएम (Paytm) धारकों को कुछ समय तक डिजिटल लेनदेन में असुविधा का सामना करना पड़ा।

कुछ समय बंद होने के बाद UPI सर्वर फिर बहाल -

यूपीआई ऐप (UPI apps) फोनपे (PhonePe), गूगलपे Google Pay और पेटीएम (Paytm) से जुड़े कुछ यूजर्स ने कुछ समय के लिए यूपीआई सर्वर ठप्प (UPI server down) होने की जानकारी दी। हालांकि यूपीआई सर्वर संक्षिप्त आउटेज के बाद जल्द बहाल (UPI server restored) हो गया, जिससे लेनदेन करने वालों ने राहत की सांस ली।

जानकारी के अनुसार UPI server अस्थायी रूप से बंद होने के कारण, PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे प्रमुख UPI ऐप के माध्यम से लेन-देन संसाधित नहीं किया जा रहा था।

एक घंटे से अधिक का आउटेज -

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई/UPI) सर्वर, तकरीबन एक घंटे से अधिक समय तक बंद रहा। बाद में यह बहाल हो गया। इस अस्थायी आउटेज के कारण देश भर में ऑनलाइन डिजिटल भुगतान प्रक्रिया (Online Digital Payments) में व्यवधान पैदा हुआ।

ट्विटर पर पूछताछ -

यूजर्स ने फोनपे (PhonePe), गूगल पे (Google Pay) और पेटीएम (Paytm) जैसे प्रमुख यूपीआई ऐप (UPI apps) के जरिए ट्रांजैक्शन प्रोसेस नहीं किए जाने पर ट्विटर पर इस बारे में पूछताछ शुरू कर दी थी। उपयोगकर्ताओं को दीर्घ कालिक प्रोसेसिंग टाइम के बाद विफल भुगतानों के बारे में सूचित किया गया था।

साल में दूसरा मौका -

साल में यह दूसरी मौका था जब यूपीआई सर्वर डाउन (UPI server down) हो गया। पिछली बार 9 जनवरी को ऐसा हुआ था। नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई/NPCI) ने एक बयान में कहा कि ''कुछ उपयोगकर्ताओं को यूपीआई (UPI) का उपयोग करते समय लगभग 8 बजे संक्षिप्त अवधि के लिए समस्या का अनुभव हो सकता है।''

साथ ही कहा कि; ''कुछ यूपीआई पारिस्थितिकी तंत्र (UPI ecosystem) भागीदारों के साथ क्षणिक समस्या का समाधान कर दिया गया है और सेवाएं हमेशा की तरह काम कर रही हैं।''

UPI खास-खास -

NPCI द्वारा प्रस्तुत UPI एक वास्तविक समय भुगतान प्रणाली है जो, भारत के खुदरा लेनदेन के 60 प्रतिशत से अधिक मामलों में सहयोग प्रदान करती है।

भुगतान प्रणाली बड़ी मात्रा में लेन-देन को संभालती है, जिनमें से अधिकांश कम मूल्य वाले लेनदेन होते हैं। 100 रुपये से कम के लेन-देन में UPI वॉल्यूम का 75 प्रतिशत हिस्सा होता है। अकेले मार्च महीने में, UPI ने 540 करोड़ लेन-देन देखा, जो 9.60 लाख करोड़ रुपये था।

इस बीच एनपीसीआई; बैंक और इन-हाउस सर्वर पर लोड को कम करने के लिए ऑफलाइन मोड में भुगतान को सक्षम करने की सुविधा पर काम कर रहा है।

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