Reliance Infratel's Mobile Towers and Optical Fiber Kavita Singh Rathore -RE
व्यापार

RCom डील: रिलायंस Jio ने किया 60 दिनों में भुगतान करने का वादा

RCom की सब्सिडियरी रिलायंस इन्फ्राटेल के मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर एसेट्स के लिए लगाई गई बोलियों में रिलायंस Jio ने लगाई सबसे ज्यादा रकम की बोली। साथ ही Jio ने 60 दिनों में भुगतान का वादा भी किया।

Author : Kavita Singh Rathore

हाइलाइट्स :

  • रिलायंस इन्फ्राटेल के मोबाइल टावर के लिए बोली लगाई गई

  • ऑप्टिकल फाइबर एसेट्स के लिए बोली लगाई गई

  • रिलायंस Jio द्वारा लगाई गई सबसे अधिक बोली

  • रिलायंस Jio ने किया 60 दिनों में भुगतान का वादा

  • RCom कर रही है काफी मुश्किलों का सामना

राज एक्सप्रेस। सभी जानते है कि, काफी समय से वित्तीय घाटे में चल रही अनिल अंबानी की कंपनी RCom अपनी दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही है, जिसके चलते कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि, कंपनी की संपत्ति और एसेट्स की बोलियां लगाई जा रही हैं। जिसके तहत RCom की सब्सिडियरी रिलायंस इन्फ्राटेल के मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर एसेट्स के लिए भी कई बोलियां लगाई गई थीं।

मिली रिलायंस Jio को स्वीकृति :

RCom की सब्सिडियरी रिलायंस इन्फ्राटेल के मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर एसेट्स की बोली में मुकेश अंबानी की रिलायंस Jio की बोली को स्वीकृति मिल गई है, क्योंकि रिलायंस Jio द्वारा लगाई गई बोली अन्य कंपनियों की बोलियों में सबसे अधिक थी। रिलायंस Jio में 3,600 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। Jio के अलावा भारती एयरटेल द्वारा 1,800 करोड़ रुपए की बोली लगाई गई थी।

60 दिन में भुगतान करने का वादा :

चूँकि फिलहाल सबसे जयादा रकम की बोली रिलायंस Jio की तरफ से लगाई गई है तो, अब RCom कंपनी कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (COC) सभी बोलीदाताओं से बातचीत करेगी उसके बाद वोटिंग द्वारा आखिरी बोली तय की जाएगी। हो सकता है इस प्रक्रिया में एक-दो हफ्ते समय लग जाए। यदि यह डील Jio कंपनी के साथ फाइनल की जाती है तो, रिलायंस इन्फ्राटेल के मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर एसेट्स Jio कंपनी के हो जाएंगे। Jio कंपनी ने इस डील के लिए 60 दिनों में भुगतान करने का वादा भी कर दिया है।

स्पेक्ट्रम और एसेट्स की बोली :

इससे पहले RCom कंपनी के स्पेक्ट्रम के लिए भारती Airtel ने कुछ शर्तो के आधार पर बोली लगाई थी, एयरटेल द्वारा रखी गई शर्तो के कारण रेजोल्यूशन प्रोफेशनल के लिए एसेट्स बिक्री की प्रक्रिया पूरी करना 10 जनवरी 2020 तक मुश्किल होगा। यह समय सीमा नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल द्वारा तय की थी। हालांकि, RCom के स्पेक्ट्रम के लिए Jio ने बोली ही नहीं लगाई है। दूसरी तरफ RCom के एसेट्स के लिए VFSI होल्डिंग्स और UV एसेट्स रिकंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बोली लगाई गई थी।

RCom का कुल कर्ज :

जानकारी के लिए बता दें कि, RCom पर 33,000 करोड़ रुपए का सिक्योर्ड कर्ज है। वहीं कंपनी के कर्जदाताओं द्वारा अगस्त में 49,000 करोड़ रुपए के दावे पेश किए गए थे। जिसके चलते RCom काफी मुश्किलों का सामना कर रही है, जैसे हाल ही में RCom कंपनी का Jio से एक एग्रीमेंट हो गया था, लेकिन इस एग्रीमेंट को दूरसंचार विभाग द्वारा मंजूरी नहीं मिल पाई थी और फिर Jio कंपनी ने स्वयं ही यह समझौता रद्द कर दिया था।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT