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जर्मन साफ्टवेयर दिग्गज एसएपी के अध्यक्ष पुनीत रेनजेन ने मतभेदों की वजह से बोर्ड से तोड़ा नाता

सॉफ्टवेयर दिग्गज एसएपी ने कहा है कि वह कंपनी के पर्यवेक्षी बोर्ड अध्यक्ष की भूमिका पर मतभेदों की वजह से पुनीत रेनजेन से अलग होने पर सहमत हो गई है।

Author : Aniruddh pratap singh

हाईलाइट्स

  • पुनीत रेनजेन हरियाणा राज्य के रोहतक में पले-बढ़े हैं

  • उनके पिता ने इलेक्ट्रिकल स्विचगियर फैक्ट्री लगाई थी

  • 15 मई को एजीएम के बाद एसएपी से अगल होंगे पुनीत

राज एक्सप्रेस : सॉफ्टवेयर दिग्गज एसएपी ने कहा है कि वह कंपनी के पर्यवेक्षी बोर्ड अध्यक्ष की भूमिका पर मतभेदों पर पुनीत रेनजेन से अलग होने पर सहमत हो गई है। एसएपी ने एक बयान में बताया कि पुनीत रेनजेन ने 15 मई, 2024 को एसएपी की वार्षिक आम बैठक के बाद से एसएपी पर्यवेक्षी बोर्ड से इस्तीफा देने का फैसला किया है। रेनजेन को जर्मन एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी के अध्यक्ष के रूप में एसएपी के सह-संस्थापक हासो प्लैटनर का स्थान लेना था।

एसएपी के पर्यवेक्षी बोर्ड ने पेक्का अला-पिएटिला को बोर्ड के नए सदस्य के रूप में नामित किया है और प्लैटनर के उत्तराधिकारी के रूप में उनका नाम प्रस्तावित किया है। अला-पिएटिला अगली एजीएम में दो साल के कार्यकाल के लिए चुनाव में खड़े होंगे और निर्वाचित होने पर अध्यक्ष की भूमिका निभाएंगे। वह 1999-2005 तक नोकिया के अध्यक्ष और 2002-2021 तक एसएपी पर्यवेक्षी बोर्ड के सदस्य थे।

2003 से अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे प्लैटनर ने कहा कि एसएपी के शीर्ष पर दो दशकों तक रहने के बाद, जिस कंपनी को मैंने उसकी स्थापना के समय से पोषित किया है, नेतृत्व की कमान का सफल हस्तांतरण सुनिश्चित करना मेरे लिए सर्वोपरि है और एसएपी की निरंतर सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। रेनजेन 2015 से पिछले साल दिसंबर में अपनी सेवानिवृत्ति तक डेलॉइट के वैश्विक सीईओ थे।

वैश्विक सीईओ के रूप में, रेनजेन ने एक रणनीति विकसित और क्रियान्वित की। इसके परिणामस्वरूप डेलॉइट का राजस्व केवल सात वर्षों में $35 बिलियन से बढ़कर $59 बिलियन से अधिक हो गया। डेलॉइट ने उन्हें वैश्विक सीईओ एमेरिटस की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। रेनजेन हरियाणा के रोहतक में पले-बढ़े, जहां उनके पिता ने एक इलेक्ट्रिकल स्विचगियर फैक्ट्री की स्थापना की थी।

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