PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में जबरदस्त गिरावट, शेयरों पर लगा लोअर सर्किट Social Media
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PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में जबरदस्त गिरावट, शेयरों पर लगा लोअर सर्किट

सोमवार को FPO शेयरों की लिस्टिंग के बाद PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। इतना ही नहीं बैंक के हालात इस तरह के बने कि, बैंक के शेयरों पर लोअर सर्किट लग गया।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। देश पहले ही आर्थिक मंदी का सामना कर रहा है। ऐसे में कई प्राइवेट सेक्टरों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही हालत कुछ प्राइवेट सेक्टर के पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस (PNB Housing Finance) के बनते नजर आ रहे हैं। दरअसल, सोमवार को FPO शेयरों की लिस्टिंग के बाद PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। इतना ही नहीं बैंक के हालत इस तरह के बने कि, बैंक के शेयरों पर लोअर सर्किट लग गया।

PNB हाउसिंग फाइनेंस का शेयर की लिस्टिंग :

बताते चलें, सोमवार को शेयरों की लिस्टिंग के बाद PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 5% तक की गिरावट दर्ज की गई और इस तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में PNB हाउसिंग फाइनेंस का शेयर 4.99% तक गिरकर 606.75 रुपये पर आ पंहुचा। बता दें ऐसा तब हुआ है जब कानूनी पहले ही अड़चनों में फांसी हुई है। इसके अलावा PNB हाउसिंग फाइनेंस ने गुरुवार को कार्लाइल ग्रुप और अन्य को अपनी 4,000 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री योजना को छोड़ने की घोषणा कर दी है।

PNB हाउसिंग फाइनेंस का मार्केट कैपिटालजेशन :

बताते चलें, PNB हाउसिंग फाइनेंस के मार्केट कैपिटालजेशन की बात करें तो, उस आधार पर प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में शुमार PNB हाउसिंग फाइनेंस देश का सातवां सबसे बड़ा बैंक 12 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर के द्वारा 15,000 करोड़ रुपये जुटा सका है। हालांकि, कंपनी के शेयरों में गिरावट के बैंक के FPO को काफी अच्छा सब्सक्रिप्शन मिला है। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट कंपनी ने अमेरिका की निजी इक्विटी कंपनी कार्लाइल ग्रुप (carlyle group) और अन्य को 4,000 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री योजना को छोड़ देने के बाद दर्ज की गई है। BSE में कंपनी का शेयर 5% टूटकर 607.10 रुपये की अपनी निचली सर्किट सीमा पर आ गया।

विवादों में घिरा बैंक का सौदा :

PNB हाउसिंग फाइनेंस के मूल्यांकन को लेकर यह सौदा कानूनी विवादों में घिर चुका है। इसके अलावा पिछले महीने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने कंपनी के 4,000 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी जुटाने की योजना पर प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। वर्तमान में यह मामला शीर्ष अदालत में जारी है।

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