ईएलएसएस योजना से पाएं टैक्स सेविंग के साथ हाई रिटर्न, 5 साल में 4 गुना तक वृद्धि संभव।
ईएलएसएस योजना वास्तव में एक टैक्स सेवर म्यूचुअल फंड है, जो इक्विटी से लिंक्ड होता है।
राज एक्सप्रेस। यदि आप टैक्स बचाना चाहते हैं तो आपके लिए पूंजी बाजार में टैक्स बचाने के लिए निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार इनमें से किसी भी योजना को चुनकर टैक्स सेविंग स्कीम में निवेश कर सकते हैं। किसी भी टैक्स सेविंग स्कीम में निवेश करने से पहले टैक्स सेविंग स्कीम में जब निवेश करते हैं, तो पहले विभिन्न योजनाओं में मिलने वाले रिटर्न के बारे में पहले पूरी जानकारी जुटाना जरूरी हैं। आपको अपना इसमें ध्यान रखने की बात यह है कि अपना पैसा ऐसी योजना में लगाना चाहिए, जहां टैक्स का भी फायदा हो, साथ ही हाई रिटर्न भी मिले। इसके लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस) सबसे बेहतर विकल्प साबित है।
ईएलएसएस टैक्स सेविंग के साथ-साथ आपके निवेश पर हाई रिटर्न देने वाली सबसे बेहतरीन इक्विटी लिंक्ड बचत योजना है। इस योजना में टैक्स तो बचेगा ही है, लंबे समय में आपकी बचत में भी तेजी से इजाफा होगा। यह वास्तव में एक टैक्स सेवर म्यूचुअल फंड है, जो इक्विटी से लिंक्ड होता है। इसमें आपके निवेश का बड़ा हिस्सा इक्विटी योजनाओं में लगाया जाता है, जबकि इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इनकम में भी लगाया जाता है। इसके जरिए आपका पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइड हो जाता है। म्यूचुअल फंड के इस वर्ग में आईटी एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स छूट दी जाती है। हालांकि मार्केट से जुड़ा होने के कारण इसमें एफडी या एनएससी जैसी छोटी बचत योजनाओं की तुलना में कुछ जोखिम होता है। इसमें आप एसआईपी के जरिए निवेश की कोई विधि चुन सकते हैं।
ईएलएसएस इनमें से क्वांट टैक्स प्लान के तहत 27.77 फीसदी सालाना रिटर्न मिला है। एसबीआई टैक्स एडवांटेज फंड ने एस साल में औसतन 26.62 फीसदी रिटर्न दिया है। एसबीआई एलटी एडवांटेज फंड ने 25.85 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है। सुदंरम एलटी टैक्स एडवांटेज फंड ने 22.42 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है। बैंक आफ इंडिया टैक्स एडवांटेज फंड ने 22.18 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है। बंधन टैक्स एडवांटेज (ईएलएसएस) फंड ने 19 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है. जबकि मिरे एसेट टैक्स सेवर फंड ने 18.66 फीसदी सालाना रिटर्न दिया। जेएम ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड ने 18.60 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है।
ईएलएसएस फंड में निवेश के जरिए टैक्स सेविंग के साथ ही हाई रिटर्न का डबल बेनीफिट मिल रहा है। यह लंबी अवधि में निवेशकों को अपनी दौलत बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, 80 सी के तहत अन्य टैक्स बचाने वाले विकल्पों की तुलना में ईएलएसएस में 3 साल की सबसे कम लॉक-इन अवधि है। लॉक-इन का एक बड़ा फायदा यह है कि लंबी अवधि तक अनुशासित रहकर निवेश को बढ़ावा मिलता है। यही आगे आपको वेल्थ क्रिएशन में मदद कर सकता है। 3 साल का लॉक-इन खत्म होने का मतलब यह नहीं है कि आपको फंड से बाहर निकलना जरूरी होगा, आप इसे आगले दिनों तक बढ़ा सकते हैं।
वित्त वर्ष के अंत में निवेशक आमतौर पर टैक्स बचाने के लिए कई विकल्पों की तलाश करते हैं। साल के अंत में निवेश करने से, हम की वजह से मिलने वाले लाभ को मिस कर देते हैं। हो सकता है कि तब निवेश करें, जब वैल्युएशन बहुत ऊंचा हो। ईएलएएस निवेशक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए निवेश करने पर इससे कास्ट एवरेजिंग का लाभ मिलता है। एसआईपी का फायदा यह है कि टैक्स सेविंग के लिए आपको एक साथ बड़ी रकम निवेश करने का दबाव नहीं होता है। ईएलएसएस में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स लगता है, लेकिन एक लाख तक की आय टैक्स फ्री है. जबकि 80सी के तहत जिन फिक्स्ड इनकम वाले विकल्पों में छूट मिलती है, उनमें होने वाली पूरी आय टैक्सेबल है। टैक्स सेविंग योजनाओं में 5 साल की टैक्स सेवर एफडी की तुलना में कहीं ज्यादा रिटर्न मिलता है। कुछ स्कीम ऐसी भी हैं, जिनमें 5 साल के दौरान एफडी के मुकाबले 3 गुना और यहां तक कि 4 गुना रिटर्न भी मिलता है।
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