हाइलाइट्स :
अमेजन के CEO जेफ बेजोस आये भारत दौरे पर
दौरे के दौरान बेजोस ने की भारत में निवेश की घोषणा
पीयूष गोयल ने इस निवेश को लेकर दिया बयान
CCI ने दिए जांच के आदेश
राज एक्सप्रेस। अमेजन के CEO जेफ बेजोस ने भारत दौरे के दौरान भारत में 7100 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की है इस निवेश को लेकर कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने रायसीना डायलॉग के दौरान अपना बयान दिया। पीयूष गोयल ने बयान देते हुए कहा कि,
'अमेजन के CEO जेफ बेजोस द्वारा भारत में 7100 करोड़ रुपए (अमेरिकी करेंसी में एक अरब डॉलर) का निवेश करने का ऐलान करके भारत पर कोई अहसान नहीं किया।'पीयूष गोयल, कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर
गोयल इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने भारतीय कारोबार में अमेजन को लेकर सवाल भी उठाए। उन्होंने पूछा कि, कोई भी कंपनी इतना घाटा कैसे झेल सकती है। आगे उन्होंने घाटे के मुद्दे पर बात करते हुए अमेजन को 2018-19 में हुए घाटे के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, 'प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेजन कंपनी को 7,000 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।'
इन्वेस्ट इंडिया ने दी निवेश की जानकारी :
इन्वेस्ट इंडिया द्वारा इस निवेश की जानकारी उसके ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से दी गई। इन्वेस्ट इंडिया ने अपने द्वीत में लिखा कि, दिल्ली में #AmazonSmbhav नाम के शिखर सम्मेलन में अमेजन के CEO जेफ बेजोस ने घोषणा की कि, ई-कॉमर्स दिग्गज का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 10 Mn भारतीय व्यवसायों को ऑनलाइन लाने के लिए USD 1 Bn का निवेश करना है, जिससे उन्हें पहले से अधिक ग्राहकों तक पहुँचने में मदद मिलेगी।
बेजोस ने नहीं की किसी से मुलाकात :
अमेजन के CEO जेफ बेजोस दिल्ली में एक कार्यक्रम हिस्सा लेने भारत दौरे पर आये थे। इस दौरे के दौरान बेजोस ने न ही किसी सरकारी अधिकारी से मुलाकात की और न ही किसी मंत्री से मिले। हालांकि, उनके आने से पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा भी जताई थी और साथ ही खबरों के अनुसार, बेजोस ने प्रधानमंत्री से मिलने का वक्त भी मांगा था। इसके अलावा बेजोस ने बुधवार को आने वाले 5 साल में 71 हजार करोड़ रुपए के मेक इन इंडिया प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने की बात कही। वहीं उन्होंने भारत के छोटे-मध्यम बिजनेस को डिजिटाइज करने के लिए 7,100 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा भी की।
पियूष गोयल वेयरहाउस निवेश को लेकर बताया :
गोयल ने वेयरहाउस निवेश को लेकर बताया कि, अमेजन कंपनी द्वारा पिछले कुछ सालों में वेयरहाउस के लिए निवेश किया गया है, जिसका हम स्वागत करते हैं। लेकिन, उन्होंने प्रश्न पूछते हुए बोले कि, कंपनी ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस में घाटे होते हुए भी पैसा कैसे लगा सकती है और यदि लगा भी रही है तो इसका क्या मतलब? उन्होंने आगे कहा ई-कॉमर्स कंपनियों को तय किये गए नियमों का पालन करना चाहिए और ई-कॉमर्स कंपनियों को मल्टी-ब्रांड रिटेल में बैक-डोर एंट्री की गुंजाइश न तलाशने की बात कही। बताते चलें कि, देश के मल्टी-ब्रांड रिटेल सेक्टर को 49% से ज्यादा FDI की अनुमती नहीं है।
पियूष गोयल ने बताया :
पियूष गोयल ने तंज कसते हुए कहा कि, एक कंपनी है जो, अपने ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस के द्वारा खरीदार और विक्रेताओं के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाती है, इसके वावजूद भी इतना घाटा झेल रही है और इतना सबकुछ व्यापार नियमों का उल्लंघन करे बिना कैसे हो सकता है? क्या इस बात पर विचार करने की जरूरत नहीं है। ये वास्तव में एक सोचने का सवाल है और मुझे पूरा यकीन है कि, जो लोग इन मामलों को देखते है वो इसका जवाब जरूर ढूंढेंगे।
CCI ने दिए जांच के आदेश :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) द्वारा सोमवार को अमेजन और फ्लिपकार्ट कंपनी के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए है। CCI का मनना है कि, इन कंपनियों ने प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन किया है।
नुकसान के वाबजूद मिल जाएंगे अरबों डॉलर :
पियूष गोयल ने कहा कि, अमेजन कंपनी अरबों डॉलर लगा सकती हैं, लेकिन अगर उसे हर साल कंपनी को अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है तो, उन्हें आसानी से अरबों डॉलर मिल जाएंगे।
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