मुंबई में मिले दो नए ऑइल और गैस के भंडार RE
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देश के पेट्रोलियम सेक्टर के लिए बड़ी सफलता, मुंबई में मिले दो नए ऑइल और गैस के भंडार

आज भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, मुंबई में मिले तेल-गैस के भंडार भारत के कच्चे तेल उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।

Kavita Singh Rathore

मुंबई, भारत। भारत में वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की खोज लगातार जारी है और हमेशा ही किसी ना किसी बड़ी खोज से जुड़ी जानकारी सामने आती रही है। जिसमें कभी सोने की खदान मिली तो कभी हीरे की। वहीं, अब खबर सामने आई है कि, मुंबई (Mumbai) में दो नए 'तेल और गैस के भंडार' (Oil and Gas Reserves) मिले हैं। यहे भारत सरकार के लिए किसी बड़ी सफलता से कम नहीं है। जैसा कि, सभी जानते हैं, आज भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, यह भंडार कच्चे तेल उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में भारत के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।

ONGC को मिली बड़ी सफलता :

दरअसल, भारत की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनियों में शुमार ONGC (Oil and Natural Gas Corporation) को मुंबई के ऑफशोर रीजन के अरब सागर में दो तेल और गैस के कुएं मिले हैं। चूँकि, यह पहला मौका है जब ONGC को मुंबई ऑफशोर रीजन में OALP (Open Acreage Licensing Policy) के तहत पहला तेल और गैस का भंडार मिला है। इसलिए, उसे 'अमृत' (Amrit) का नाम दिया गया है। वहीं, दूसरे एक्सप्लोरेशन ब्लाक में मिले भंडार को 'मूंगा' (Moonga) का नाम दिया गया है। इस बारे में जानकारी कंपनी ने खुद दी है।

कंपनी ने दी जानकारी :

इस बारे में जानकारी देते हुए कंपनी ने बताया है कि, 'कंपनी ने तेल और गैस के कुएं की खोज की जानकारी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हाइड्रोकार्बन (DGH) और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को दे दी है। तेल और गैस के इन दोनों को खोज का विस्तार से आकंलन किया जा रहा है। इन खोजों के साथ हाल के वर्षों में नई खोज करके कंपनी ने ओएएलपी ब्लॉकों में अपनी प्रभावशाली लकीर जारी रखी है। कंपनी ने जीयोलॉजिकल डेटा का विश्लेषण किया है और OALP ब्लॉकों के भीतर पर्याप्त तेल और गैस भंडार की सफलतापूर्वक पहचान करने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी की तैनाती की है।'

पेट्रोलियम मंत्री ने दी बधाई :

इन भंडार के मिलने की जानकारी पाकर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ONGC के हाथ लगी इस बड़ी सफलता के लिए उसे बधाई दी। हालांकि, यह भंडार भारत के लिए बहुत ही मददगार साबित हो सकता है। क्योंकि, भारत को अपनी खपत का 80% कच्चा तेल आयात करना पड़ता है। इस नए भंडार के मिलने से आयात में कमी आ सकती है। साथ ही विदेशी मुद्रा में भी भारी बचत होने की उम्मीद है।

ONGC की डायरेक्टर एक्सप्लोरेशन ने बताया :

तेल कंपनी ONGC (Oil and Natural Gas Corporation) की डायरेक्टर एक्सप्लोरेशन सुषमा रावत ने बताया है कि, "OALP एक और OALP तीन राउंड में इन उल्लेखनीय निष्कर्षों के साथ कंपनी भारत के हाइड्रोकार्बन रिसोर्सेज की विशाल क्षमता को अनलॉक करने के लिए अपनी एक्सप्लोरेशन प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।"

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