राज एक्सप्रेस। भारत में जब से Tiktok बैन हुआ है तब से भारत की जनता में Mitron ऐप का क्रेज काफी बढ़ता नजर आरहा है। बताते चलें यह वहीं ऐप है जिसे बीते दिनों प्ले स्टोर (Google Play Store) से हटा दिया गया था। हालांकि, इस ऐप ने चीनी ऐप Tiktok को कड़ी टक्कर दी थी। यही कारण है कि, Mitron ऐप को अब तक Google Play Store पर 2.5 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स के द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है।
Mitron ऐप के लाखों यूजर्स :
शार्ट वीडियो शेयरिंग Mitron ऐप एक भारतीय ऐप है जो, बिलकुल TikTok की तरह ही कार्य करती है। इस ऐप के लांच होने के एक महीने के अंदर ही इसे 50 लाख से ज्यादा यूजर्स द्वारा डाउनलोड कर लिया गया था। लेकिन कुछ दिनों पहले कई कारणों के चलते इस ऐप को प्ले स्टोर से हटाने से जुड़ी खबर भी सामने आई थी। यानि इस ऐप को हटाने से पहले ही इस ऐप के 50 लाख से ज्यादा यूजर्स हो चुके थे। इसके अलावा यह ऐप लांचिंग के बाद एक महीने में सबसे ज्यादा डाउनलोड किये जाने वाले ऐप्स में से दूसरे नंबर का ऐप बन गया था।
Mitron ऐप की लांचिंग :
बता दें, Mitron ऐप इसी साल 2020 के अप्रैल माह में लॉन्च हुई थी। इस ऐप के फाउंडर IIT रूड़की के छात्र रहे शिवांक अग्रवाल और विश्वेसरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी के छात्र रहे अनीश खंडेलवाल हैं। Mitron ऐप की पैरेंट कंपनी Mitron TV है। वहीं, बैंग्लोर बेस्ड ऐप ने जानकारी दी है कि, Mitron के प्लेटफॉर्म पर हर एक घंटे में लगभग 40 मिलियन वीडियो देखे जाते हैं। साथ ही एक मिलियन करीब नए वीडियो बनाए भी जा रहे हैं। इन दिनों Mitron ऐप को डाउनलोडिंग के साथ ही फंडिंग भी मिल रही है।
Mitron को मिली फंडिंग :
बताते चलें, इन दिनों Mitron ऐप को 3one4 कैपिटल और Letsventure सिंडिकेट के द्वारा 2 करोड़ रुपए की फंडिंग मिली है। इस ऐप का इतना ज्यादा फायदा भारत में Tiktok बैन होने के चलते हुआ है। Tiktok बैन होने के बाद से मित्रों पर हर दिन पहले की तुलना में लगभग 11 गुना ट्रैफिक अधिक देखने को मिलता है। इन कंपनियों द्वारा Mitron ऐप को यह फंडिंग ऐप के एक करोड़ लोगों द्वारा डाउनलोड होने के पांच दिन बाद मिली है। बताते चलें, Mitron ऐप पर कुल दस भाषाओं में अनगिनत वीडियोज बनाई जा सकती हैं।
Mitron ऐप को प्ले स्टोर से हटाने का कारण :
Mitron ऐप भारतीय ऐप होने के बाबजूद गूगल प्ले स्टोर से हटा दी गई थी। इसका कारण यह था कि, Mitron ऐप पर कंटेंट कॉपी का आरोप लगा था। चूँकि, यह ऐप किसी अन्य ऐप का रिब्रांडेड वर्ज़न है, जिसे पाकिस्तान के एक डेवलपर ने बनाया था। इसके अलावा गूगल द्वारा इस ऐप को इसे ‘स्पैम और मिनिमम फंगशनेलिटी' पॉलिसी का उल्लंघन करने के चलते भी हटाया गया था। हालांकि यह मात्र 3 दिन में ही फिर से प्ले-स्टोर पर वापस आ गया था।
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