यूएस बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और डॉलर में मजबूती ने भारतीय शेयर बाजार चाल को बिगाड़ दिया है
ज्यादा ब्याज के लालच में बाजार से विदेशी संस्थागत निवेशक यानी एफआईआई की निकासी का क्रम जारी
हालांकि, तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। इससे शेयर बाजार को कुछ सहयोग मिल सकता है
राज एक्सप्रेस। यूएस बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और डॉलर में मजबूती ने भारतीय शेयर बाजार चाल को बिगाड़ दिया है। ज्यादा ब्याज के लालच में विदेशी संस्थागत निवेशक यानी एफआईआई भारतीय बाजारों से निकासी करने में जुट गए हैं। इसकी वजह से बाजार में कंसोलीडेशन की स्थिति बन गई है। भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स-निफ्टी और बैंक निफ्टी आज 3 अक्टूबर को गिरावट के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी 19550 के नीचे बंद हुआ है, जबकि सेंसेक्स 316.31 अंक या 0.48 फीसदी गिरकर 65512.10 पर बंद हुआ। निफ्टी 109.50 अंक या 0.56 फीसदी गिरावट के साथ 19,528.80 पर बंद हुआ। आज के कारोबार में लगभग 1816 शेयर बढ़कर बंद हुए हैं। जबकि, 1817 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। 189 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
ओएनजीसी, आयशर मोटर्स, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, मारुति सुजुकी और डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज आज निफ्टी के टॉप लूजर रहे हैं। जबकि टाइटन, बजाज फाइनेंस, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व और अदानी पोर्ट्स निफ्टी के टॉप गेनर रहे। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो एफएमसीजी, ऑटो, पावर, मेटल और तेल एवं गैस के शेयर 0.5-1 फीसदी गिरे हैं, जबकि पीएसयू बैंक इंडेक्स 2.3 फीसदी और कैपिटल गुड्स इंडेक्स एक फीसदी ऊपर बंद हुआ है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट बंद हुआ है जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 0.6 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ है। डॉलर के मुकाबले रुपया आज भी कमजोरी के साथ बंद हुआ है। रुपया आज 16 पैसे कमजोर होकर 83.20 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ है।
यूएस बॉन्ड यील्ड में बढ़त और डॉलर में बढ़ती मजबूती के चलते भारतीय बाजारों से एफआईआई ने निकासी शुरू कर दी है। इसकी वजह से बाजार कंसोलीडेशन की स्थिति में चला गया है। हालांकि तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। इससे शेयर बाजार को कुछ सहयोग मिल सकता है। विनिर्माण सेक्टर मे कुछ कमजोरी दर्ज की गई है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की गतिविधियों में इजाफा हुआ है। मिलेजुले मंथली सेल्स आंकड़ों के चलते ऑटो शेयरों में गिरावट देखने में आई है।
भारतीय बाजारों में इस हफ्ते की शुरुआत धीमी हुई। निवेशक दिन के दौरान एक समय रिकवरी की कोशिश करते भी दिखाई दिए, लेकिन बाजार ऊपरी स्तरों पर ज्यादा देर तक नहीं टिक सके। दिन के अंत में निफ्टी 109.55 अंकों की गिरावट के साथ 19528.75 पर बंद हुआ। निफ्टी ने बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है। अभी यह 19450 के मजबूत सपोर्ट जोन के करीब है। इस स्तर से नीचे आने पर निफ्टी 19200 तक गिर सकता है। इसके लिए तत्काल रजिस्टेंस 19630 पर है। अगर निफ्टी को तेजी पकड़नी है तो फिर उसे कल के कारोबार में 19730 के ऊपर मजबूत क्लोजिंग देनी होगी। इस सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एमपीसी की बैठक कल चार अक्टूबर से
इस हफ्ते बुधवार यानी कल से आरबीआई एमपीसी की बैठक शुरू होने वाली है। एमपीसी की बैठक से पहले निवेशक असमंजस में हैं। ट्रेडर्स ने ऑटो मोबाइल, तेल एवं गैस और मेटल शेयरों में अपनी पोजीशन कम कर दी है। मजबूत डॉलर का एक बार फिर रुपये पर असर पड़ा है। जिसके चलते विदेशी निवेशकों ने एक बार फिर भारतीय इक्विटी मार्केट की गति रोक दी है। सितंबर में जीएसटी कलेक्शन के मजबूत आंकड़े सामने आए हैं। इसके बाद भी निवेशकों में उत्साह नहीं देखने को मिला है। अंततः वैश्विक संकेत रही शेयर बाजार का रुझान तय कर रहे हैं।
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