राज एक्सप्रेस। हाल ही में खबर आई थी कि, भारत से डेयरी उत्पादों का आयात किया जाएगा, लेकिन अब यह खबर सामने आई है कि, भारत से डेयरी उत्पादों का आयात फिर से नहीं किया जाएगा। इस मामले में जानकारी पशुपालन एवं डेयरी सचिव राजेश कुमार सिंह ने शनिवार को दी। उन्होंने पिछले दिनों चल रही आयात की खबरों को भ्रामक बताते हुए उनका खंडन किया और सही जानकारी दी।
पशुपालन एवं डेयरी सचिव ने किया खबरों का खंडन :
दरअसल, पिछले दिनों इस तरह की खबरें सामने आई थी कि, भारत में 11 साल बाद एक बार फिर डेयरी उत्पादों का आयात किया जाएगा । इस खबर के सामने आते ही देश में पशु पालन करने वाले और डेयरी उद्योगों की चिंताएं काफी बढ़ गई थी। वहीं, इसी बीच अब राहत की खबर यह सामने आई है कि यह सभी खबरें फेक थी। इस बारे में जानकारी देते हुए पशुपालन एवं डेयरी सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि, "भारत सरकार द्वारा ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। पिछले दिनों डेयरी उत्पादों के आयात से जुड़ी जो भी खबरें सामने आई हैं। वह सभी गलत थी। भारत द्वारा डेयरी उत्पादों के आयत की को लेकर कुछ भी भ्रामक खबरें चल रही है। इससे डेयरी किसानों और उद्योग से जुड़े लोगों को भ्रम और आशंका होने लगी है। मैं पशुपालन एवं डेयरी विभाग की तरफ से स्पष्ट करना चाहता हूं कि, डेयरी उत्पादों के आयात पर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है। यदि इस तरह का कोई भी फैसला लिया जाता है तो, वह डेरी किसान के हितों को सबसे ऊपर रखकर लिए जाएगा।
क्या है मामला ?
बताते चलें, हाल ही में खबर आई थी कि, भारत सरकार घी और मक्खन की सीमित मात्रा को बनाए रखने के लिए भारत सरकार डेयरी उत्पादों का आयात शुरू करेगी। हालांकि, अब पशुपालन एवं डेयरी सचिव राजेश कुमार सिंह ने इस मामले पर स्पष्ट जानकारी देकर सभी को राहत दी है।
दूध के उत्पादन में दर्ज भी कमी:
खबरों की माने तो, दूध का उत्पादन पिछले सालों में काफी घट गया है । इसका एक बड़ा कारण लंबी महामारी को भी बताया जा रहा है। बता दें, ये महामारी गायों को होती है, इसके चलते उनकी जान भी चली जाती है। इस महामारी से भारत में लगभग 2 लाख मवेशियों के मरने की खबर भी सामने आ चुकी है।
भारत में डेयरी उत्पादों का आखरी बार आयत :
गौरतलब है कि, भारत में आखरी बार दुग्ध उत्पादों का आयात साल 2011 में किया गया था। इसके बाद से अब तक भारत से एक बार भी डेयरी उत्पादों का आयात नहीं हुआ है। वर्तमान समय में दुग्ध उत्पादन की बात करें तो, साल 2021- 22 में दूध का उत्पादन 221 मिलियन टन हुआ था। सरकार का कहना है कि, देश में दूध की मांग में भी 8 से 10% की बढ़त दर्ज हुई है।
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