राज एक्सप्रेस। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को कई वजहों से भारतीय शेयर बाजारों में भारी तेजी का रुख देखा गया। आज के कारोबार में निवेशकों को लगभग 3.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक लाभ हुआ। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन में सेंसेक्स 899.62 अंकों की तेजी के साथ 59808.97 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में आज के कारोबारी दिवस में 1.53 फीसदी की बढ़त दर्ज की। सकारात्मक वैश्विक और घरेलू संकेतों का असर शेयर बाजार पर साफ दिखा, जबकि निफ्टी 272.45 अंक ऊपर 1.57 अंकों की बढ़त के साथ 17,594.35 अंक पर बंद हुआ।
एक्सिस सिक्यूरिटीज के मुख्य निवेश अधिकारी, नवीन कुलकर्णी ने कहा हमें पूरी उम्मीद है कि अत्यधिक उम्मीदों की वजह से बाजार में तेजी का मौजूदा दौर अल्पकालिक है। वैश्विक बाजारों में उच्च ब्याज दरों और उच्च मूल्यांकन की वजह से मध्यम अवधि की अस्थिरता बढ़ सकती है।
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले ने कहा कि, भारतीय बाजारों ने वैश्विक इक्विटी में एक मजबूत सकारात्मक अंडरकरंट पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिससे प्रमुख क्षेत्रों में शॉर्ट कवरिंग का एक बड़ा दौर शुरू हो गया। तकनीकी चार्ट पर निफ्टी ने 200- एसएमए के पास एक डबल बॉटम बनाया और तेजी से वापसी की। सूचकांक ने दैनिक और साप्ताहिक चार्ट पर एक आशाजनक बुलिश कैंडल भी बनाया, जो मौजूदा स्तरों से आगे की ओर बढ़ने का समर्थन करता है।
शेयर बाजार में छह प्रमुख वजहों की वजह से रैली देखने की मिली है। अटलांटा फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष राफेल बैस्टिक की टिप्पणियों के बाद, व्यापारियों ने यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा 25 आधार अंक की दर में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है। बैस्टिक ने फेड की बेंचमार्क उधार दर को 5% से 5.25% तक बढ़ाने के लिए समर्थन व्यक्त किया है, जो कि कई निवेशकों के पूर्वानुमान से कम है। बैस्टिक ने कहा फेड साल के मध्य तक अतिरिक्त दर वृद्धि को निलंबित करने में सक्षम हो सकता है। बाजार में तेजी की दूसरी सबसे प्रमुख वजह यह रही कि भारतीय शेयर बाजार, रात भर की रैलियों और सुबह अन्य एशियाई शेयर बाजारों में तेजी का अनुसरण कर रहे हैं। डॉव जोंस कल रात 1 फीसदी अधिक समाप्त हुआ, जबकि जापान का निक्केई सूचकांक शुक्रवार को उछलकर लगभग तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
ट्रेजरी यील्ड फेड नीति की अपेक्षाओं के अनुरूप थी, आज नरम हुई है। अमेरिका की 10 साल की यील्ड 0.76% कम ट्रेड कर रही थी और 2 साल की यील्ड में भी गिरावट आई है। इसके साथ ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 63 पैसे मजबूत होकर ग्रीनबैक के मुकाबले 81.97 पर बंद हुआ। अडाणी समूह के शेयरों में शुक्रवार को दलाल स्ट्रीट पर सबसे अधिक लाभ हुआ, निफ्टी स्टॉक अदानी एंटरप्राइजेज 17% अधिक समाप्त हुआ। पैक के 10 में से 6 शेयरों पर 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा। यूएस-आधारित इकाई GQG पार्टनर्स के साथ 15,000 करोड़ रुपये के सौदे के बाद सभी अडाणी स्टॉक ग्रीन ज़ोन में कारोबार कर रहे हैं।
आज बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दिखाई दी। निफ्टी बैंक में 2 फीसदी से अधिक तेजी दर्ज की गई, जबकि निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 5.4 फीसदी अधिक रही। GQG सौदे के बाद अडाणी के शेयरों में उछाल देखी गई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी के विजयकुमार ने कहा यह पैसा मुख्य रूप से कर्ज चुकाने के लिए इस्तेमाल किया जाना है, जिसका मतलब है कि जिन बैंकों ने अडाणी कंपनियों को फंड दिया था, उन्हें किसी तनाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसी धारणाओं का बाजार की गति पर अनुकूल असर पड़ा है।
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