राज एक्सप्रेस। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सास सुधा मूर्ति ने कहा कि उनकी बेटी अक्षता मूर्ति के संकल्पों ने ही अपने पति को प्रधानमंत्री बनाया है। उन्होंने कहा कि ऋषि सुनक ने काफी कम समय में ब्रिटिश राजनीति में तेजी से प्रगति की और सत्ता के शीर्ष पर जा पहुंचे। सुधा मूर्ति ने दावा किया कि उनकी असाधारण सफलता के पीछे मेरी बेटी का हाथ है, जिसने ऋषि सुनक की महत्वाकांक्षाओं को संभव बनाने में अपनी पूरी ताकत लगा दी। सुधा मूर्ति ने कहा अक्षता ने एक आदर्श जीवनसाथी की भूमिका निभाते हुए, अपनी सकारात्मक भूमिका से अपने पति में बड़े बदलावों की जमीन तैयार की। आज आप अक्षता के प्रयासों के परिणाम देख सकते हैं। ऋषि सुनक आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं।
उनकी सास सुधा मूर्ति ने ऑनलाइन वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया है कि उनकी बेटी अक्षता मूर्ति की वजह से ही ऋषि सुनक ने इतनी कम उम्र में असाधारण सफलता हासिल करते हुए ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बन गए हैं। वीडियो में उन्होंने कहा कि अक्षता की मां के रूप में कुछ साल पहले यही काम मैंने खुद भी किया था, जब मैंने अपने पति को एक सफल बिजनेसमैन बनाया। उन्होंने कहा जब हमने अपने जीवन की शुरुआत की थी, उस समय हमारे पास कुछ भी नहीं था। हमने प्रयास शुरू किए तो हमारे जीवन में बदलाव आने शुरू हुए। कुछ ही दिनों में नारायण मूर्ति एक बड़े और सफल आईटी कारोबारी के रूप में सामने आे। निसंदेह इसमें मेरी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
एकदम यही मेरी बेटी ने भी किया। उसने अपने सकारात्मक सहयोग से अपने पति को ब्रिटेश की सत्ता में शीर्ष तक पहुंचने में मदद की। सुधा मूर्ति ने कहा कि इसकी वजह पत्नी की महिमा है। यह उदाहरण हैं कि एक पत्नी की उसके पति के जीवन में क्या महत्व होता है। कैसे एक पत्नी अपने पति को बदल सकती है। सुधा मूर्ति ने कहा, मेरी बेटी अपने पिता की तरह एक सफल बिजनेस एंपायर संभाल रही है। उसमें बहुत काबलियत है। उसने अपने पति को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाया। शादी के बाद मेरी बेटी की वजह से ही ऋषि सुनक के जीवन में बहुत बदलाव आए, खासकर आहार को लेकर।
सुधा मूर्ति ने बताया कि मेरे पति नारायण मूर्ति ने गुरुवार के दिन ही इंफोसिस की शुरुआत की थी। हमारे लिए गुरुवार का दिन बहुत शुभ है। शादी के बाद सुनक के लिए भी गुरुवार का दिन काफी शुभ है। वह हर गुरुवार को उपवास रखते हैं। हालांकि उनकी मां हर सोमवार को व्रत रखती हैं, लेकिन सुनक गुरुवार को ही उपवास रखते हैं। वह शुरू से ही बहुत धार्मिक हैं। हमारे दामाद के पूर्वज इंग्लैंड में 150 साल से रह रहे हैं, इसके बाद भी वे बिल्कुल धार्मिक हैं। अक्षता से विवाह के बाद उन्होंने पूछा कि आप गुरुवार को ही किसी काम की शुरुआत क्यों करते हैं। हमने उन्हें वजह बताई तो उन्होंने ने भी तय किया कि वह भी हर गुरुवार को व्रत रखेंगे। हालांकि, ऋषि सुनक की मां सोमवार का व्रत रखती हैं, लेकिन हमारे दामाद ने गुरुवार का व्रत रखने का निर्णय लिया।
ऋषि सुनक ने 2009 में अक्षता मूर्ति से शादी की और इसके बाद वह ब्रिटिश राजनीति में तेजी से आगे बढ़े। दुनिया के प्रमुख अरबपतियों में शुमार किए जाने वाले नारायण मूर्ति की बेटी और लगभग 730 मिलियन पाउंड की मालकिन अक्षता मूर्ति आज एक शक्तिशाली महिला के रूप में जानी जाती हैं। उनके माता-पिता भारतीय नागरिक हैं और अरबों की टेक कंपनी इन्फोसिस के फाउन्डर मेंबर हैं। वे अब सुर्खियों से बाहर रहते हैं। ऋषि सुनक का राजनीतिक कैरियर बहुत संक्षिप्त लेकिन बेहद उपलब्धि वाला रहा है। वह 42 साल की उम्र में यूके के इतिहास में सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने। वह सांसद बनने के सिर्फ 7 साल के भीतर प्रधानमंत्री बन गए।
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