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अडाणी समूह के शेयरों में एलआईसी और रिटेल निवेशकों का भरोसा बरकरार, कमजोर पड़ने लगा हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर

एलआईसी ने अडाणी समूह की कंपनियों में गिरावट का फायदा लेते हुए पिछले दिनों निचले स्तर पर और शेयर खरीदे हैं। रिटेल निवेशकों ने भी जमकर खरीदारी की है।

Aniruddh pratap singh

राज एक्सप्रेस। अमेरिकी शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बावजूद अडाणी समूह के शेयरों पर एलआईसी और रिटेल इनवेस्टर्स का भरोसा अब भी बरकरार है। देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी एलआईसी ने अडाणी समूह की कंपनियों में गिरावट का फायदा लेते हुए पिछले दिनों निचले स्तर पर और शेयर खरीदे हैं। हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है। इसी मौके पर एलआईसी ने इन कंपनियों में अपना स्टेक बढ़ाया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी समूह पर कंपनियों के शेयरों में शेल कंपनियों के जरिए हेरफेर करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही कॉरपोरेट गवर्नेंस पर भी सवाल उठाए थे। इसके बाद अडाणी समूह को भारी दबाव का सामना करना पड़ा था और उसकी शेयर बाजार में लिस्टेड सभी 10 कंपनियों के शेयर बहुत गिर गए थे।

एलआईसी ने हिस्सेदारी में किया मामूली इजाफा

मार्च तिमाही की शेयरहोल्डिंग डेटा के मुताबिक, एलआईसी ने अडाणी समूह की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी में मामूली इजाफा किया है। इसके साथ ही, अडाणी समूह द्वारा हाल के दिनों में संकट से निकलने के लिए किए जाने वाले उपायों की वजह से निवेशकों का भरोसा लौटने लगा है। यही वजह है कि रिटेल इनवेस्टर्स ने अडाणी समूह की 10 में से 8 कंपनियों में जमकर निवेश किया है। एलआईसी ने अडाणी समूह की कंपनियों में निवेश बढ़ाया है। जिन कंपनियों में एलआईसी ने निवेश बढ़ाया है, उनमें अडाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी टोटल शामिल है। इसके अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी ट्रांसमिशन में भी निवेश किया है।

खुदरा निवेशकों ने भी दिखाया दम

खुदरा निवेशकों ने भी मौके जमकर फायदा उठाया है। मार्च तिमाही में जब अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर टूटे तो छोटे निवेशकों भी शेयर खरीदने में पीछे नहीं रहे। अडाणी समूह की 10 कंपनियों में से 8 में रिटेल निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। अडाणी एंटरप्राइज में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी काफी बढ़ी है। दिसंबर तिमाही में अडाणी एंटरप्राइज में रिटेल निवेशकों की कुल हिस्सेदारी 1.86 फीसदी थी जो मार्च 2023 तिमाही में बढ़कर 3.41 फीसदी पहुंच गई। अडाणी पोर्ट में भी छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी 2.86 फीसदी से बढ़कर 4.10 फीसदी पहुंच गई। रिटेल इनवेस्टर्स ने अडाणी ग्रीन एनर्जी में भी जमकर खरीदारी की गई। इसमें छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी 1.06 फीसदी से बढ़कर 2.33 फीसदी पहुंच गई है।

एलआईसी ने इन कंपनियों में बढ़ाई होल्डिंग

मार्च तिमाही में एलआईसी ने अडाणी की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के 3,57,500 शेयर खरीदें। एलआईसी ने ऐसे वक्त पर यह निवेश किया, जब शेयर के दाम आधे से अधिक गिर चुके थे। इस निवेश के बाद अडाणी के शेयरों में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़कर 4.26 फीसदी हो गई है। दिसंबर 2022 तक यह निवेश 4.23 फीसदी था। एलआईसी ने अडाणी एंटरप्राइजेज के अलावा तीन और शेयरों अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन गैस और अडाणी पोर्ट में अपना निवेश बढ़ाया है। यहां एक बात और अहम है कि एलआईसी ने अडाणी की सीमेंट कंपनियों एसीसी और अंबुजा सीमेंट में अपनी हिस्सेदारी कम कर ली है। इस निवेश के बाद अडाणी की कंपनियों में एलआईसी का निवेश बढ़ गया है। अडाणी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी 4.26 फीसदी हो गई। वहीं अडाणी ट्रांसमिशन में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़कर 3.68 फीसदी हो गई। अडाणी ग्रीन में हिस्सेदारी 1.28 फीसदी से बढ़कर 1.35 फीसदी हो गई है। एलआईसी की अडाणी टोटल में हिस्सेदारी ताजा निवेश के बाद 5.96 फीसदी से बढ़कर 6.02 फीसदी हो गई है।

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