राज एक्सप्रेस। मिले-जुले घरेलू और ग्लोबल संकतों के बीच 10 मार्च को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में शेयर बाजार साप्ताहिक आधार पर एक फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ। इस सप्ताह में होली की वजह से एक दिन की छुट्टी रही। सप्ताह में चार दिन की ट्रेडिंग के दौरान बाजार में काफी हंगामा और उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अडाणी समूह के शेयरों में हुए बड़े सौदों और एफआईआई की तरफ से हुई खरीदारी के चलते बीते हफ्ते के पहले दो कारोबारी दिनों में बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिली। लेकिन बाद में अमेरिकी फेडरल बैंक के चेयरमैन द्वारा बैंक की ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संदेश ने बाजार का मूड बिगाड़ दिया और सप्ताह के अंतिम दो दिनों में बिकवाली का भारी दबाव दिखाई दिया। यूएस फेडरल बैंक के चेयरमैन के बयान के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों की बड़े पैमाने पर बिकवाली की वजह से आखिरी दो दिनों में शेयर बाजार लाल निशान में बंदु हुआ।
बीते सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 673.84 अंक यानी 1.12 फीसदी की गिरावट के साथ 59135.13 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 17412.90 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि मार्च के महीने में अब तक बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में क्रमशः 0.3 फीसदी और 0.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। इस हफ्ते बीएसई मिडकैप इंडेक्स फ्लैट बंद हुआ हुआ है। वहीं, लार्जकैप इंडेक्स 0.8 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ। जबकि स्मॉलकैप हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ। सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तो बीते हफ्ते निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 3 फीसदी, पीएसयू बैंक 2.8 फीसदी और निफ्टी बैंक लगभग 2 फीसदी गिरा है। दूसरी ओर, निफ्टी एनर्जी और तेल एवं गैस इंडेक्स क्रमश: 2 फीसदी और 1.6 फीसदी चढ़े हैं।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स साप्ताहिक आधार पर मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ है। सीमेक, ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक, डीप पॉलीमर्स, सीक्वेंट साइंटिफिक, एशियन एनर्जी सर्विसेज, मैंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, डब्ल्यूपीआईएल और एसवीपी ग्लोबल टेक्सटाइल्स में 20 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने के मिली, जबकि हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस, जीआरएम ओवरसीज, आरपीजी लाइफ साइंसेज, ओरिकॉन एंटरप्राइजेज, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, होम फर्स्ट फाइनेंस कंपनी इंडिया, क्रेसंडा सोल्यूशंस और ज्योति रेजिन में गिरावट देखने को मिली। 10 मार्च को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 1769.68 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे है। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1211.97 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे है। मार्च में अब तक एफआईआई और डीआईआई ने क्रमश: 14361.85 करोड़ रुपये और 6,929.35 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
टेक्निकल नजरिए से देखें तो निफ्टी ने वीकली चार्ट पर एक मजबूत बियरिश कैंडल बना लिया है। इसके साथ ही ये अपने 20 और 50 डे एसएमए के नीचे दिख रहा है। पोजीशनल ट्रेडरों के लिए 17550 के स्तर पर पहला रजिस्टेंस दिख रहा है। अगर निफ्टी इसके नीचे बना रहता है तो फिर ये गिरावट 17150 तक जा सकती है। वहीं, दूसरी तरफ अगर निफ्टी 17425 के ऊपर जाने में कामयाब रहता है तो फिर बाजार में एक हल्की पुलबैक रैली की संभावना बनती है। इस पुलबैक में निफ्टी ऊपर की तरफ 17480-17500 पर जाता दिख सकता है। इस बीच बैंक निफ्टी ने भी 41000 यानी 20 दिन के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) का अपना अहम सपोर्ट तोड़ दिया है। यह एक निगेटिव संकेत है। संभावना यह दिखाई देती है कि अब बैंक निफ्टी 40000-39800 की तरफ फिसल सकता है। वैश्विक बाजार की मौजूदा मुश्किलों ने बाजार में अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है। निफ्टी एक बार फिर 17255 पर स्थित पिछले स्विंग लो पर पहुंच गया है। अब निफ्टी अगर 17500-17600 की तरफ उछाल मारता भी है तो इसमें फिर से बिकवाली का दौर शुरू हो जाएगा। वहीं, नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 17000-17200 के जोन में सपोर्ट दिख रहा है। वैश्विक बाजार की अनिश्चितताएं भारतीय बाजार को निश्चित प्रभावित करेंगी, इस बात को ध्यान में रखते हुए ही निवेश किया जाना चाहिए। वर्तमान स्थिति में जोखिम से बचाव ही प्राथमिक रणनीति होनी चाहिए, इसलिए सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करने की सलाह है।
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