राज एक्सप्रेस। भारत के कई बड़े बैंकों के साथ घोटाला करने वाले आरोपी विजय माल्या की मुश्किलें कुछ बढ़ती नजर आ रही है। भारत सरकार द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए शराब कारोबारी और किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या कोरोना संकट के बीच एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल, डेट रिकवरी ट्रिब्युनल (DRT) ने किंगफिशर हाउस को बेच कर कारोबारी विजय माल्या को बड़ा झटका दे दिया है। बैसे तो इस हॉउस की नीलामी पिछले काफी समय से चल रही है, लेकिन हॉउस बिका है।
माल्या किंगफिशर हाउस बिका :
भारत के कई बैंकों से घोटाला करने वाला शराब कारोबारी विजय माल्या अब तक विदेश में बहुत आराम से रह रहा था, लेकिन अब मुसीबतें उसका पीछा न छोड़ते हुए वहां भी उसके पीछे पहुंच गई है। क्योंकि, पिछले साल दिसंबर में फ्रांस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उसकी संपत्ति जब्त कर उसे पहला बड़ा झटका दिया था। वहीं, अब उसे दूसरा बड़ा झटका डेट रिकवरी ट्रिब्युनल (DRT) ने उसका किंगफिशर हाउस बेच कर दिया है। बता दें, यही किंगफिशर हाउस दिवालिया हो चुकी कंपनी किंगफिशर का हेडक्वार्टर भी था। इस हॉउस की कुल आठ बार नीलामी फेल होने के बाद आखिरकार डेट रिकवरी ट्रिब्युनल (DRT) ने इसे बेच ही दिया।
कितने में हुई डील :
बताते चलें, विजय माल्या के किंगफिशर हाउस को हैदराबाद के एक प्राइवेट डेवलपर्स सैटर्न रियल्टर्स ने ख़रीदा है। यह डील कुल 52 करोड़ रुपये में पूरी हुई है। बता दें, यह कीमत अपने रिजर्व प्राइस 135 करोड़ रुपए का लगभग एक तिहाई है। खबरों की मानें तो, ये बिल्डिंग कुल 1,586 वर्ग मीटर में बनी है, जबकि प्लॉट 2,402 वर्ग मीटर का है। इस बिल्डिंग में बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर, एक अपर ग्राउंड फ्लोर और एक अपर फ्लोर है। इस रकम से किंगफिशर एयरलाइंस पर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व वाले बैंकों का जो 10 हजार करोड़ रुपये कंसोर्टियम बकाया है, उसकी भरपाई की जा सकती है। जबकि, इससे पहले कर्जदाता शेयरों की नीलामी के जरिए 7,250 करोड़ रुपये वसूल कर चुके हैं।
आठ बार नीलामी बिका यह हॉउस :
बताते चलें, इस प्रॉपर्टी को बेचने के लिए इससे पहले कई बार नीलाम किया जा चुका है, लेकिन इस नीलामी के दौरान आठ बार असफलता हाथ लगने के बाद आखिरकार अब यह हॉउस बिक गया है। इस हॉउस के लिए सबसे पहली नीलामी मार्च 2016 में की गई थी। तब इस प्रॉपर्टी की कीमत 150 करोड़ रुपये रिजर्व रखी गई थी। रिजर्व प्राइस अधिक रखे जाने की वजह से किंगफिशर हाउस को कोई भी खरीद नहीं पा रहा था। उधर, 26 जुलाई को ब्रिटेन कोर्ट ने विजय माल्या को दिवालिया घोषित करने के आदेश को मंजूरी दे दी थी। इससे अब भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व में अन्य भारतीय बैंक माल्या की संपत्ति को आसानी से जब्त कर सकते हैं। हालांकि, इन बाकी के बैंकों ने कोर्ट में इस मामले में याचिका दायर की थी।
9,990 रुपये का कर्ज :
बताते चलें, विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के लिए SBI समेत कई बड़े बैंकों से लगभग 9,990 रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन कंपनी के हालात दिन प्रति दिन बिगड़ते चले गए और विजय माल्या बैंकों से लिया कर्ज नहीं चुका सका। इसके बाद तो हाल यह था कि, साल 2012 में किंगफिशर एयरलाइंस को बंद कर दिया गया।
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