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गौतम अडाणी पर किया गया टार्गेटेड अटैक, उनके विरुद्ध जेपीसी जांच का कोई औचित्य नहीं : शरद पवार

एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा गौतम अडाणी के प्रति राजनेता बहुत एकांगी तरीके से सोच रहे हैं। अडाणी, अंबानी, टाटा-बिड़ला इन सभी ने देश के विकास में योगदान दिया है।

Aniruddh pratap singh

राज एक्सप्रेस। एक प्राइवेट न्यूज चैनल के साथ शुक्रवार को बातचीत में देश के प्रमुख कारोबारी गौतम अडाणी के मसले पर कांग्रेस से इतर बात रखने के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने शनिवार को एकबार फिर अडाणी पर बात की। उन्होंने कहा कि देश के प्रमुख कारोबारी गौतम अडाणी के प्रति राजनेता बहुत एकांगी तरीके से सोच रहे हैं। हमें यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि अडाणी, अंबानी, टाटा-बिड़ला इन सभी ने देश के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। शरद पवार ने कहा कि अपनी राजनीतिक प्राथमिकताओं की वजह से हम उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं कर सकते। उद्योगपतियों के योगदान पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि एक जमाना ऐसा भी था, जब सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करनी होती थी, तो हम टाटा-बिड़ला का नाम लिया करते थे। उनके प्रति हमारे मन में भारी दुराग्रह हुआ करता था, लेकिन आज मैं महसूस करता हूं कि उनकी वह तस्वीर सही नहीं थी। आज अगर हम ईमानदारी से देखें तो हमें साफ दिखाई देगा कि टाटा-बिड़ला समूहों का इस देश के विकास में क्या योगदान है।

उद्यमियों को बेवजह परेशान करना ठीक नहीं

अगर हम किसी खास राजनीतिक विचारधारा से नहीं बंधे हैं, तो उनके प्रति हमारे मन में सहज सम्मान का भाव पैदा होगा। अगर हम जरा भी ईमानदार हैं तो देश की बात करते हुए हम उन्हें किसी तरह नकार नहीं सकते। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि मुझे लगता है कि आज जब भी हम अडाणी और अंबानी का नाम लेते हैं, तो उनके देश में योगदान के बारे में भी सोचने की जरूरत है। राजनीतिक वजहों से उन्हें बेवजह निशाना बनाया जाना ठीक नहीं है। यह एक प्रगतिविरोधी दृष्टिकोण है, और यह चश्मा पहनने वाले लोगों को सभी कारोबारी चोर दिखाई देते हैं। शरद पवार ने कहा कि वे आज जहां हैं, वहां अपनी प्रतिभा से पहुंचे हैं और उनका देश के विकास में अहम योगदान है। हम किसी भी तरह यह बात नजरअंदाज नहीं कर सकते। अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो उन्हें दंडित किया जा सकता है, लेकिन अगर वे ठीक दिशा में काम कर रहे हैं तो वे उन्हें केवल इस वजह से निशाना बनाया जाना ठीक नहीं है कि वे भाजपा से जुड़े हुए हैं। हमें उनके योगदान पर ही ज्यादा गौर करने की जरूरत है।

अज्ञात संस्थाएं अडाणी को बना रहीं निशाना

उन्होंने् कहा किन आजकल अंबानी-अडानी का खूब नाम लिया जाता है, उनका देश में क्या योगदान है, इस बारे में सोचने की जरूरत है। एनसीपी चीफ शरद पवार ने अडानी समूह मामले पर विपक्ष के नेताओं से हटकर राय दी है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अडानी समूह को अज्ञात संस्थाओं द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। शरद पवार ने इन संस्थानों के इरादों पर सवाल उठाया। शरद पवार ने अमेरकिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जेपीसी जांच की कांग्रेस की मांग से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा संसद की कार्यवाही को ठप करने को लेकर सहमत नहीं हैं। शरद पवार ने कहा कि इस बार मुद्दे को जरूरत से ज्यादा अहमियत दी जा रही है। जो मुद्दे उठाए गए, किसने उठाए, बयान देने वाले इन लोगों के बारे में हमने कभी नहीं सुना, उनकी पृष्ठभूमि क्या है? वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं। पूरे देश में हंगामा खड़ा कर देते हैं और इसकी कीमत देश की अर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ती है।

अडाणी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की जांच ही काफी

शरद पवार ने कहा हमें इन बातों को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। मुझे तो साफ लगता है कि सारा कुछ टारगेटड था। शरद पवार ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज, विशेषज्ञों, एडमिनिस्ट्रेटर और अर्थशास्त्रियों की समिति गठित की है। इस समिति को एक निश्चित समय सीमा में रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने कहा विपक्ष इस मसले में संसदीय कमेटी की जांच चाहता है और संसद में भाजपा के पास बहुमत है। शरद पवार ने कहा यह डिमांड रूलिंग पार्टी के खिलाफ थी। सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ जांच करने वाली समिति में सत्ता पक्ष के बहुमत वाले सदस्य होंगे। सोचने की बात है, इसमें सच कैसे सामने आएगा, आशंका हो सकती है। अगर सुप्रीम कोर्ट इस मामले की जांच करे, जहां कोई प्रभाव नहीं है, तो सच्चाई सामने आने की बेहतर संभावना है।

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