राज एक्सप्रेस। हाल ही में भारत सरकार द्वारा 59 चीनी ऐप्स बैन करने के बाद यह भारत के पास बहुत अच्छा मौका है कि, वह इन ऐप्स को रिप्लेस करने के लिए उनके स्थान पर कई भारतीय ऐप्स निर्मित कर सकते हैं। दरअसल, यह कहना हमारा नहीं है। यह कहना है भारत के सूचना प्रौद्योगिकी (IT ) मंत्री रविशंकर प्रसाद का।
प्रौद्योगिकी मंत्री का कहना :
दरअसल, भारत और चीन के बीच बढ़ रहे तनावों के बीच भारत ने चीन के खिलाफ कार्यवाही करते हुए चीन की 59 ऐप्स बैन कर दी हैं। इस पर इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारतीय जनता को कहा है कि, "यह भारतीय जनता के पार अच्छा मौका है भरतीय अपने खुद के ऐप विकसित करने चाहिए। क्या हम भारतीयों द्वारा बनाए गए अच्छे एप के साथ आ सकते हैं? हम भारतवासियों को विदेशी ऐप पर निर्भरता को काम करना चाहिए।"
'मेड इन इंडिया' ऐप :
बताते चलें, IT मंत्री रविशंकर प्रसाद ने IT सेक्टर की भारतीय स्टार्टअप कंपनियों और प्रौद्योगिकी में सक्षम लोगों को चीनी एप पर बैन लगने के इस अवसर का फायदा उठाते हुए अच्छे 'मेड इन इंडिया' ऐप निर्मित करने की सलाह दी है। इसके अलावा एल्यूमनाई काउंसिल के अध्यक्ष ने IIT के छात्रों से जुड़ा फैसला लिया है।
एल्यूमनाई काउंसिल के अध्यक्ष का कहना :
IT मंत्री प्रसाद ने IIT से जुड़ा फैसला लेते हुए आदेश दिए हैं कि, अब IIT के पुराने स्टूडेंट्स को अपने प्रोजेक्ट में चीन के सॉफ्टवेयर, टेक्नोलॉजी और ऐप इस्तेमाल नहीं करेंगे। IIT एल्यूमनाई काउंसिल द्वारा घोषणा की गई है कि, वह चीनी सॉफ्टवेयर पर काम नहीं करेंगे। एल्यूमनाई काउंसिल के अध्यक्ष रवि शर्मा का कहना है कि "हम सरकार के साथ हैं। आत्मनिर्भर भारत के लिए सभी आईआईटियन को सरकार के फैसले में उनका सहयोग देना चाहिए।" उन्होंने IIT के छात्रों और शिक्षकों से भी इस अभियान से जुड़ने की अपील की।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।