Indian Railway Minister Piyush Goyal give many information through tweet Kavita Singh Rathore -RE
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भारतीय रेलवे ने 166 साल बाद रच दिया इतिहास, ISRO से मिलाया हाथ

भारतीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट द्वारा कई जानकारियां दी, जिसमें उन्होंने रेलवे के इतिहास रचने की बात बताई, ISRO से हाथ मिलाने की बात बताई और कला को नई पहचान मिलने की बात बताई।

Author : Kavita Singh Rathore

हाइलाइट्स :

  • रेलवे मंत्री ने ट्वीट द्वारा दी कई जानकारियां

  • भारतीय रेलवे ने रचा इतिहास

  • रेलवे ने मिलाया ISRO से हाथ

  • प्रसिद्ध कला को मिली नई पहचान

राज एक्सप्रेस। अकसर आपने सुना होगा, ट्रेन दुर्घटना के चलते फलाना जगह कई लोगों की मौत हो गई, इस तरह की खबरें सुनने को मिलती हैं। जैसे, पिछले साल दशहरे पर हुई अमृतसर ट्रेन दुर्घटना। उसे आज भी भूल पाना मुश्किल है, लेकिन ख़ुशी की बात तो यह है कि, इस साल ट्रेन दुर्घटना से जुड़ी एक भी खबर सामने नहीं आई और न ही दुर्घटना के चलते किसी की मृत्यु हुई है। ऐसा हम नहीं कह रहे, यह कहना है रेलवे का। जी हां, भारतीय रेलवे दावा कर कहा है कि, इस साल (2019) के दौरान एक भी यात्री की मृत्यु ट्रेन दुर्घटना से नहीं हुई है।

166 साल बाद हुआ कुछ ऐसा :

यह भारत और भारतीय रेलवे के लिए एक ख़ुशी की खबर है कि, इस साल एक भी ट्रेन दुर्घटना नहीं हुई। इस बात को लेकर रेलवे ने दावा किया है कि, ऐसा पूरे 166 साल बाद हुआ है कि, किसी दुर्घटनावश किसी भी यात्री की जान नहीं गई हो। इस साल से पहले हर साल कोई न कोई बड़ी दुर्घटना जरूर सामने आती थी, जिसमें कई लोगों की मौत की खबर सामने आ ही जाती थी। यह अपने आप में ही रेलवे द्वारा बनाया गया एक रिकॉर्ड है। भारतीय रेलवे के इस दावे ने रच दिया 166 साल बाद इतिहास। क्योंकि इस साल 2019-20 में भारतीय रेलवे ने 'जीरो पैसेंजर डेथ' का रिकॉर्ड बनाया है।

रेल मंत्री ने दी जानकारी :

भारतीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट द्वारा यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि, "सेफ्टी फर्स्ट : 166 साल में पहली बार, भारतीय रेलवे को चालू वित्त वर्ष में जीरो यात्रियों की मौतें हुईं।"

Screenshot of Piyush Goyal tweet

50 अधिकारियों को भेजा फील्ड पर :

पीयूष गोयल ने बताया कि, "दिल्ली के 50 अधिकारियों को जूनियर्स को एक्सीडेंट या किसी भी तरह की अनहोनी होने पर क्या फैसला लिया जाये ये सीखने के लिए फील्ड पर भेजा गया था। इससे रेलवे में काफी बदलाव आये हैं। इसके अलावा रेलवे ने योजना तैयार कर ली है कि, वह आने वाले 12 सालों में 50 लाख तक का निवेश करेगी।" उन्होंने वित्त वर्ष 2017-18 में भारतीय रेलवे में 73 एक्सीडेंट होने की जानकारी भी दी।

50 अधिकारियों को भेजा फील्ड पर :

पीयूष गोयल ने बताया कि, "दिल्ली के 50 अधिकारियों को जूनियर्स को एक्सीडेंट या किसी भी तरह की अनहोनी होने पर क्या फैसला लिया जाये ये सीखने के लिए फील्ड पर भेजा गया था। इससे रेलवे में काफी बदलाव आये हैं। इसके अलावा रेलवे ने योजना तैयार कर ली है कि, वह आने वाले 12 सालों में 50 लाख तक का निवेश करेगी।" उन्होंने वित्त वर्ष 2017-18 में भारतीय रेलवे में 73 एक्सीडेंट होने की जानकारी भी दी।

पिछले कुछ सालों में हुए कुल हादसे :

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 38 सालों में ट्रेन दुर्घटना में 95% गिरावट दर्ज की गई है। इनमें ट्रेन में आग लगना, ट्रेनों का टकराना, पटरी से उतरना जैसी घटनाएं शामिल हैं।

  • 2018-19 के दौरान कुल 59 हादसे हुए।

  • 2017-18 के दौरान 73 रेल दुर्घटनएं हुई थी।

  • 2010-11 में 141 रेल हादसे हुए थे।

  • 1990-91 के दौरान 532 ट्रेन हादसे हुए थे।

  • 1980-81 के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 1013 पर पहुंच गया था।

  • 1970-71 के दौरान यह घटकर 840 पर आ गया।

  • 1960-61 के दौरान कुल 2131 ट्रेन हादसे हुए थे।

ISRO से हाथ मिलाया :

वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक अन्य और ट्वीट ISRO को टैग करते हुए किया जिसमें उन्होंने इसरो से हाथ मिलने की बात कही और लिखा "यात्रा को सुविधाजनक और आसान बनाने के लिये रेलवे ने @ISRO से हाथ मिलाया है। ISRO की मदद से ट्रेनों में रियल टाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम (RTIS) लगाया गया है। यह सिस्टम सैटेलाइट की मदद से ट्रेन की प्रत्येक स्थिति की सटीक जानकारी देता है, जिससे यात्रियों तथा रेलवे दोनों को लाभ मिलता है।"

प्रसिद्ध कला को मिली नई पहचान :

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर प्रसिद्ध कला को नई पहचान मिलने की बात पर कहा, "मधुबनी स्टेशन को मिथिला पेंटिंग्स से सौंदर्यीकृत करने से इस प्रसिद्ध कला को नई पहचान मिली है, जिसकी प्रशंसा युनाइटेड नेशन द्वारा भी की गयी। इस कला को और बढ़ावा देने हेतु दरभंगा-नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति व पटना-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को भी इस पेंटिंग द्वारा सजाया गया है।"

रेलवे की सुविधाओं की जानकारी :

रेल मंत्री ने बताया कि, रेलवे द्वारा उपलब्ध सेवाएं एकीकृत की जा रही रही हैं, जिससे सुविधाओं की कार्यशैली और निर्णय लेने की प्रक्रिया में काफी सुधार आएगा, ऐसा करने से रेलवे काफी बेहतर होगा। इसी के साथ रेलवे देश के विकास में अपना और ज्यादा अधिक योगदान देगी। इस के अलावा उन्होंने ट्वीट में कहा, "चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने अद्वितीय प्रदर्शन कर मात्र 9महीने में 3,000 कोच का निर्माण कर कीर्तिमान रचा है। देश में कोचेस का तेज गति से हो रहा निर्माण यात्रियों को बेहतर और सुरक्षित सेवाएं देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।"

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