Indian Covaxin Vaccine Human Trial First Phase Results  Social Media
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भारत निर्मित वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल का पहला चरण रहा संतोषजनक

हाल ही में भारत से भी कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सिन' तैयार करने की खबर सामने आई थी। अब भारत को इस वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण में काफी संतोषजनक परिणाम देखने को मिले हैं।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। जहां, कई देश कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में तेजी से जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ इसी रेस में भारत भी एड़ी छोटी का जोर लगा रहा है। हाल ही में भारत से भी 'कोवैक्सिन' कोरोना वैक्सीन तैयार करने की खबर सामने आई थी। अब भारत द्वारा इसका ह्यूमन ट्रायल शुरु किया गया है। भारत को इस वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण में काफी संतोषजनक परिणाम देखने को मिले हैं।

'कोवैक्सिन' वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल का पहला चरण :

दरअसल, भारत द्वारा हाल ही में भारत निर्मित 'कोवैक्सिन' कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल का पहला चरण शुरू किया गया था जिसमें भारत को काफी संतोषजनक परिणाम देखने को मिले हैं। इस वैक्सीन का ट्रायल 12 शहरों के अलग-अलग अस्पतालों में 17 जुलाई से PGI रोहतक में यह ह्यूमन ट्रायल करना शुरू किये गए थे। हालांकि, इनमें से कुछ में ट्रायल हो गए है और कुछ में अभी बाकी है। इन्हीं ट्रायलों के दौरान पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (PGIMS) रोहतक ने यह दावा पेश किया है। इस दावे के अनुसार, इस वैक्सीन के ट्रायल के शुरुआती चरण में काफी अच्छे रिजल्ट्स रहे हैं।

पहले ट्रायल में 50 वॉलेंटियर्स शामिल :

बता दें, इस वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल पहले फेज में 50 वॉलेंटियर्स को को शामिल किया था। इन सभी को वैक्सीन का डोज दिया गया था। पहले चरण का पहला फेज अब पूरा हो चुका है। इसके पूरा होने के बाद ट्रायल टीम की प्रिंसिपल इन्वेस्टीगेटर डॉक्टर सविता वर्मा ने इस बारे में जानकारी दी।

टीम की प्रिंसिपल ने बताया कि, यह परिणाम काफी संतोषजनक रहे और पहले चरण का दूसरा फेज का ट्रायल भी शुरू हो चुका है और इसके तहत 6 वॉलेंटियर को शामिल किया गया है। बता दें, यह कोवैक्सिन हैदराबाद के भारत बायोटेक ने पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर तैयार की है।

वायरस का स्ट्रेन इस्तेमाल कर तारे की गई वैक्सीन :

बता दें, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) द्वारा ऐसे कोरोना मरीजों से वायरस का स्ट्रेन आइसोलेट किया जिनमे कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे। इस वायरस के स्ट्रेन को भारत बायोटेक को भेजा गया। उसके बाद कंपनी ने इसको इस्तेमाल करते हुए हैदराबाद में 'इनएक्टिवेटेड' वैक्सीन तैयार करने का काम शुरू किया। वैक्सीन तैयार होने के बाद इसके इंसानी ट्रायल के लिए मंजूरी ली गई। हालांकि, कंपनी ने मंजूरी लेने से पहले इसका ट्रायल चूहों और दूसरे जानवरों पर किया था। बताते चलें, कंपनी दोनों चरणों में 1,125 लोगों पर इसका ट्रायल करेगी।

इन जगह चल रहा ट्रायल :

बताते चलें, भारत बायोटेक ने 1 जुलाई को भारत निर्मित वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के दोनों चरणों के लिएके लिए वैक्सीन को रजिस्टर किया था। इसके बाकि ह्यूमन ट्रायल पटना, रोहतक, कांचीपुरम, हैदराबाद, चेन्नई और दिल्ली के AIIMS में शुरू हो गया था।

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