India Impose Anti-Dumping Duty on Digital Printing Plate Imports Social Media
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भारत इन देशों से डिजिटल प्रिंटिंग प्लेट के आयात पर वसूलेगा ड्यूटी

भारत की मोदी सरकार ने चीन की बौखलाहट को और बढ़ाते हुए चीन से आयात होने वाले रसायन एनीलाइन पर और चीन समेत कई देशों से डिजिटल प्रिंटिंग प्लेट के आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का फैसला किया है।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। भारत पिछले कुछ समय से चीन के प्रति अपना सख्त रवैया लगातार दिखा रहा है। चाहे वो ऐप्स, रंगीन टीवी बैन करके दिखाए या भारत की टेलिकॉम कंपनियों निर्देश देकर। इसके अलावा भी भारत में कई ऐसे कदम उठाये गए हैं जो चीन के खिलाफ है। भारत के इन फैसलों पर चीन पहले से ही बौखलाया हुआ है। वहीं अब भारत की मोदी सरकार ने चीन की बौखलाहट को और बढ़ाते हुए चीन समेत कई देशों से डिजिटल प्रिंटिंग प्लेट के आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का फैसला किया है।

इन राज्यों पर लगेगी एंटी डंपिंग ड्यूटी :

दरअसल, भारत ने घरेलू निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए चीन समेत जापान, कोरिया, ताइवान और वियतनाम देशों से डिजिटल प्रिंटिंग प्लेट के आयात पर 5 साल तक एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का फैसला किया है। इस फैसले से ऐसे घरेलू निर्माताओं को फायदा होगा, जो इन देशों से सस्ते आयात के चलते ऐसी प्लेटें बनाने में मात खा जाते थे। इसके साथ ही भारत ने चीन से आयात होने वाले कपडे़ रंगने वाले और प्रिंटिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले रसायन एनीलाइन पर भी 150.80 डॉलर प्रति टन के हिसाब से 6 महीने तक के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का फैसला किया है।

DGTR की सिफारिश :

बताते चलें, भारत सरकार ने व्यापार उपचार महानिदेशालय (DGTR) द्वारा जांच में हुए खुलासे के बाद यह उठाया है। DGTR ने जांच में पाया था कि, इन देशों से भारत बड़ी मात्रा में डिजिटल ऑफसेट प्रिंटिंग प्लेटें आ रही थीं। इतना ही नहीं भारत सरकार से प्रिंटिंग इंडस्ट्री के इस्तेमाल होने वाली इन प्लेटों पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की सिफारिश भी DGTR ने ही की थी। बता दें, DGTR एक वाणिज्य मंत्रालय की जांच करने वाली एजेंसी (इन्वेस्टिगेशन विंग) है। इस सिफारिश के बाद राजस्व विभाग द्वारा विचार विमर्श करके यह नोटिफिकेशन जारी किया गया है।

DGTR ने बताया :

खबरों के अनुसार, सरकार इन डिजिटल प्रिंटिंग प्लेट के आयात पर प्रति वर्ग मीटर 0.13 डॉलर से लेकर 0.77 डॉलर तक ड्यूटी वसूल सकती है। DGTR के मुताबिक, इन देशों से जानबूझकर कम कीमत पर भारत को इन प्लेटों का निर्यात किया जा रहा था। जिससे घरेलू उद्योगों को नुकसान पहुंच रहा था। DGTR ने बताया कि, साल 2015-16 में डिजिटल ऑफसेट प्रिंटिंग प्लेटों का आयात 80 लाख वर्गमीटर था, जो जुलाई, 2018 से मार्च, 2019 के बीच बढ़कर 163.20 लाख वर्गमीटर हो गया। बता दें, इन प्लेटों के द्वारा ही आंकड़ों को पेपर पर या टिन शीट पर तस्वीरों पर लिखा जाता है।

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