देश के तेजी से बढ़ रहे स्टार्टअप के चलते भारत को मिला स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न स्टेटस Syed Dabeer Hussain - RE
व्यापार

देश के तेजी से बढ़ रहे स्टार्टअप के चलते भारत को मिला स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न स्टेटस

आज हर दिन नए नए स्टार्टअप की शुरुआत होती नजर आती है। पिछले साल यानी 2021 स्टार्टअप्स के लिए देखा जाये तो काफी अच्छा साबित हुआ है। इस मामले में खुलासा आयरन पिलर इंवेस्टमेंट फंड की रिपोर्ट से हुआ है।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। पिछले कुछ सालों में देश में कई स्टार्टअप शुरू हुए हैं। जो छोटे स्तर से भी शुरू होकर काफी बड़े हो गए हैं। आज हर दिन नए-नए स्टार्टअप की शुरुआत होती नजर आती है। पिछले साल यानी 2021 स्टार्टअप्स के लिए देखा जाये तो काफी अच्छा साबित हुआ है। इस मामले में खुलासा आयरन पिलर इंवेस्टमेंट फंड (Iron Pillar Investment Fund) की रिपोर्ट से हुआ है।

भारत को मिला स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न स्टेटस :

दरअसल, आयरन पिलर इंवेस्टमेंट फंड (Iron Pillar Investment Fund) द्वारा एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिजरत के अनुसार, भारत को अब तक 130 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न स्टेटस मिल चुके हैं। जबकि इनमें से 65 यानी 50% ने यह उपलब्धि बीते 5 सालों से भी कम समय में हासिल की है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि, साल 2021 में भारत को मिले कुल स्टार्टअप्स की बात करें, तो मात्र साल 2021 में भारत को कुल 53 स्टार्टअप्स को यूनिकॉर्न का स्टेटस मिला और इनमें से 28 ऐसी थीं जो 2021 में ही बनीं। यानी देश के स्टार्टअप्स के विकास की रफ्तार बहुत तेजी से बढ़ी है।

2025 तक देश में 250 यूनिकॉर्न्स होंगे :

सामने आई रिपोर्ट के अनुसार भारत को मिले स्टार्टअप्स को ध्यान में रख कर एक अनुमान लगाया गया है। जिसके अनुसार, 'साल 2025 तक देश में यूनिकॉर्न्स की संख्या 250 तक पहुंचने की पूरी उम्मीद है। देश के यूनिकॉर्न्स में सबसे ज्यादा 59 यानी 45% कंज्यूमर टेक कंपनियां हैं। इनमें 46 स्टार्टअप्स का बाजार भारत तक सीमित है, जबकि 13 कंपनियों ने बाजार दूसरे देशों तक बढ़ाया है। भारत से बाहर भी बाजार बढ़ाने वाले यूनिकॉर्न्स की संख्या भी तेजी देखी गई है। कंज्यूमर टेक स्टार्टअप्स ने ही यूनिकॉर्न्स में सबसे ज्यादा फंड भी जुटाया है।

देश में रजिस्टर्ड हुए स्टार्टअप्स :

केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 'देश में कुल 66,359 स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हुए हैं। इनमें यूनिकॉर्न प्राइवेट स्वामित्व वाली उन कंपनियों को कहा जाता है जिनका वैल्यूएशन एक अरब डॉलर (7600 करोड़ रुपए) से ज्यादा हो। जबकि, देश में यूनिकॉर्न का स्टेटस हासिल कर चुके 130 स्टार्टअप्स में 12 स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध हैं, जबकि 7 का अधिग्रहण हो चुका है। लिस्टेड होने या अधिग्रहण के बाद ये कंपनियां यूनिकॉर्न की श्रेणी से हट चुकी हैं।

क्या है स्टार्टअप :

स्टार्टअप एक ऐसी शुरुआत है जो किसी भी व्यापर या बिजनेस की शुरुआत या शुरुआती अवधि को कहते हैं। हालांकि, आगे चलकर काफी बड़ा रूप भी ले सकता है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT