राज एक्सप्रेस। इस साल की शुरुआत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई थी, कीमतें जंगल की आग की तरह बढ़ती ही जा रही थी, जिससे कई लोगों को परेशानी हुई। देश आर्थिक मंदी का शिकार हो गया। वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। देश एक बार फिर इन्हीं हालातों का सामना करने के लिए तैयार हो जाए क्योंकि, देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें एक बार फिर बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, सरकारी पेट्रोलियम कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) को वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रिकॉर्ड घाटे का सामना करना पड़ा है।
HPCL को वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हुआ नुकसान :
दरअसल, देश में बढ़ती महंगाई के बीच अब पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी बढ़ सकती है। क्योंकि, हाल ही में सरकारी पेट्रोलियम कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों ले अनुसार कंपनी का मुनाफा घटकर 10,196.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह कंपनी का रिकॉर्ड घाटा है। ऐसा इसलिए क्योंकि, इससे पहले किसी भी तिमाही में HPCL को इतना बड़ा घाटा नहीं हुआ। यह कंपनी को हुआ सबसे बड़ा घाटा है। जबकि पिछले साल की सामान अवधि की बात करें तो, तब कंपनी को 1,795 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
HPCL के घाटे का मुख्य कारण :
बताते चलें, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) को नुकसान होने का मुख्य कारण पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़त दर्ज न होना है। क्योंकि, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बढ़त दर्ज नहीं की। जिससे इन कंपनियों को अपने परिचालन व्यय के अनुपात में राजस्व का नुकसान उठाना पड़ गया है। HPCL के अलावा यदि अन्य दूसरी कंपनी के आंकड़े देखें तो, अन्य सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों इंडियन जैसे ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) को भी बीती तिमाही के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतें न बढ़ाने के कारणनुकसान उठाना पड़ा। इसी कड़ी में IOC को इस तिमाही में 1,992.53 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना हुआ। जबकि, HPCL को तेल उत्पादन से अधिक बिक्री करने से ज्यादा जुडा नुकसान उठाना पड़ा है।
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