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जून तक पूरा होगा एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंकमर्जर, बदल जाएंगे सेविंग, सैलरी खातों व एफडी पर ब्याज से जुड़े कई नियम

देश की सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी के बीच विलय की प्रक्रिया जून तक पूरी हो सकती है।

Aniruddh pratap singh

राज एक्सप्रेस। देश की सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी के बीच विलय की प्रक्रिया जल्दी ही पूरी कर ली जाएगी। बताया जाता है कि यह प्रक्रिया जून तक पूरी हो सकती है। एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक मर्जर का असर लोन लेने वाले ग्राहकों, सेविंग अकाउंट, सैलरी अकाउंट और फिक्सड डिपॉजिट ग्राहकों पर पड़ने वाला है। यह मर्जर होने के बाद कई नियमों में बदलाव होगा, जिसका सीधा असर ग्राहकों पर पड़ेगा। एचडीएफसी की वेबसाइट के अनुसार उसके पास लगभग 21 लाख जमा खाते हैं। आइए जानें कि विलय के बाद इन बैंक के इन ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा।

मर्जर के बाद बदल जाएंगी एफडी पर ब्याज दरें

एचडीएफसी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की ब्याज दरें आमतौर पर हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी की दी जाने वाली ब्याज दरों से कम रही हैं। उदाहरण के लिए यदि आप एचडीएफसी में 66 महीने के पीरियड के लिए 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी में निवेश करते हैं, तो आपको 8 मई 2023 तक 7.45 प्रतिशत का सालाना ब्याज मिलेगा। सीनियर सिटीजन के लिए हाउसिंग फाइनेंस कंपनी 2 लाख रुपये तक की जमा राशि पर 0.25 प्रतिशत की एक्सट्रा ब्याज दर देती है। हालांकि, एचडीएफसी बैंक सीनियर सिटीजन एफडी पर 0.50 प्रतिशत की अतिरिक्त ब्याज दर देती है। आप देख सकते हैं कि एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक की दी जाने वाली ब्याज दरों में अंतर है।

मर्जर को मिल चुकी है मंजूरी

एचडीएफसी बैंक ने इस हफ्ते कहा कि बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एचडीएफसी एएमसी के कंट्रोल में प्रस्तावित बदलाव को अंतिम मंजूरी दे दी है। इसके अलावा सेबी ने एचडीएफसी एएमसी को सेबी (वैकल्पिक निवेश कोष) विनियम, 2012 के अन्य सभी प्रावधानों और उसके तहत जारी परिपत्रों का अनुपालन सुनिश्चित करने की भी सलाह दी है। यह मंजूरी एचडीएफसी के एचडीएफसी बैंक में विलय का रास्ता आसान करने में मदद करेगी। यह विलय अगले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है।

भारतीय कारपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा मर्जर

उल्लेखनीय है कि एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय भारत के कॉर्पोरेट इतिहास का अब तक सबसे बड़ा ट्रांजेक्शन माना जा रहा है। एचडीएफसी बैंक ने पिछले साल 4 अप्रैल को लगभग 40 अरब अमरीकी डालर के सौदे में देश की सबसे बड़ी हाउसिंग लोन कंपनी एचडीएफसी के अपने साथ विलय के लिए सहमति व्यक्त की थी। इस विलय को बाद देश में एक दिग्गज फाइनेंशियल सर्विस कंपनी बनेगी जिसका कम्बाइंड एसेट बेस करीब 18 लाख करोड़ रुपए का होगा।

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