एयरबैग किए जाएंगे जरूरी  Syed Dabeer Hussain - RE
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सरकार बढ़ाएगी कारों में सुरक्षा, एयरबैग किए जाएंगे जरूरी

देश में हो रहे एक्सीडेंट्स के चलते सरकार ने अब कारों में सुरक्षा को बढ़ाने की तरफ ध्यान दिया है और भारत सरकार ने कार में फ्रंट एयरबैग को जरूरी करने की पहल की है।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। देश में पिछले कुछ समय में कई कार एक्सीडेंट होने की खबरें सामने आई हैं। जिसके चलते कई लोगों की जान चली गई। इन एक्सीडेंट्स के चलते सरकार ने अब कारों में सुरक्षा को बढ़ाने की तरफ ध्यान दिया है और भारत सरकार ने कार में फ्रंट एयरबैग को जरूरी करने की पहल की है।

सरकार का बड़ा फैसला :

दरअसल, पिछले कुछ माया में हुए खतरनाक कार एक्सीडेंट्स से यह बात सामने आई है कि, यदि कारों में फ्रंट एयरबैग होते तो इन एक्सीडेंट्स से लोगों को गंभीर चोट लगने से बचाया जा सकता था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब सरकार ने यह फैसला किया है कि, आने वाले समय में कारों को और सेफ बनाया जाएगा। इस मामले में परिवहन मंत्रालय ने कानून मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा था। जिसमें कहा गया था कि, 'फ्रंट एयरबैग के नोटिफिकेशन को मंजूर किया जाए। हालांकि, अब ज्यादातर कार निर्माता कंपनियां अपने टॉप मॉडल में एयरबैग लगाकर देती हैं।

जानकारों का कहना :

जानकारों का कहना है कि, 'कानून मंत्रालय ने ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है। अब जल्द ही यह प्रस्ताव फाइनल होकर सार्वजनिक कर दिया जाएगा। जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार, सड़क पर चलने वाली सभी कारों में इस साल 31 अगस्त तक एयरबैग अनिवार्य हो जाएंगे। इतना ही नहीं कार के नए मॉडल में यह नियम 1 अप्रैल से लागू हो जाएगा। उसके बाद से सभी कारों में एयरबैग लगा होगा और अब फ्रंट पर बैठने वाली ड्राइवर के साथ वाली सवारी के लिए भी एयरबैग अनिवार्य हो रहा है। जबकि वर्तमान समय में केवल ड्राइवर सीट पर ही एयरबैग लगा होता है।

क्यों होती है एयरबैग की जरूरत :

यदि कार में एयरबैग दिए गए होते हैं तो, किसी भी दुर्घटना के दौरान कार में बैठे ड्राईवर और ड्राईवर के बगल में बैठे व्यक्ति की जान बच जाती है साथ ही वह गंभीर चोट लगने से भी बच जाता है। जैसे ही कार किसी वाहन या अन्य चीज से टकराती है, एयरबैग गुब्बारे की तरह खुल जाते हैं और कार में बैठे लोग कार के डैशबोर्ड या स्टेयरिंग से टकरा नहीं पाते और जान बाच जाती है। एक्सीडेंट के समय ज्यादातर मौत यात्री का सिर कार के डैशबोर्ड या स्टेयरिंग से टकराने की वजह से होती हैं। यह एयरबैग कॉटन के बने होते हैं, इन पर सिलिकॉन की कोटिंग की जाती है। एयरबैग के अंदर सोडियम एजाइड गैस भरी होती है।

एयर बैग बनाने वाली भारतीय कंपनी :

सरकार के इस फैसले से एयरबैग बनाने वाली कंपनियां काफी फायदे में रहने वाली है। भारत में मद्रास के राणे की कंपनी सबसे बड़ी एयरबैग बनाने वाली भारतीय कंपनी है।

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