4 और एयरलाइन को प्राइवेट हाथों में सौंप सकती सरकार Social Media
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Air India की तर्ज पर 4 और एयरलाइन को प्राइवेट हाथों में सौंप सकती है सरकार

हाल ही में 'एयर इंडिया' (Air India) को टाटा ग्रुप को सौंपने की खबर सामने आई थी। वहीं, अब ऐसा माना जा रहा है कि, अब देश में और भी 4 एयरलाइन कंपनियों को सरकार प्राइवेट हाथों में सौंपने वाली है।

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। अगर आप ज्यादातर हवाई यात्रा करते है तो, यक़ीनन आपको हवाई यात्रा और एयरलाइन्स से जुड़ी खबरों को जानने की उत्सुकता भी रहती होगी। तो हम आपको बता दें, आपने हाल ही में भारत सरकार ने सरकारी एयरलाइन कंपनी 'एयर इंडिया' (Air India) को टाटा ग्रुप को सौंपने की खबर सामने आई थी। वहीं, अब ऐसा माना जा रहा है कि, सरकार देश में और भी 4 एयरलाइन कंपनियों को प्राइवेट हाथों में सौंपने वाली हैं। हालांकि, यह सभी सब्सिडियरी एयरलाइन कंपनियां हैं।

सरकार की योजना :

दरअसल, पिछले कुछ समय से नुकसान का सामना कर रही कंपनियों की कमान प्राइवेट हाथों में सौंपने का काम पिछले कुछ समय से लगातार ही करती दिख रही है। चाहे वो सिलिने कंपनी हो, या किसी अन्य क्षेत्र की कंपनी। केंद्र सरकार द्वारा जारी इसी विनिवेश प्रक्रिया के तहत Air India एयरलाइन की जिम्मेदारी Tata Group के हाथ आई। वहीं, अब खबर है कि, सरकार का विचार Air India की ही अन्य चार सब्सिडियरी कंपनियों को किसी ग्रुप के हवाले कर दें। खबर तो यह भी है कि, कंपनी ने इन 4 में से 2 कंपनियों की बिक्री की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है।

यह है वो चार कंपनियां :

बता दें, सरकार ने Air India की जिन चार सब्सिडियरी कंपनियों को लेकर योजना तैयार की है, उन चार कंपनियों में एअर इंडिया एअर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (AITSL), एयरलाइन एलाइड सर्विसेज लिमिटेड (AASL) , एअर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (AIESL) और होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (HCI) का नाम शामिल है। कंपनी ने इन कंपनियों को लेकर फाइल्स इसलिए लिया है क्योंकि, सरकार के पास इन सभी कंपनियों की भी हिस्सेदारी है।

सहायक कंपनी को बेचकर कर्ज चुकायेगी सरकार :

खबरों की मानें तो, सरकार की कैबिनेट में हुई चर्चा के दौरान इन सभी सब्सिडियरी कंपनियों को बेचने को लेकर मंजूरी दी जा चुकी है। इसके अलावा अब केंद्र सरकार ने इन कंपनियों की बिक्री के लिए बिडर्स (बोलीदाताओं) के साथ बातचीत शुरू कर दी है। इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया है कि, बर्ड ग्रुप (Bird Group), सेलेबी एविएशन और आई स्क्वेयर्ड कैपिटल (Celebi Aviation and I Squared Capital ) ने एअर इंडिया एअर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (AITSL) को खरीदने की इक्छा भी जताई है। इसके अलावा सरकार की योजना सहायक कंपनियों को मोनेटाइज करके कर्ज चुकाने की है। ऐसा करने से सरकार पर कर्ज का बोझ कम हो सकेगा।

Air India का कुल कर्ज :

सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, Air India पर कुल 61,562 करोड़ का कर्ज था। जिसमें से Tata Sons द्वारा 2020 में की गई नीलामी के बाद Air India के लिए 18,000 करोड़ की बोली लगाई गई थी। इस डील के बाद कंपनी ने 2,700 करोड़ नकद दिये और Tata ने 15,300 करोड़ का भुगतान कर कर्ज चुका दिया। इन सबके बाद अब Air India पर कुल 46,262 करोड़ का कर्ज शेष रह गया है।

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