हाइलाइट्स
5% हिस्सेदारी का प्लान
वोडाइडिया पर बकाया का बोझ
मार्केट में मिलेगी तिहरी टक्कर
राज एक्सप्रेस। भारत के रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक के हिस्सेदारी हासिल करने के कुछ हफ्तों बाद, दो और अमेरिकी फर्मों की कथित तौर पर भारतीय दूरसंचार बाजार में दिलचस्पी की खबरें हैं।
इनकी इतनी हिस्सेदारी -
भारत के दूसरे सबसे बड़े दूरसंचार ऑपरेटर, वोडाफोन आइडिया में Google लगभग 5% की हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रहा है। हालांकि यह भी रिपोर्ट हैं कि माइक्रोसॉफ्ट ने रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म में 2 बिलियन डॉलर तक निवेश करने का मन बनाया है।
इस मसले से अवगत सूत्र आधारित रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल इनकॉरपोरेटेड (Google Inc.) वोडाफोन आइडिया लिमिटेड में 5 फीसद हिस्सेदारी हासिल कर सकता है।
रिपोर्ट्सानुसार पहचान उजागर न करने की शर्त पर सूत्र ने बताया कि वोडाफोन पब्लिक लिमिटेड कंपनी समूह (Plc) और आदित्य बिड़ला समूह का दूरसंचार संयुक्त उद्यम भी संभावित निवेश के लिए निजी इक्विटी फर्मों के साथ चर्चा के अहम दौर में है।
सवालों पर चुप्पी -
हालांकि रिपोर्ट्स कहती हैं कि; इस महागठबंधन के बारे में वोडाफोन के प्रवक्ता ने मीडिया के समक्ष कोई टिप्पणी नहीं की जबकि गूगल ने भी ईमेल रचित सवालों का त्वरित जवाब नहीं दिया।
फायदा/नुकसान -
पिछले दो सप्ताह के दौरान वोडाफोन आइडिया के शेयर की औसत कीमत पर गौर करें तो समूह को 5% हिस्सेदारी बेचने से 101.5 मिलियन डॉलर मिल सकते हैं। गौरतलब है पिछले 12 महीनों में स्टॉक में 57% से अधिक की गिरावट आई है। यह सुनिश्चित करने मौजूदा स्टॉक मूल्य के लिए एक महत्वपूर्ण सौदा महत्वपूर्ण प्रीमियम पर हो सकता है।
वित्तीय तनाव और दिलचस्पी -
सितंबर 2016 में रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड के बाजार में उतरने के साथ सस्ते मोबाइल टैरिफ और कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच वोडाफोन आइडिया में Google की दिलचस्पी मुंबई स्थित कंपनी पर वित्तीय तनाव के समय सामने आई है।
निवेश नुकसानदायक -
बाजार के जानकारों के मुताबिक दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते मोबाइल बाजार में फेसबुक-जियो गठबंधन के खिलाफ लड़ाई में वोडाफोन आइडिया में निवेश करना अमेरिकी इंटरनेट दिग्गज कंपनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
फेसबुक-जिओ गठबंधन -
फेसबुक ने पिछले महीने वोडाफोन आइडिया के प्रतिद्वंद्वी Jio प्लेटफॉर्म्स में 5.7 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। गौरतलब है जिओ एक तरह से रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की डिजिटल संपत्ति है।
अब तक, दूरसंचार और इंटरनेट फर्म स्वतंत्र रूप से भारतीय डेटा उपयोगकर्ता आधार को लुभाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन Jio-Facebook सौदे ने बड़ी संभावनाओं के रास्ते खोल दिये हैं।
माइक्रोसॉफ्ट की टक्कर -
जबकि वैश्विक रूप से Microsoft, Amazon Web Services के साथ, ऑन-डिमांड क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म और एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस व्यवसाय पर हावी है, ऐसे में भारत में इसे Google क्लाउड सहित तीन-तरफा लड़ाई का सामना करना होगा।
बाजार में छाने की जुगत -
ये सभी प्रदाता तेजी से “डिजिटल के नए” व्यवसायों, विरासत उद्यमों और इसे चलाने के लिए आवश्यक चीजों के बाजार तक पहुंचने की जुगत में हैं। ऐसे में टेलिकॉम के साथ एक साझेदारी उन्हें लाखों ग्राहकों तक तत्काल पहुंच प्रदान कर सकती है।
बकाया है बोझ -
वोडाफोन आइडिया को भारत सरकार के खाते में 53,000 करोड़ रुपये का बकाया समायोजित सकल राजस्व चुकाना है। इसने दिसंबर तिमाही में 6,453 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया। इस कालखंड में राजस्व में 2.26% की दर से 11,089.4 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
Ebitda की स्थिति -
अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्सेस, डेप्रिसिएशन एंड अमोर्टाइजेशन (Ebitda) यानी मूल्य, ह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (एबिटडा) बढ़कर 3,420.5 करोड़ रुपये हो गई। जबकि Ebitda मार्जिन 47 आधार अंक गिरकर 30.84% हो गया। वोडाफोन आइडिया ने अपनी मार्च तिमाही की कमाई की घोषणा नहीं की है।
भारत की पिच विदेशी प्लेयर्स –
गौरतलब है भारतीय बाजार अमेरिकी और चीनी कंपनियों के लिए नवीनतम वैश्विक युद्ध क्षेत्र के एक रूप में उभरा है जो बड़ी तादाद में उपयोगकर्ताओं की तलाश में हैं।
नेटवर्क पिच पर चाइनीज गुगली का सामना करने पिचाई कितने तैयार?
इसका ये प्लान -
पिछले एक दशक में, Facebook और Google ने भारत में कनेक्टिविटी के प्रयास शुरू किए हैं ताकि अधिक लोगों को ऑनलाइन लाया जा सके। जबकि फेसबुक भारत में एक्सप्रेस वाई-फाई नामक प्रयास को जारी रखे है।
रिपोर्ट्स कहती हैं Google ने अपनी उस महत्वपूर्ण परियोजना को बंद कर दिया जिसने लाखों भारतीयों को इस साल के शुरू में 400 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त में मोबाइल इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति दी थी।
फेसबुक का कहना -
फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने पिछले महीने कहा था कि कंपनी छोटे व्यापारियों और व्यवसायों को ऑनलाइन आने में मदद करने के लिए Jio प्लेटफार्मों के साथ काम करेगी। दोनों कंपनियों ने हाल ही में अपना सहयोग शुरू भी कर दिया है।
इन आर्टिकल्स के लिए क्लिक करें-
मोबाइल, इंटरनेट फ्री सर्विस देने SC में याचिका
लॉकडाउन से माइक्रोसॉफ्ट को हुआ फायदा
क्या सरकार की मदद को मोहताज़ है वोडाफोन-आइडिया कंपनी?
क्या ‘अर्पू’ में कैद है एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया, जियो की जान?
डिस्क्लेमर – आर्टिकल प्रचलित रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।