FATF Given 4 months time to Pakistan Kavita Singh Rathore -RE
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FATF ने पाक को दी ब्लैक लिस्ट होने से बचने के लिए 4 महीने की मोहलत

पाकिस्तान के सर पर मंडरा रही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा ब्लैक लिस्ट होने की मुसीबत 4 महीने के लिए टली। पाक को माननी पड़ेगी इन 4 महीनो में FATF की 27 शर्ते।

Author : Kavita Singh Rathore

हाइलाइट्स :

  • पाकिस्तान बचा FATF की ब्लैक लिस्ट होने से

  • फ़िलहाल पाक है FATF की ग्रे लिस्ट में

  • पाकिस्तान ने 14 शर्तो पर काम करने का दावा किया

  • पाक को मिली 4 महीने की मोहलत

राज एक्सप्रेस। बुरे आर्थिक संकट झेल रहा पाकिस्तान फिलहाल फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा ब्लैक लिस्ट होने से बच गया। हालांकि, पाक के सर से खतरे के बादल केवल 4 माह के लिए ही हटे हैं। दरअसल, FATF ने पाक को ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने और ब्लैक लिस्ट होने से बचने के लिए 4 महीने की मोहलत है। बताते चलें कि, FATF एक टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग की निगरानी करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था है।

पाक को मिला 4 माह का समय :

पाकिस्तान को FATF द्वारा आदेश मिला है कि, यदि 4 माह अर्थात 2020 के जून तक यदि पाक 27 शर्तो के एक्शन प्लान का अनुसरण नहीं करता है तो, उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। फ़िलहाल पाक FATF की ग्रे लिस्ट में है। बता दें कि, FATF की बैठक 16 फरवरी से शुरू हो चुकी है, इस बैठक में पाक ने भी अपना पक्ष रखा था। इसके बाद FATF द्वारा रखी गई 27 शर्तो में से पाक ने 14 शर्तो को मानने का दावा किया है। इसी को देखते हुए FATF ने पाक को 4 माह का समय दिया है। हालांकि, FATF ने पाक को बाकी की 13 शर्तो को भी इन 4 माह के दौरान मानने के आदेश दिए हैं।

FATF की अगली बैठक :

FATF की अगली बैठक में होने वाली चर्चा के मुख्य मुद्दे पाकिस्तान की टेरर फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी सरगनाओं के खिलाफ उठाये गए कदमों के रहेंगे। बताते चलें यदि FATF पाक द्वारा उठाये गए कदमों से संतुष्ट नहीं होती है तो, इसका सीधा असर पाक पर पड़ेगा। फ़िलहाल पाक पर ब्लैकलिस्ट ने आने को लेकर काफी दबाव बना हुआ है। यह भी बताते चलें कि, इस बैठक में शामिल होने वाले देशों में मात्र तुर्की ही एकलौता देश है जिसने पाक का सपोर्ट किया है।

पाक को करना होगा कठिनाइयों का सामना :

पाकिस्तान फ़िलहाल ‘ग्रे लिस्ट’ में है और इस लिस्ट में रहते हुए पाक को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), विश्व बैंक (World Bank), एशियाई डेवलपमेंट बैंक (ADB) और यूरोपीय संघ से वित्तीय मदद लेने के लिए काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में पाक की मुसीबतें और समस्याएं बढ़ती हुई ही नजर आ रही हैं।

इस मुद्दे पर चीन मंत्रालय का कहना :

खबरों में चर्चा है कि, पाक को यह 4 माह का समय मिलना एक प्रकार से दूसरा मौका है जो पाक को चीन की बदौलत ही मिला है। क्योंकि, चीन मंत्रालय ने पाक की तारीफ करते हुए एक ट्वीट में लिखा कि, ‘‘पाकिस्तान ने अपने CTF शासन में सुधार के लिए भारी प्रयास किए हैं, जिसे पेरिस में नवीनतम पूर्ण बैठक में FATF के अधिकांश सदस्यों द्वारा मान्यता दी गई है। चीन और अन्य देश इस क्षेत्र में पाकिस्तान को सहायता देना जारी रखेंगे।’’

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